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CBI का फर्जी अधिकारी बनकर किया युवक का अपहरण, मांगी 70 लाख की फिरौती, 4 गिरफ्तार

नागौर में एक युवक का अपहरण करने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने युवक को दस्तयाब करते हुए 4 किडनैपर को गिरफ्तार कर लिया गया.

Nagaur police arrested 4 accused
Nagaur police arrested 4 accused
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Published : Apr 13, 2023, 10:25 AM IST

Updated : Apr 13, 2023, 10:40 AM IST

नागौर में पुलिस ने 4 किडनैपर्स को गिरफ्तार किया

नागौर. खुनखुना थाना क्षेत्र के शेरनी आबाद में मंगलवार को अपहरण किए गए यूसुफ खां (38) को दस्तयाब कर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अन्य बदमाशों की तलाश जारी है. फर्जी सीबीआई टीम बनकर आए अपहर्ताओं ने 70 लाख की फिरौती मांगी थी. एसपी राममूर्ति जोशी ने मीडिया को बताया कि घर में घुसकर यूसुफ का अपहरण होते ही नागौर एएसपी राजेश मीना के सुपरविजन में डीडवाना एएसपी विमल सिंह, सीओ गोमाराम और खुनखुना थाना प्रभारी बनवारी लाल के नेतृत्व में टीम गठित कर इनकी तलाश शुरू की.

उन्होंने बताया कि खींवसर थाना प्रभारी अशोक बिसु, खाटूबड़ी थाना प्रभारी गणेश मीणा के साथ पुलिसकर्मियों की टीम अलग-अलग रूट पर इनकी खोजबीन में जुट गई. आरोपियों को पकड़ने के लिए नागौर के परबतसर पहाड़ी क्षेत्र से जयपुर के कानोता-बस्सी में सर्च अभियान चला. जयपुर के बस्सी-कानोता समेत अन्य टीमों के सहयोग से करीब चौदह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीन अरोपियों को जयपुर के आगरा रोड और एक को सवाईमाधोपुर के वजीरपुर से पकड़ा गया. यूसुफ खां को डराने-धमकाने के लिए उनके पास एक एयरगन भी बरामद की गई.

यूसुफ से सत्तर लाख की फिरौती मांगने की बात सामने आने पर पुलिस भी हैरान है. पुलिस ने जब यूसुफ का रिकॉर्ड खंगालना शुरू हुआ तो उसके दुबई में गाड़ी का काम करने की बात सामने आई. बताया जाता है कि यूसुफ का दुबई से सोना लाकर बेचने वालों से भी जुड़ाव है, पुलिस इसकी भी जांच की जा रही है. यूसुफ का भाई शब्बीर अहमद उसके किराने की दुकान चलाने की बात बार-बार पुलिस को बताता रहा. सीसीटीवी फुटेज में अपहर्ताओं के साथ आराम से जाने का मामला भी खुला, फर्जी सीबीआई अधिकारियों के साथ उसका सहजता से चले जाना भी स्थानीय पुलिस को अखर रहा है.

पढ़ें : Alwar Crime: भिवाड़ी पुलिस के हत्थे चढ़े दो हथियार तस्कर, 3 पिस्टल व 10 देसी कट्टा बरामद, पूछताछ में हुए कई खुलासे

तड़के फोन ने की पुलिस की राह आसान : एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि यूसुफ के अपहरण के बाद पूरे जिले में नाकाबंदी कराकर संभावित ठिकानों में दबिश दी. अपहर्ता फर्जी सीबीआई अधिकारी के पहचान पत्र के साथ यूसुफ को कार से ले गए थे. रात भर एएसपी विमल सिंह समेत अन्य टीमें जुटी रही. यूसुफ ने अपहरण के बाद अपने परिजनों से दो बार बात कर पैसे तैयार करने को कहा था. उसने यह भी कहा कि पुलिस को न बताए. उसके बाद से उसका फोन बंद हो गया. तड़के करीब सवा चार बजे यूसुफ के परिजनों के पास अपहर्ताओं का फोन आया और सत्तर लाख रुपए लेकर जयपुर आने को कहा. यह भी कहा कि वहां अगला स्थान बता दिया जाएगा. इसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर ढूंढा तो ये फोन राहगीर/चाय और सब्जी बेचने वालों से लेकर किए थे. इसके बाद अलग-अलग तरीकों से पचास से अधिक की पुलिस टीमों ने बावन फुट हनुमान प्रतिमा के पास घेराबंदी कर यूसुफ को छुड़ाकर चारों अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.

ये हुए गिरफ्तार : अपहरण के आरोप में करौली के विश्वेंद्र जाट, विक्रेज जाट, जोगेन्द्र जाट और सवाईमाधोपुर के अनिल जाट को गिरफ्तार किया गया. जोगेन्द्र जाट पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.

नागौर में पुलिस ने 4 किडनैपर्स को गिरफ्तार किया

नागौर. खुनखुना थाना क्षेत्र के शेरनी आबाद में मंगलवार को अपहरण किए गए यूसुफ खां (38) को दस्तयाब कर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अन्य बदमाशों की तलाश जारी है. फर्जी सीबीआई टीम बनकर आए अपहर्ताओं ने 70 लाख की फिरौती मांगी थी. एसपी राममूर्ति जोशी ने मीडिया को बताया कि घर में घुसकर यूसुफ का अपहरण होते ही नागौर एएसपी राजेश मीना के सुपरविजन में डीडवाना एएसपी विमल सिंह, सीओ गोमाराम और खुनखुना थाना प्रभारी बनवारी लाल के नेतृत्व में टीम गठित कर इनकी तलाश शुरू की.

उन्होंने बताया कि खींवसर थाना प्रभारी अशोक बिसु, खाटूबड़ी थाना प्रभारी गणेश मीणा के साथ पुलिसकर्मियों की टीम अलग-अलग रूट पर इनकी खोजबीन में जुट गई. आरोपियों को पकड़ने के लिए नागौर के परबतसर पहाड़ी क्षेत्र से जयपुर के कानोता-बस्सी में सर्च अभियान चला. जयपुर के बस्सी-कानोता समेत अन्य टीमों के सहयोग से करीब चौदह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीन अरोपियों को जयपुर के आगरा रोड और एक को सवाईमाधोपुर के वजीरपुर से पकड़ा गया. यूसुफ खां को डराने-धमकाने के लिए उनके पास एक एयरगन भी बरामद की गई.

यूसुफ से सत्तर लाख की फिरौती मांगने की बात सामने आने पर पुलिस भी हैरान है. पुलिस ने जब यूसुफ का रिकॉर्ड खंगालना शुरू हुआ तो उसके दुबई में गाड़ी का काम करने की बात सामने आई. बताया जाता है कि यूसुफ का दुबई से सोना लाकर बेचने वालों से भी जुड़ाव है, पुलिस इसकी भी जांच की जा रही है. यूसुफ का भाई शब्बीर अहमद उसके किराने की दुकान चलाने की बात बार-बार पुलिस को बताता रहा. सीसीटीवी फुटेज में अपहर्ताओं के साथ आराम से जाने का मामला भी खुला, फर्जी सीबीआई अधिकारियों के साथ उसका सहजता से चले जाना भी स्थानीय पुलिस को अखर रहा है.

पढ़ें : Alwar Crime: भिवाड़ी पुलिस के हत्थे चढ़े दो हथियार तस्कर, 3 पिस्टल व 10 देसी कट्टा बरामद, पूछताछ में हुए कई खुलासे

तड़के फोन ने की पुलिस की राह आसान : एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि यूसुफ के अपहरण के बाद पूरे जिले में नाकाबंदी कराकर संभावित ठिकानों में दबिश दी. अपहर्ता फर्जी सीबीआई अधिकारी के पहचान पत्र के साथ यूसुफ को कार से ले गए थे. रात भर एएसपी विमल सिंह समेत अन्य टीमें जुटी रही. यूसुफ ने अपहरण के बाद अपने परिजनों से दो बार बात कर पैसे तैयार करने को कहा था. उसने यह भी कहा कि पुलिस को न बताए. उसके बाद से उसका फोन बंद हो गया. तड़के करीब सवा चार बजे यूसुफ के परिजनों के पास अपहर्ताओं का फोन आया और सत्तर लाख रुपए लेकर जयपुर आने को कहा. यह भी कहा कि वहां अगला स्थान बता दिया जाएगा. इसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर ढूंढा तो ये फोन राहगीर/चाय और सब्जी बेचने वालों से लेकर किए थे. इसके बाद अलग-अलग तरीकों से पचास से अधिक की पुलिस टीमों ने बावन फुट हनुमान प्रतिमा के पास घेराबंदी कर यूसुफ को छुड़ाकर चारों अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.

ये हुए गिरफ्तार : अपहरण के आरोप में करौली के विश्वेंद्र जाट, विक्रेज जाट, जोगेन्द्र जाट और सवाईमाधोपुर के अनिल जाट को गिरफ्तार किया गया. जोगेन्द्र जाट पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.

Last Updated : Apr 13, 2023, 10:40 AM IST
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