ETV Bharat / state

जैतारण में टिड्डी का हमला, किसानों की फसल चौपट

author img

By

Published : Jun 7, 2020, 3:28 AM IST

पाली जिले के जैतारण में शनिवार को टिड्डी दल ने हमला किया. किसानों ने थालियां बजाकर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया, लेकिन टिड्डी दल ने कुछ ही देर में सारी फसलें चौपट कर दी.

Locust attack in Jaitaran,  Grasshopper attack in Pali
जैतारण में टिड्डी का हमला

जैतारण (पाली). पाकिस्तान से आए टिड्डी दल एक बार फिर किसानों के लिए आफत बनकर आया. टिड्डी दल शनिवार देर शाम जोधपुर जिले के झाक गांव से क्षेत्र के किशननगर गांव मे प्रवेश किया. टिड्डी दल के हमले के बाद किसानों ने थालियां बजाकर भगाने की कोशिश की, लेकिन टिड्डी दल ने रानीवाल गांव मे पड़ाव डाल दिया है.

Locust attack in Jaitaran,  Grasshopper attack in Pali
जैतारण में टिड्डी का हमला

पढ़ें- बाड़मेर: सीमावर्ती गांवों में टिड्डी अटैक, किसानों की बढ़ी चिंता

बता दें कि टिड्डी दल के जैतारण सीमा में प्रवेश करने के बाद प्रशासन हरकत में आया. वहीं, शनिवार देर शाम को तहसीलदार सुरेश कुमार हरसोलिया, कृषि विभाग से सहायक निदेशक गिरधारीलाल जाट, सहायक कृषि अधिकारी श्यामसिंह सोलंकी, शिवराज सिंह, आरआइ रामलाल जाट, पटवारी शक्ति सिंह, पर्यवेक्षक गोरधन सिंह, सम्पत सिंह राजपुरोहित सहित टीम के सदस्य पहुंच कर टिड्डी दल को नष्ट करना शुरू किया.

पढ़ें- भरतपुर सांसद का दावा: 1 साल में जनता को उपलब्ध कराया गुडगांव कैनाल का पानी, सड़क भी स्वीकृत...लेकिन क्षेत्रवासियों का आरोप- जीतने के बाद नहीं आता कोई नेता

जानकारी के अनुसार किशननगर रानीवाल गांव में एक किलोमीटर लंबे टिड्डी दल ने जैतारण सीमा में प्रवेश किया. सहायक निदेशक गिरधारीलाल जाट ने बताया कि क्षेत्र में आया टिड्डी दल पीले रंग की यंग टिड्डी दल है. गहरा पीले रंग का टिड्डी दल ही प्रजनन करता है, जिससे टिड्डी में बढ़ोतरी होती है. उन्होंने बताया कि देर शाम तक मगरा क्षेत्र के कोट किराणा ग्राम पंचायत में टिड्डी दल पहुंच गया है. मोहन सिंह कोट किराणा ने बताया कि टिड्डी दल किसानों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. किसानों ने तालियां और बजाकर भगाने का प्रयास किया, लेकिन टिड्डी दल ने कुछ ही मिनट में सारी फसलें चौपट कर दी.

जैतारण (पाली). पाकिस्तान से आए टिड्डी दल एक बार फिर किसानों के लिए आफत बनकर आया. टिड्डी दल शनिवार देर शाम जोधपुर जिले के झाक गांव से क्षेत्र के किशननगर गांव मे प्रवेश किया. टिड्डी दल के हमले के बाद किसानों ने थालियां बजाकर भगाने की कोशिश की, लेकिन टिड्डी दल ने रानीवाल गांव मे पड़ाव डाल दिया है.

Locust attack in Jaitaran,  Grasshopper attack in Pali
जैतारण में टिड्डी का हमला

पढ़ें- बाड़मेर: सीमावर्ती गांवों में टिड्डी अटैक, किसानों की बढ़ी चिंता

बता दें कि टिड्डी दल के जैतारण सीमा में प्रवेश करने के बाद प्रशासन हरकत में आया. वहीं, शनिवार देर शाम को तहसीलदार सुरेश कुमार हरसोलिया, कृषि विभाग से सहायक निदेशक गिरधारीलाल जाट, सहायक कृषि अधिकारी श्यामसिंह सोलंकी, शिवराज सिंह, आरआइ रामलाल जाट, पटवारी शक्ति सिंह, पर्यवेक्षक गोरधन सिंह, सम्पत सिंह राजपुरोहित सहित टीम के सदस्य पहुंच कर टिड्डी दल को नष्ट करना शुरू किया.

पढ़ें- भरतपुर सांसद का दावा: 1 साल में जनता को उपलब्ध कराया गुडगांव कैनाल का पानी, सड़क भी स्वीकृत...लेकिन क्षेत्रवासियों का आरोप- जीतने के बाद नहीं आता कोई नेता

जानकारी के अनुसार किशननगर रानीवाल गांव में एक किलोमीटर लंबे टिड्डी दल ने जैतारण सीमा में प्रवेश किया. सहायक निदेशक गिरधारीलाल जाट ने बताया कि क्षेत्र में आया टिड्डी दल पीले रंग की यंग टिड्डी दल है. गहरा पीले रंग का टिड्डी दल ही प्रजनन करता है, जिससे टिड्डी में बढ़ोतरी होती है. उन्होंने बताया कि देर शाम तक मगरा क्षेत्र के कोट किराणा ग्राम पंचायत में टिड्डी दल पहुंच गया है. मोहन सिंह कोट किराणा ने बताया कि टिड्डी दल किसानों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. किसानों ने तालियां और बजाकर भगाने का प्रयास किया, लेकिन टिड्डी दल ने कुछ ही मिनट में सारी फसलें चौपट कर दी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.