पाली. जिले के देवली हुल्ला गांव से गुजर रही है आईओसी की पाइप लाइन को तोड़कर उससे क्रूड ऑयल चोरी करने के मामले में एसओजी हर दिन नई परतें खोल रहा है. इस पाइपलाइन से तेल चोरी करने वाले गिरोह के साथ बगड़ी थाना प्रभारी गोपाल विश्नोई की मिलीभगत पाई गई है. जिसके चलते एसओजी की टीम ने विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है.
एसओजी से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी के पहले सप्ताह में सोजत के पास देवली हुल्ला गांव में इस लाइन में पंचर किया गया था और 330 मीटर की लाइन जोड़कर रात में 20-20 हजार लीटर के टैंकर भरे जा रहे थे. पाली के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में किसी थानेदार की मिलीभगत पाई गई है.
वहीं, पुलिस को यह पता चल गया था कि गिरोह के साथ बगड़ी थानेदार की सांठगांठ है. ऐसे में पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने मामले की जांच में एसओजी और एटीएस को शामिल करवाया. एसओजी ने सरगना समेत अन्य आरोपियों से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि तेल चुराने के लिए वॉल लगाने और पाइप लाइन बिछाने का काम विश्नोई अक्टूबर में बगड़ी में ज्वाइन करने के कुछ दिन बाद नवंबर में शुरू करवाया था. दिसंबर में गिरोह ने तेल चोरी करना शुरू किया था.
एसओजी ने बताया कि 4 जनवरी को पाली के पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी का तबादला सीआईडी सीबी में हो गया और डूंगरपुर से कालूराम रावत को पाली एसपी लगाया गया. इस पर बगड़ी थाना प्रभारी गोपाल विश्नोई ने गिरोह के सरगना सुखदेव सिंह को कहा था कि नए एसपी आ चुके हैं, कुछ दिन के लिए काम बंद कर दिया जाए. गिरोह ने 15 दिन काम भी बंद रखा, लेकिन रोजाना लाखों रुपए की कमाई के लालच में फिर से तेल चोरी करना शुरू कर दिया.
इस बीच 20 जनवरी को बगड़ी थाने के स्टाफ ने टैंकर भी पकड़ा, लेकिन थानेदार ने छोड़ने को कह दिया. एसओजी ने सरगना और थाना स्टाफ के बयान की तस्दीक के बाद यह माना की अगर थाना प्रभारी की तेल चोर गिरोह से गठजोड़ नहीं होता तो वह टैंकर छोड़ने के लिए नहीं कहता. इस मामले में रायपुर के पत्रकार श्याम शर्मा की तेल चोर गिरोह और थाना प्रभारी के बीच अध्यक्षता वाली भूमिका की जांच भी की जा रही है.