कुचामनसिटी. पंजाब के लुधियाना में आगामी 3 दिसंबर से 10 दिसंबर तक आयोजित होने जा रही 74वीं राष्ट्रीय बास्केटबॉल टूर्नामेंट के लिए राजस्थान टीम में खिलाड़ियों के चयन के लिए चल रहे प्रशिक्षण शिविर में राजस्थान पुलिस, रेलवे और बीएसएफ में पदस्थ खिलाड़ी भी भाग लेने पहुंचे. प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने आईं खिलाड़ियों ने बताया कि राजस्थान सरकार ने खेल कोटे में जो अलग से दो प्रतिशत आरक्षण दिया उसके काफी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं.
भारतीय बास्केटबॉल टीम सदस्य और वर्तमान में हाल ही राजस्थान पुलिस में खेल कोटे से सब इंस्पेक्टर के पद पर बहाल हुई कमलेश तगाड़ी ने बताया कि राजस्थान सरकार का यह निर्णय काफ़ी बेहतर रहा है. अगर सभी सरकारें इस तरह से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का जिम्मा उठाए तो भारत में खेल इंडस्ट्री का रूप ले सकता है. बता दें कि डीडवाना में राजस्थान टीम के चयन के लिए प्रशिक्षण शिविर चल रहा है जिसमे पूरे राजस्थान से दोनों वर्गो में 16-16 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं.
राजस्थान पुलिस में हाल ही में सब इंस्पेक्टर के पद पर बहाल हुई कनिका राजावत ने कहा कि महिलाओं के लिए खेल के द्वार अगर खोलने हैं तो उन्हें प्रोत्साहित करना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जब खेल कोटा बढ़ेगा तो निश्चित ही अभिभावकों का रुझान खेलों की तरफ बढ़ेगा. भारतीय टीम की सदस्य आशा नायक ने भी राजस्थान पुलिस का रुख कर लिया है. नायक बताती हैं राजस्थान में बास्केटबॉल का भविष्य सुनहरा है. उन्होंने कहा कि यहां अच्छी तादाद में महिलाएं इस खेल में आगे आने लगी हैं. महिलाओं की खेल के प्रति ऐसी सोच से एक सुखद अनुभूति देती और आने वाले समय में इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आएंगे.