पाली. बाली क्षेत्र के पैरवा गांव में डाकपाल की ओर से जमाकर्ताओं के पैसे गबन के मामले में धीरे-धीरे कर परतें खुलती जा रही है. इस मामले को उजागर होने के बाद में डाक विभाग की ओर से पांच अधिकारियों की टीम को पैरवा भेजा गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि इन पांच सदस्य टीमों को पूरे मामले की जांच करने में लगभग 15 दिन से ज्यादा का समय लगेगा. 2 दिन में करीब 30 लाख से ज्यादा पैसों के गबन के मामले अब तक सामने आ चुके हैं.
यह भी पढ़ें. जनता की कमाई अब डाकघर में भी नहीं सुरक्षित, डाकपाल ने ही डकार लिए जनता के करोड़ों रुपए
डाक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जब तक इस टीम की ओर से पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की जाती है. तब तक नहीं बताया जा सकता कि डाकपाल मदनलाल ने कितने रुपयों का गबन किया है. इधर, यह भी जानकारी मिल रही है कि टीम के पैरवा गांव पहुंचने और फालना थाने में इस संबंध में मामला दर्ज करवाने के बाद आरोपी डाकपाल मदनलाल भूमिगत हो गया है. डाक विभाग से यह भी जानकारी मिली है कि आरोपी डाकपाल मदनलाल की ओर से गबन करने की भनक उच्च अधिकारियों को 1 महीने पहले ही मिल गई थी. उसके बाद से वहां पर एक अन्य अधिकारी को नियुक्त कर दिया गया था. डाक विभाग की ओर से शुरुआत में फालना थाने में 6. 36 लाख के गबन का मामला दर्ज करवाया गया था लेकिन धीरे-धीरे कर वहां के खाताधारकों के जब अपने खाते चेक किए गए तो कई खाताधारक और भी सामने आए.
यह भी पढ़ें. जेल में कैदी के पास मिली सिम और नशे की सामग्री, पुलिस ने किया मामला दर्ज
डाकपाल मदनलाल की ओर से 5 गांव के हजारों खाताधारकों के फिक्स डिपाजिट, विभिन्न योजनाओं की रकम, पेंशन और जमा पैसे को लिया तो गया लेकिन उसे विभाग में जमा नहीं करवाया गया. सबसे बड़ी बात यह है कि डाकपाल ने सभी जमाकर्ताओं कि डायरी में जमा पैसे की मोहर भी लगवाई गई है लेकिन, विभाग के खातों में उस संबंध में कोई भी जानकारी नहीं है. इधर, डाक विभाग के अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि जिन जमाकर्ताओं की डायरी में किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं है और उनका पैसा जमा करवाया गया है. उन सभी को डाक विभाग पैसा वापस देगा.