पाली. जल संसाधन विभाग की ओर से पाली शहर के पास स्थित हेमावास बांध का पानी अब किसानों की सिंचाई के लिए मिल सकेगा. जल संसाधन विभाग के अधिकारी और किसानों की मौजूदगी में हेमावास बांध के चैनल गेट को किसानों के लिए खोल दिया गया. इस पानी से हेमावास कमांड एरिया और क्षेत्रों के जुड़े किसानों को उनकी खेती के लिए तीन पाण में पानी मिलेगा.
जल संसाधन विभाग की ओर से पाली के किसानों की सिंचाई के लिए हेमावास बांध का 1625 एमसीएफटी पानी किसानों की सिंचाई के लिए सुरक्षित रख गया है.यह पानी किसानों को 3 पाण में दिया जाएगा. इस बार किसान हेमावास बांध से मिलने वाले पानी को पूरा सुरक्षित रखना चाहते हैं. ऐसे में किसान व्यर्थ पानी को बहने से रोकने के लिए विभिन्न तरह के प्रयास भी करते नजर आ रहे हैं.
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गौरतलब है कि जिलें में इस बार मानसून की हुई बारिश से हेमावास बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है. इस आवक के चलते हेमावास बांध में 2777 एमसीएफटी पानी की आवक हुई अच्छी पानी की आवक को देखकर किसानों ने भी अपनी पूरी तीन पाण पानी की मांग की.
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जल संसाधन विभाग ने भी पर्याप्त पानी होने से जलदाय विभाग के रिजर्व को पानी देने के बाद 1625 एमसीएफटी पानी किसानों के लिए पूरा रिजर्व किया. हालांकि, किसानों ने कहा कि इस पानी में से भी इस बार पानी की बचत करेंगे. पाली में अच्छी बारिश होने के कारण अभी किसानों के खेतों में पूरी तरह से नमी बनी हुई है. ऐसे में किसानों को मूल आवश्यकता से कम पानी की ही आवश्यकता पड़ेगी.
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किसानों ने अधिकारियों से यह वादा भी किया है कि वे इस बार नहर में आने वाले पानी को किसी भी प्रकार से व्यर्थ नहीं करेंगे. उन्होंने हर 5 किलोमीटर पर एक टीम बनाई है. यह टीम नहर में कहीं भी व्यर्थ होते पानी के बचाव को लेकर कंट्रोल रूम में सूचना देगी. इस सूचना पर नहर का पानी तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही किसानों के उपयोग में लेने के बाद चैनल गेट को फिर से पानी को खोल दिया जाएगा.