नागौर. आधार कार्ड की महत्ववता किसी से छुपी नहीं है. आज हर क्षेत्र में आधार कार्ड एक जरुरी दस्तावेज बन गया है. लेकिन देश में ऐसे कई इलाके है जहां आधार कार्ड बनवाने के लिए आम नागरिकों को कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसा ही एक वाकया देखने को मिला जिले के जिला कलेक्ट्रेट पर जहां एक पिता अपने बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए रोज 70 किमी दूर अपने गांव से जिला मुख्यालय आ रहा है लेकिन जटील सरकारी प्रक्रियाओं के चलते आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है.
जिले की खींवसर तहसील के अचीणा गांव के 10 बच्चों का आधार कार्ड बनवाना उनके परिजनों के लिए टेढ़ी खीर हो चुका है. वे तीन दिन से रोज गांव से नागौर करीब 70 किमी का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन बच्चों का आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है. ऐसे में परिजन बुधवार को बच्चों को लेकर कलेक्टर दिनेश कुमार यादव के समक्ष पेश हुए और आधार कार्ड बनवाने की गुहार लगाई है.
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परिजनों का कहना है कि उनके एक ही परिवार में भाइयों के 10 बच्चों का स्कूल में दाखिला इसी साल करवाया है. स्कूल वाले आधार कार्ड मांग रहे हैं. आधार कार्ड बनवाने नागौर पोस्ट ऑफिस पहुंचे तो वे दो दिन बाद आने का बोल रहे हैं. कभी उन्हें कहा जा रहा है कि सुबह 9 बजे आकर टोकन लो. फिर आधार कार्ड बनेगा. इससे उनके सामने समस्या खड़ी हो गई है. परिजनों ने बच्चे के साथ पहुंचकर कलेक्टर को अपनी पीड़ा बताई है. अब कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने जल्द आधार कार्ड बनाने के निर्देश जारी किए हैं.
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दरअसल, इन दिनों सरकारी कार्यालयों और निजी ई मित्र केंद्रों पर संचालित आधार सेवा केंद्रों को सरकार ने बंद कर रखा है. केवल पोस्ट ऑफिस स्थित आधार सेवा केंद्रों पर ही कार्ड बन रहे हैं. ऐसे में वहां भीड़ रहती है. इसलिए पहले टोकन देकर बारी-बारी से आधार कार्ड के आवेदन किए जा रहे हैं. ऐसे में दूर-दराज से आने वाले लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है.