नागौर. जिले में मनरेगा के तहत हुए कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण 1 अगस्त से पांच चरण में होगा. इसके तहत जिले में 1 अक्टूबर 2018 से 31 मार्च 2019 तक हुए कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा. अनियमितता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी पर कार्रवाई भी होगी. इसके लिए चयनित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया.
जिलेभर में मनरेगा के तहत हुए कार्यों की पारदर्शिता की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए पांच चरण में सामाजिक अंकेक्षण होगा. चयनित ब्लॉक संसाधन व्यक्तियों को फील्ड में जाकर मनरेगा कार्यों का भौतिक सत्यापन करना होगा. फिर तय प्रपत्र में रिपोर्ट देंगे. यह रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड की जाएगी और अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी.
सामाजिक अंकेक्षण के लिए चयनित ब्लॉक संसाधन व्यक्तियों को जिला परिषद सभागार में प्रशिक्षण दिया गया. जिला समन्वयक बीके शुक्ला ने बताया कि जिले में 1 अगस्त, 22 अगस्त, 29 अगस्त, 5 सितंबर और 12 सितंबर को सामाजिक अंकेक्षण होगा.
इसके तहत ब्लॉक संसाधन व्यक्ति 1 अक्टूबर 2018 से 31 मार्च 2019 तक हुए मनरेगा कार्यों का भौतिक सत्यापन करेंगे. वे 1 से 15 प्रपत्रों में जानकारी इकठ्ठा कर रिपोर्ट देंगे. जिसे ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के बाद ब्लॉक संसाधन व्यक्तियों की दक्षता परीक्षा ली जाएगी. उसके बाद उन्हें फील्ड में भेजा जाएगा.