पाली. गर्मियों के सीजन के साथ ही जिले में पेयजल को लेकर परेशानियां भी सामने आने लगी हैं. पाली के सबसे बड़े पेयजल स्त्रोत जवाई बांध की बात करें तो इसमें 31 अगस्त तक का पानी बचा हुआ है. जिससे 10 शहरों में 563 गांव की प्यास को बुझाया जा सकेगा. हाल ही में जवाई बांध से जुड़े गए 224 नए गांव को इस बार जवाई बांध का पानी नहीं मिल पाएगा. इसके चलते गांव में जवाई के पानी की आस अधूरी रह गई है. जलदाय विभाग के अधिकारियों की माने तो इस बार जवाई बांध से जोड़े गए 224 गांव को अगर पानी दिया जाता है तो पाली में पेयजल संकट बहुत जल्द ही मरा जाएगा.
मार्च के पहले और दूसरे सप्ताह में ही पाली जिले में तापमान 35 डिग्री से पार पहुंच गया है. इससे जवाई बांध से पानी तेजी से भाप बनकर उड़ता जा रहा है. वर्तमान में जलदाय विभाग हर दिन 7 से 7.5 एमसीएफटी पानी पेयजल के लिए खर्च कर रहा है. बताया जा रहा है कि ऐसी ही गर्मी पड़ती रही तो आगामी अप्रैल, मई और जून में हर दिन जवाई बांध से 8 से 10 एमसीएफटी पानी भी खर्च होने की संभावना है.
ये भी पढ़ें - घरेलू झगड़े से तनाव में आकर किशोर कूदा नाड़ी में, डूबने से हुई मौत
जलदाय विभाग ने अप्रैल माह से अधिकतम 8 से 8.50 एमसीएफटी पानी खर्च करने का अनुमान लगाते हुए 31 अगस्त तक का पाली जिले के लिए पानी उपलब्ध होना बताया है. वर्तमान हालात यह है कि पानी सप्लाई से ज्यादा छीजत में बर्बाद हो रहा है. जगह-जगह पाइपलाइन टूटने के चलते सैकड़ों लेटर पानी कुछ ही मिनटों में बह रहा है. भले ही जलदाय विभाग ने अगस्त तक पानी उपलब्ध होने का दावा किया है. लेकिन, इनकी निगाहें सिर्फ जुलाई और अगस्त माह में होने वाली बारिश पर टिकी हुई हैं.