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पाली में जंगली जानवर की सूचना 15 दिनों से वन विभाग को करवा रही परेड - जंगली जानवर की सूचना

पाली में पिछले 15 दिनों से जंगली जानवर के होने की खबर लोगों में भय का माहौल बना हुआ है. इसके लिए वन विभाग के कर्मचारियों की लगातार परेड भी हो रही है, लेकिन अभी तक किसी जंगली जानवर की पहचान वन विभाग नहीं लगा पाई है.

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पाली में जंगली जानवर की सूचना 15 दिनों से वन विभाग को करवा रही परेड
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Published : Dec 31, 2019, 8:36 PM IST

पाली. शहर के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से जंगली जानवर के होने की खबर के बाद लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. वहीं इस सूचना के चलते पिछले 15 दिनों से वन विभाग के कर्मचारियों की लगातार परेड हो रही है. मंगलवार को भी पाली शहर के पास सासी बस्ती में ऐसा ही मामला सामने आया है. सासी बस्ती में मंगलवार सुबह महिलाओं की ओर से जंगली जानवर देखने की सूचना के बाद ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

पाली में जंगली जानवर की सूचना 15 दिनों से वन विभाग को करवा रही परेड

आनन-फानन में वन विभाग की टीम जंगली जानवर को पकड़ने के लिए अपने साथ पिंजरा और जाल लेकर आई. वन विभाग की टीम ने आसपास के लोगों से बातचीत कर जानवर का पता लगाने की भी कोशिश की, लेकिन जानवर की प्रजाति स्पष्ट नहीं हो पाई. वहीं वन विभाग को किसी भी प्रकार से जानवर के आस-पास के क्षेत्र में कोई पग मार्क नहीं मिलने से वन विभाग को बैरंग ही लौटना पड़ा है.

गौरतलब है कि 15 दिन पहले रोहट क्षेत्र के खेतों में किसानों ने किसी जंगली जानवर को देखा था. प्रथम तौर पर ग्रामीणों ने उस जानवर को पैंथर बताया था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग ने रोहट क्षेत्र में अपनी टीम को भेजकर कहीं प्वाइंटों पर पिंजरे भी लगवाए, लेकिन इन 15 दिनों में अभी तक कोई भी जानवर वन विभाग के इन पिंजरों में नहीं फंस पाया है. वहीं जंगी जानवर से जुड़े किसी भी प्रकार के पगमार्क भी वन विभाग को नहीं मिले हैं.

यह भी पढ़ें- साल 2020 के स्वागत में पाली में रेडक्रॉस मेला, मेले का पूरा पैसा जरूरतमंदों के लिए

वन विभाग अभी भी पैंथर के इस क्षेत्र में नहीं होने की पुष्टि कर रहा है. साथ ही जो जानवर लोग देख रहे हैं उनमें जरक की सम्भावना ज्यादा जताई जा रही है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लगातार सोशल मीडिया पर पैंथर और शेर जैसी भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही है. इस कारण से वन विभाग के अधिकारियों को प्रतिदिन कई क्षेत्रों में अपनी टीमों को भेजना पड़ रहा है. वहीं वन विभाग इन वन्यजीवों की सूचना को गंभीरता से लेते हुए जोधपुर से ट्रेकुरलाइज्र एक्सपर्ट सरवन सिंह को भी पाली में केम्प करवा रखा हुआ है.

यह भी पढ़ें- अलविदा 2019: नया साल नई कवायद, 1 जनवरी को सभी कर्मचारी और अधिकारी पैदल या साइकिल से जाएंगे कार्यालय

वहीं अधिकारियों का कहना है कि किसी भी जानवर के एक बार नजर आने के बाद वन विभाग की ओर से जानवर को पकड़ने के पूरे प्रयास किए जाएंगे. अधिकारियों को कहना है कि वन विभाग की टीम की ओर से लगातार पाली के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिंजरे लगाकर उन्हें ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही आम जनता से भी अधिकारियों ने अपील की है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही किसी भी प्रकार की खबरों को न फैलाएं. इससे जनता में डर का माहौल पैदा हो रहा है.

पाली. शहर के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से जंगली जानवर के होने की खबर के बाद लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. वहीं इस सूचना के चलते पिछले 15 दिनों से वन विभाग के कर्मचारियों की लगातार परेड हो रही है. मंगलवार को भी पाली शहर के पास सासी बस्ती में ऐसा ही मामला सामने आया है. सासी बस्ती में मंगलवार सुबह महिलाओं की ओर से जंगली जानवर देखने की सूचना के बाद ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

पाली में जंगली जानवर की सूचना 15 दिनों से वन विभाग को करवा रही परेड

आनन-फानन में वन विभाग की टीम जंगली जानवर को पकड़ने के लिए अपने साथ पिंजरा और जाल लेकर आई. वन विभाग की टीम ने आसपास के लोगों से बातचीत कर जानवर का पता लगाने की भी कोशिश की, लेकिन जानवर की प्रजाति स्पष्ट नहीं हो पाई. वहीं वन विभाग को किसी भी प्रकार से जानवर के आस-पास के क्षेत्र में कोई पग मार्क नहीं मिलने से वन विभाग को बैरंग ही लौटना पड़ा है.

गौरतलब है कि 15 दिन पहले रोहट क्षेत्र के खेतों में किसानों ने किसी जंगली जानवर को देखा था. प्रथम तौर पर ग्रामीणों ने उस जानवर को पैंथर बताया था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग ने रोहट क्षेत्र में अपनी टीम को भेजकर कहीं प्वाइंटों पर पिंजरे भी लगवाए, लेकिन इन 15 दिनों में अभी तक कोई भी जानवर वन विभाग के इन पिंजरों में नहीं फंस पाया है. वहीं जंगी जानवर से जुड़े किसी भी प्रकार के पगमार्क भी वन विभाग को नहीं मिले हैं.

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वन विभाग अभी भी पैंथर के इस क्षेत्र में नहीं होने की पुष्टि कर रहा है. साथ ही जो जानवर लोग देख रहे हैं उनमें जरक की सम्भावना ज्यादा जताई जा रही है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लगातार सोशल मीडिया पर पैंथर और शेर जैसी भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही है. इस कारण से वन विभाग के अधिकारियों को प्रतिदिन कई क्षेत्रों में अपनी टीमों को भेजना पड़ रहा है. वहीं वन विभाग इन वन्यजीवों की सूचना को गंभीरता से लेते हुए जोधपुर से ट्रेकुरलाइज्र एक्सपर्ट सरवन सिंह को भी पाली में केम्प करवा रखा हुआ है.

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वहीं अधिकारियों का कहना है कि किसी भी जानवर के एक बार नजर आने के बाद वन विभाग की ओर से जानवर को पकड़ने के पूरे प्रयास किए जाएंगे. अधिकारियों को कहना है कि वन विभाग की टीम की ओर से लगातार पाली के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिंजरे लगाकर उन्हें ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही आम जनता से भी अधिकारियों ने अपील की है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही किसी भी प्रकार की खबरों को न फैलाएं. इससे जनता में डर का माहौल पैदा हो रहा है.

Intro:पाली. पाली शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से जंगली जानवर के होने की खबर के बाद में लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। वहीं इस सूचना के चलते पिछले 15 दिनों से वन विभाग के कर्मचारियों की लगातार परेड होती जा रही है। मंगलवार को भी पाली शहर के पास सासी बस्ती में ऐसा ही मामला सामने आया है। सासी बस्ती में मंगलवार सुबह महिलाओं द्वारा जंगली जानवर देखने की सूचना के बाद में ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आनन-फानन में वन विभाग की टीम जंगली जानवर को पकड़ने के लिए अपने साथ पिंजरा व जाल लेकर आई। वन विभाग की टीम ने आसपास के लोगों से बातचीत कर जानवर का पता लगाने की भी कोशिश की। लेकिन, जानवर की प्रजाति स्पष्ट नहीं हो पाई। वहीं वन विभाग को किसी भी प्रकार से जानवर के आसपास के क्षेत्र में कोई पग मार्क नहीं मिलने से वन विभाग को बैरंग ही लौटना पड़ा।


Body:गौरतलब है कि 15 दिन पहले रोहट क्षेत्र के खेतों में किसानों ने किसी जंगली जानवर को देखा था। प्रथम तौर पर ग्रामीणों ने उस जानवर को पैंथर बताया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग ने रोहट क्षेत्र में अपनी टीम को भेजकर कहीं प्वाइंटों पर पिंजरे भी लगवाए। लेकिन इन 15 दिनों में अभी तक कोई भी जानवर वन विभाग के इन पिंजरों में नहीं फस पाया है। वहीं जंगी जानवर से जुड़े किसी भी प्रकार के पगमार्क भी वन विभाग को नहीं मिले हैं। वन विभाग अभी भी पैंथर के इस क्षेत्र में नहीं होने की पुष्टि कर रहा है। साथ ही जो जानवर लोग देख रहे हैं उनमें जरक की सम्भावना ज्यादा जताई जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लगातार सोशल मीडिया पर पैंथर व शेर जैसी भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही है। इस कारण से वन विभाग के अधिकारियों को प्रतिदिन कई क्षेत्रों में अपनी टीमों को भेजना पड़ रहा है। वहीं वन विभाग इन वन्यजीवों की सूचना को गंभीरता से लेते हुए जोधपुर से ट्रेकुरलाइज्र एक्सपर्ट सरवन सिंह को भी पाली में केम्प करवा कर रखा हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी जानवर के एक बार नजर आने के बाद में वन विभाग की ओर से जानवर को पकड़ने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। अधिकारियों को कहना है वन विभाग की टीम द्वारा लगातार पाली के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिंजरे लगाकर उन्हें ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही आम जनता से भी अधिकारियों ने अपील की है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही किसी भी प्रकार की खबरों को नहीं फैलाएं। इससे जनता में डर का माहौल पैदा हो रहा है।

समाचार में वन विभाग के रेंजर जवान सिंह की बाइट है


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