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पाली में चेयरमैन उम्मीदवारों के नामांकन के बाद कांग्रेस-भाजपा में भीतरघात का खतरा बढ़ा

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Published : Nov 22, 2019, 2:52 PM IST

पाली नगर परिषद चेयरमैन के लिए इस बार भाजपा ने रेखा भाटी और कांग्रेस ने नेतल मेवाड़ा के नाम पर दांव खेला है. इन दोनों ने ही गुरुवार को अपना नामांकन कर दिया है और नामांकन के बाद पाली की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट बढ़ चुकी है.

chairman candidates in Pali, कांग्रेस भाजपा में भीतरघात

पाली. निकाय प्रमुख पद को लेकर पाली में दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने चेहरे स्पष्ट कर दिए हैं. भाजपा ने इस बार पाली नगर परिषद चेयरमैन के रूप में जहां रेखा भाटी के नाम पर दांव खेला है. वहीं, कांग्रेस की ओर से नेतल मेवाड़ा का नाम चेयरमैन पद के उम्मीदवार के तौर पर सामने आया है.

पाली में कांग्रेस-भाजपा में भीतरघात का खतरा

इन दोनों ने ही गुरुवार को अपना नामांकन कर दिया है. इस नामांकन के बाद पाली की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट बढ़ चुकी है. जहां भाजपा ने अपने सभी पार्षदों और निर्दलीय समर्थकों को गोपनीय स्थान पर भेज दिया हैं. वहीं, कांग्रेस ने भी अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी कर दी है.

पढ़ें: भाजपा नेता का Etv Bharat पर बयान- अजमेर में तीनों जगह बनेगा बीजेपी का बोर्ड, पार्षदों की हुई है बाड़ाबंदी

कांग्रेस अपने चेयरमैन उम्मीदवार को जिताने के लिए पूरा प्रयास कर रही है. कांग्रेस की ओर से नेतल मेवाड़ा का चेहरा स्पष्ट करने के बाद जोड़-तोड़ की की चर्चाएं भी तेज हो चुकी हैं. इसको लेकर भाजपा के पदाधिकारी भी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं.

भाजपा के सभी पदाधिकारी लगातार अपने उम्मीदवारों को समर्थन देने वाले निर्दलीय पार्षदों को हर दिन बाड़ाबंदी के तहत जगह बदलते जा रहे हैं. ऐसे में कोई भी भाजपा की बडाबंदी का पता नहीं लगा पा रहा है. वहीं, कांग्रेस के पदाधिकारी लगातार निर्दलीय उम्मीदवार से संपर्क करने का दावा करते हुए इस बार अपना बोर्ड बनाने का दावा करते नजर आ रहे हैं.

पढ़ें: सरकार के कार्यों को जनता ने स्वीकारा, इसलिए निकाय चुनाव में पार्टी को बढ़त मिली : पायलट

बता दें कि पाली में इस बार कांग्रेस की ओर से ओबीसी महिला चेहरे के रूप में चेयरमैन पद पर जिस नेतल मेवाड़ा को मैदान में उतारा गया है, वो पाली नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन प्रदीप हिंगड़ के भतीजे की पत्नी है. कहा जा सकता है कि नेतल मेवाड़ा के चुनावी मैदान में उतरने के पीछे सबसे बड़ी वजह प्रदीप हिंगड़ ही हैं और पाली की राजनीति में प्रदीप हिंगड़ को राजनीति में जोड़-तोड़ करने में सबसे ज्यादा माहिर हैं.

ऐसे में नितिन मेवाड़ा का चेहरा स्पष्ट होने के बाद भाजपा के पदाधिकारी भी अपने समर्थन देने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को लेकर काफी सावधान नजर आ रहे हैं. भाजपा के पदाधिकारी लगातार यही कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें समर्थन देने वाले निर्दलीय उम्मीदवार कांग्रेस या प्रदीप हिंगड़ के खेमे के किसी भी पार्षद से संपर्क ना कर पाए.

वहीं, अगर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाडवास की मानें तो उनका संपर्क निर्दलीयों से हो चुका है और इस बार पाली नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा.

पाली. निकाय प्रमुख पद को लेकर पाली में दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने चेहरे स्पष्ट कर दिए हैं. भाजपा ने इस बार पाली नगर परिषद चेयरमैन के रूप में जहां रेखा भाटी के नाम पर दांव खेला है. वहीं, कांग्रेस की ओर से नेतल मेवाड़ा का नाम चेयरमैन पद के उम्मीदवार के तौर पर सामने आया है.

पाली में कांग्रेस-भाजपा में भीतरघात का खतरा

इन दोनों ने ही गुरुवार को अपना नामांकन कर दिया है. इस नामांकन के बाद पाली की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट बढ़ चुकी है. जहां भाजपा ने अपने सभी पार्षदों और निर्दलीय समर्थकों को गोपनीय स्थान पर भेज दिया हैं. वहीं, कांग्रेस ने भी अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी कर दी है.

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कांग्रेस अपने चेयरमैन उम्मीदवार को जिताने के लिए पूरा प्रयास कर रही है. कांग्रेस की ओर से नेतल मेवाड़ा का चेहरा स्पष्ट करने के बाद जोड़-तोड़ की की चर्चाएं भी तेज हो चुकी हैं. इसको लेकर भाजपा के पदाधिकारी भी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं.

भाजपा के सभी पदाधिकारी लगातार अपने उम्मीदवारों को समर्थन देने वाले निर्दलीय पार्षदों को हर दिन बाड़ाबंदी के तहत जगह बदलते जा रहे हैं. ऐसे में कोई भी भाजपा की बडाबंदी का पता नहीं लगा पा रहा है. वहीं, कांग्रेस के पदाधिकारी लगातार निर्दलीय उम्मीदवार से संपर्क करने का दावा करते हुए इस बार अपना बोर्ड बनाने का दावा करते नजर आ रहे हैं.

पढ़ें: सरकार के कार्यों को जनता ने स्वीकारा, इसलिए निकाय चुनाव में पार्टी को बढ़त मिली : पायलट

बता दें कि पाली में इस बार कांग्रेस की ओर से ओबीसी महिला चेहरे के रूप में चेयरमैन पद पर जिस नेतल मेवाड़ा को मैदान में उतारा गया है, वो पाली नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन प्रदीप हिंगड़ के भतीजे की पत्नी है. कहा जा सकता है कि नेतल मेवाड़ा के चुनावी मैदान में उतरने के पीछे सबसे बड़ी वजह प्रदीप हिंगड़ ही हैं और पाली की राजनीति में प्रदीप हिंगड़ को राजनीति में जोड़-तोड़ करने में सबसे ज्यादा माहिर हैं.

ऐसे में नितिन मेवाड़ा का चेहरा स्पष्ट होने के बाद भाजपा के पदाधिकारी भी अपने समर्थन देने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को लेकर काफी सावधान नजर आ रहे हैं. भाजपा के पदाधिकारी लगातार यही कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें समर्थन देने वाले निर्दलीय उम्मीदवार कांग्रेस या प्रदीप हिंगड़ के खेमे के किसी भी पार्षद से संपर्क ना कर पाए.

वहीं, अगर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाडवास की मानें तो उनका संपर्क निर्दलीयों से हो चुका है और इस बार पाली नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा.

Intro:पाली. निकाय चुनाव को लेकर पाली में दोनों ही पार्टियों ने अपने अपने चेहरे स्पष्ट कर दिया है। भाजपा ने इस बार पाली नगर परिषद चेयरमैन के रूप में जहां रेखा भाटी के नाम पर दांव खेला है। वही कांग्रेस में लंबे संघर्ष के बाद में कांग्रेस ने नेतल मेवाड़ा के नाम पर चेयरमैन का दांव खेला है। इन दोनों ही चोरों ने गुरुवार को चेयरमैन के नाम पर अपना नामांकन कर दिया है। इस नामांकन के बाद में पाली की राजनीति में एक बार फिर से सर गर्माहट बढ़ चुकी है। जहां भाजपा ने अपने सभी पार्षदों और निर्दलीय समर्थकों को गोपनीय स्थान पर भेज दिया है। वहीं कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों को बढ़ाबंदी कर दिए। साथ ही कांग्रेस अपना चेयरमैन चेहरा जिताने के लिए जोड़-तोड़ के पूरे प्रयास में जुट चुकी है। हालांकि अगर पाली शहर में सुर्खियों की बात करें तो पाली शहर में काग्रेस द्वारा नेतल मेवाड़ा का चेहरा स्पष्ट करने के बाद में कांग्रेस द्वारा जोड़-तोड़ की आजमाईश जैसे चर्चाएं तेज हो चुकी है। इसको लेकर भाजपा के पदाधिकारी भी काफी सक्रिय नजर आ रही है। भाजपा के सभी पदाधिकारी लगातार अपने प्रत्याशियों को समर्थन देने वाले निर्दलीय पार्षदों को प्रतिदिन बाड़ाबंदी के तहत अपनी अपनी जगह बदलाते जा रहे हैं। ऐसे में कोई भी भाजपा की बडाबंदी का पता नहीं लगा पा रहा है। वहीं कांग्रेस के पदाधिकारी लगातार निर्दलीय प्रत्याशी से संपर्क करने का दावा करते हुए पाली में इस बार अपना बनाने का दावा करते नजर आ रहे हैं।


Body: गौरतलब है कि पाली में कांग्रेस ने इस बार ओबीसी महिला चेहरे के रूप में चेयरमैन पद पर नेतल मेवाड़ा को मैदान में उतारा है। नेतल मेवाड़ा पाली नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन प्रदीप हिंगड़ के भतीजे की पत्नी है। कहा जा सकता है कि नेतल मेवाड़ा के चुनावी मैदान में उतरने के पीछे सबसे बड़ा चेहरा प्रदीप हिंगड़ है। और पाली की राजनीति में प्रदीप हिंगड़ को राजनीति में जोड़-तोड़ करने में सबसे माहिर माना जाता है। ऐसे में नितिन मेवाड़ा का चेहरा स्पष्ट होने के बाद भाजपा के पदाधिकारी भी अपने समर्थन देने वाले निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर काफी सावधान नजर आ रहे हैं। भाजपा के पदाधिकारी लगातार यही कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें समर्थन देने वाले निर्दलीय प्रत्याशी कांग्रेस या प्रदीप हिंगड़ के खेमे के किसी भी आदमी से संपर्क ना कर पाए। वहीं अगर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाडवास की माने तो उन्होंने सीधे तौर पर उनका संपर्क उन्हें स्पष्ट बहुमत मिलने जितने सभी निर्दलीयों से हो चुका है। और प्रबल दावे से इस बार पानी नगर परिषद में कांग्रेस का बनने की बात कह रहे हैं। हालांकि इस बोर्ड में अहम भूमिका निर्दलीय प्रत्याशियों की बता रहे हैं।

समाचार में पहली बार कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाडवास की है वहीं दूसरी बार विधायक ज्ञानचंद पाराख की हैं।


Conclusion:
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