पाली. राजस्थान में 22 मार्च से 31 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया, उसके लॉकडाउन 2.0 पूरे देश में 3 मई तक बढ़ा दिया गया. हाल में आए आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान के ज्यादातर क्षेत्रों में वायु प्रदूषण काफी हद तक कम हुआ है. राज्य में लॉकडाउन के दौरान लगाए कड़े प्रतिबंध और वायु प्रदूषण वाले क्षेत्र सहित गैर आवश्यक गतिविधियों को बंद करने से राजस्थान के ज्यादातक शहरों की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है.
प्रदेश में वायु प्रदूषण मापक स्टेशन:
जिले- मापक स्टेशन-
जयपुर- 03
अलवर- 01
अजमेर- 01
भिवाड़ी- 01
जोधपुर- 01
कोटा - 01
पाली- 01
उदयपुर- 01
वायु प्रदूषण मापक स्टेशन स्थित है. जहां की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदुषण में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
- आंकड़े क्या कहते हैं? (AIQ):
- 1. अजमेर, सिविल लाइन
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 99
22 से 7 अप्रेल- 75
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 24
- 2. अलवर, मोती डूंगरी-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 82
22 से 7अप्रैल- 62
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट आई- 24
- 3. भिवाड़ी, रीको-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 229
22 से 7 अप्रैल- 72
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 68
- 4. जयपुर, आदर्श नगर-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 91
22 से 7 अप्रैल- 65
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 29
- 5. जयपुर, पुलिस कमिश्नरेट-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 131
22 से 7 अप्रैल- 62
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 53
- 6. जयपुर, शास्त्री नगर-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 100
22 से 7 अप्रैल- 79
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 21
- 7. जोधपुर, कलेक्ट्रेट-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 173
22 से 7 अप्रैल- 98
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 43
- 8. कोटा, श्रीनाथ नगर-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 93
22 से 7 अप्रैल- 72
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 23
- 9. पाली, इंद्रा कॉलोनी विस्तार-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 101
22 से 7 अप्रैल- 75
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 26
- 10. उदयपुर, अशोक नगर-
तारीख- AIQ-
15 से 21 मार्च- 88
22 से 7 अप्रैल- 60
क्षेत्र के वायु प्रदूषण में गिरावट- 32
प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की माने तो औद्योगिक इकाइयों में गतिविधियां बंद होने, वाहनों के आवागमन में कमी और सड़क धूल की की कमी की वजह से प्रदूषण में काफी सुधार देखा गया है. कोरोना कहर की वजह से जारी लॉकडाउन से भले ही लोगों की जिंदगियां घरों में 21 दिनों के लिए कैद हो गई हैं, मगर इसका असर मौसम पर अच्छा दिख रहा है. यही वजह है कि आसमान बिल्कुल साफ दिख रहा है और वायू प्रदूषण में कमी आई है.