दौसा : आईजी मानवाधिकार किशन सहाय मीना ने एक बार फिर भगवान, धर्म, ग्रन्थ और देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान दिए है. आईपीइस अधिकारी किशन सहाय मीना दौसा के बांदीकुई में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल रेहड़िया में बैग वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने विद्यालय में मौजूद स्टूडेंट्स और अन्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि- ईश्वर, अल्लाह, गॉड और वाहेगुरु कुछ होते ही नहीं हैं. इन सब में कोई दम नहीं है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पुंगी और बाजे बजाकर शरीर में बाहरी शक्ति के प्रवेश का दावा करते हैं, लेकिन जब थक जाते हैं, तो शांत बैठ जाते हैं.
कॉलेज में पता चला भगवान होते ही नहीं हैं : उन्होंने कहा कि 'पहले मैं भी धार्मिक था. मैंने रामायण दूसरी क्लास में और महाभारत तीसरी क्लास में पढ़ ली थी. सारे ग्रन्थ पहले ही पढ़ लिए थे. मुझे लगा मैं भक्ति करूंगा तो भगवान मुझे मिलेंगे, लेकिन जब कॉलेज में गया तो पता चला कि ये तो सब काल्पनिक बातें हैं. भगवान और देवी-देवता होते ही नहीं हैं. आज बच्चे विज्ञान और भूगोल की पढ़ाई कर रहे हैं, जिसमें कहीं अंधविश्वास वाली बातें नहीं हैं, लेकिन बच्चों की जो घर पर परवरिश होती है, उसमें उन्हें अंधविश्वास सिखाया जाता है.'
पत्थर पानी में तैरना, सूरज को निगलना काल्पनिक बातें : उन्होंने मीडिया से बात करते हुए तर्क दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में धार्मिक चमत्कार, जादू-टोना या पर्दे के पीछे ओट और चालाकी होती है. वहीं, जो पत्थर, ईंट पानी में तैरी थी, ईंट में हवा के बुलबुले होते हैं. इसी प्रकार पत्थर मूंगे की चट्टान है, जो समुद्र में बनता है. इसमें पानी के बुलबुले होते हैं, इसलिए पत्थर पानी में तैर जाता है. उन्होंने कहा कि कोई सूरज को निगल गया और चांद की तरफ उंगली करने से उसके दो टुकड़े हो गए, ये सब धार्मिक, काल्पनिक और अंधविश्वास की बातें हैं. ऐसा कुछ भी नहीं होता. उन्होंने दावा किया कि जिन घरों में धार्मिक माहौल ज्यादा है, उनको परेशानी ज्यादा है. भूत, प्रेत, जिन्न मानने से ही आते हैं, जो नहीं मानते उनको कुछ नहीं होता. जो चीज होती है, उसी का सबूत होता है. जो नहीं है उसका कोई सबूत नहीं है.
बता दें कि आइपीएस किशन सहाय मीना पहले भी सभी धर्मों के भगवान, देवताओं पर टिप्पणी कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि ईश्वर, अल्लाह जैसी कोई चीज नहीं होती. इनमें कोई शक्ति न कभी थी और न होती है. कोई मानता है कि इनमें शक्ति होती है तो ये सिर्फ भ्रम मात्र है. उन्होंने कहा था कि भगवान ने कभी किसी देश को गुलाम होने से नहीं बचाया. जिन देशों के पास तकनीकी और आधुनिक हथियार थे, वहीं देश आगे बढ़े हैं और बढ़ते रहेंगे.