कुचामनसिटी: डीडवाना जिले में 1971 भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए जवानों को विजय दिवस के रूप में श्रद्धांजलि दी गई. डीडवाना शहर के जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के प्रांगण में विजय दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में डीडवाना जिले के जिला कलेक्टर सीताराम जाट, अतिरिक्त जिला श्योराम वर्मा व अन्य सैन्य अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहे. सभी अधिकारियों ने भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए 27 जवानों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. वहीं साथ ही शहीदों की वीरांगनाओं का भी शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया गया.
जिला कलेक्टर सीताराम जाट ने कहा कि 1971 भारत-पाक युद्ध अपने आप में दुनिया का एक सबसे बड़ा युद्ध था जिसमें हमारे 3900 सैनिकों ने अपने देश की खातिर अपने प्राण न्यौछावर किए और युद्ध में 9851 सैनिक घायल हुए. उनकी याद में यह विजय दिवस मनाते हैं. हम आने वाली पीढ़ी को ये संदेश देना चाहते है कि देश भक्ति का जो ये जज्बा है, ये हमारे अंदर कायम रहना चाहिए. हम सभी का प्रथम लक्ष्य देश की सुरक्षा और देश की सेवा होनी चाहिए.
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कर्नल राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत-पाक 1971 युद्ध की ऐतिहासिक विजय थी जिसका आज भी विश्व में नाम है. जिस युद्ध में दुश्मन के 93000 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया. इसको सबसे बड़ा सरेंडर माना जाता है. इस युद्ध में डीडवाना जिले के सैनिक भी पीछे नहीं रहे. सभी सैनिकों ने दुश्मन को अपनी ताकत का एहसास कराया. डीडवाना कुचामन जिले के 27 सैनिक शहीद हुए थे. उन शहीदों की याद में आज विजय दिवस मनाया जाता है.