ETV Bharat / state

नागौर : स्कूल संचालक ने दिव्यांग महिला से किया दुष्कर्म, पुलिस पर रिपोर्ट दर्ज नहीं करने के आरोप - nagore Police News

नागौर जिले में एक दिव्यांग महिला के साथ दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि स्कूल संचालक ने उसे डराया धमकाया और उसे व पति को जान से मारने की धमकी दी. पीड़िता का आरोप है कि उसने दो बार उस पर हमला भी करवाया. इधर, महिला ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.

नागौर दुष्कर्म न्यूज, nagore Rape News
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 4:42 PM IST

नागौर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही दावा करे कि सरकार ने दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर पीड़िता को जल्द न्याय दिलाने के लिए थानाधिकारी से लेकर एसपी तक को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. मगर पुलिस इसको लेकर कितना गंभीर है, इसका एक ताजा उदाहरण नागौर जिले में सामने आया है. बता दें कि यहां एक दिव्यांग महिला से दुष्कर्म और दो बार जानलेवा हमले के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की, ऐसा पीड़िता का आरोप है.

स्कूल संचालक ने दिव्यांग महिला से किया दुष्कर्म

पीड़िता महिला का कहना है कि उसके पति गांव के एक स्कूल में पढ़ाते थे. उसके संचालक समदन पूनिया ने उसके घर आकर उसके साथ ज्यादती की. पीड़िता ने बताया कि यह बात किसी को बताने पर उसे और उसके पति को जान से मारने की भी धमकी दी. वह लगातार कई दिन तक उसका शोषण करता रहा. उन्होंने बताया कि आरोपी उसका पीछा नहीं छोड़ा और वहां उसे और पति को जान से मरवाने के लिए हमला करवाया. इसी तरह उन पर दूसरी बार भी हमला करवाया गया.

पढ़ें- कोटा में बाइक अड़ने के विवाद के बाद युवक की चाकू से वार कर हत्या

वहीं, पीड़िता का यह भी आरोप है कि उसने खुनखुना थाने में डाक से रिपोर्ट भेजी तो दर्ज नहीं की गई. बेरी गांव में हुए हमले को लेकर मौलासर थाने में मामला दर्ज करवाने गए तो पुलिसकर्मियों ने 3 बार रिपोर्ट फाड़ दी और बाद में अपने हिसाब से रिपोर्ट लिखवाई. उन्होंने बताया कि पहले दुष्कर्म, फिर मारपीट और बाद में जानलेवा हमला और आग लगाकर जलाने की कोशिश के बाद दिव्यांग दुष्कर्म पीड़िता अपने पति के साथ शुक्रवार को जब सीओ ऑफिस पहुंची तो यहां मीडिया के सामने आपबीती बताते हुए फफककर रो पड़ी.

इधर, इस मामले को लेकर एसपी डॉ विकास पाठक का कहना है कि महिला ने शुक्रवार को ही दुष्कर्म के मामले की रिपोर्ट पेश की है. जिस पर खुनखुना थाने में मामला दर्ज किया जा रहा है. साथ ही पुलिस पर लगे आरोपों के मामले में डीडवाना एएसपी जांच कर रहे हैं.

नागौर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही दावा करे कि सरकार ने दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर पीड़िता को जल्द न्याय दिलाने के लिए थानाधिकारी से लेकर एसपी तक को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. मगर पुलिस इसको लेकर कितना गंभीर है, इसका एक ताजा उदाहरण नागौर जिले में सामने आया है. बता दें कि यहां एक दिव्यांग महिला से दुष्कर्म और दो बार जानलेवा हमले के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की, ऐसा पीड़िता का आरोप है.

स्कूल संचालक ने दिव्यांग महिला से किया दुष्कर्म

पीड़िता महिला का कहना है कि उसके पति गांव के एक स्कूल में पढ़ाते थे. उसके संचालक समदन पूनिया ने उसके घर आकर उसके साथ ज्यादती की. पीड़िता ने बताया कि यह बात किसी को बताने पर उसे और उसके पति को जान से मारने की भी धमकी दी. वह लगातार कई दिन तक उसका शोषण करता रहा. उन्होंने बताया कि आरोपी उसका पीछा नहीं छोड़ा और वहां उसे और पति को जान से मरवाने के लिए हमला करवाया. इसी तरह उन पर दूसरी बार भी हमला करवाया गया.

पढ़ें- कोटा में बाइक अड़ने के विवाद के बाद युवक की चाकू से वार कर हत्या

वहीं, पीड़िता का यह भी आरोप है कि उसने खुनखुना थाने में डाक से रिपोर्ट भेजी तो दर्ज नहीं की गई. बेरी गांव में हुए हमले को लेकर मौलासर थाने में मामला दर्ज करवाने गए तो पुलिसकर्मियों ने 3 बार रिपोर्ट फाड़ दी और बाद में अपने हिसाब से रिपोर्ट लिखवाई. उन्होंने बताया कि पहले दुष्कर्म, फिर मारपीट और बाद में जानलेवा हमला और आग लगाकर जलाने की कोशिश के बाद दिव्यांग दुष्कर्म पीड़िता अपने पति के साथ शुक्रवार को जब सीओ ऑफिस पहुंची तो यहां मीडिया के सामने आपबीती बताते हुए फफककर रो पड़ी.

इधर, इस मामले को लेकर एसपी डॉ विकास पाठक का कहना है कि महिला ने शुक्रवार को ही दुष्कर्म के मामले की रिपोर्ट पेश की है. जिस पर खुनखुना थाने में मामला दर्ज किया जा रहा है. साथ ही पुलिस पर लगे आरोपों के मामले में डीडवाना एएसपी जांच कर रहे हैं.

Intro:नागौर जिले के तोषिना गांव में एक दिव्यांग महिला के साथ दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि स्कूल संचालक ने उसे डराया धमकाया और उसे व पति को जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि उसने दो बार उस पर हमला भी करवाया। इधर, महिला ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।Body:नागौर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही दावा करे कि सरकार ने दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर पीड़िता को जल्द न्याय दिलाने के लिए थानाधिकारी से लेकर एसपी तक को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। मगर पुलिस इसको लेकर कितना गंभीर है। इसका एक ताजा उदाहरण नागौर में सामने आया है। यहां एक दिव्यांग महिला से दुष्कर्म और दो बार जानलेवा हमले के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। ऐसा पीड़िता का आरोप है।
महिला का कहना है कि उसके पति तोषिना की एक स्कूल में पढ़ाते थे। उसके संचालक समदन पूनिया ने उसके घर आकर उसके साथ ज्यादती की। यह बात किसी को बताने पर उसे व पति को जान से मारने की भी धमकी दी। वह लगातार कई दिन तक उसका शोषण करता रहा। फिर वे तोषिना से बेरी गांव चले गए तो भी उसने उसका पीछा नहीं छोड़ा और वहां उसे और पति को जान से मरवाने के लिए हमला करवाया। इसी तरह उन पर दूसरी बार भी हमला करवाया गया। पीड़िता का यह भी आरोप है कि उसने खुनखुना थाने में डाक से रिपोर्ट भेजी तो दर्ज नहीं की गई। बेरी गांव में हुए हमले को लेकर मौलासर थाने में मामला दर्ज करवाने गए तो पुलिसकर्मियों ने तीन बार रिपोर्ट फाड़ दी और बाद में अपने हिसाब से रिपोर्ट लिखवाई। पहले दुष्कर्म फिर मारपीट और बाद में जानलेवा हमला और आग लगाकर जलाने की कोशिश के बाद दिव्यांग दुष्कर्म पीड़िता अपने पति के साथ आज जब सीओ ऑफिस पहुंची तो यहां मीडिया के सामने आपबीती बताते हुए फफककर रो पड़ी।Conclusion:इधर, इस मामले को लेकर एसपी डॉ. विकास पाठक का कहना है कि महिला ने आज ही दुष्कर्म के मामले की रिपोर्ट पेश की है। जिस पर खुनखुना थाने में मामला दर्ज किया जा रहा है। साथ ही पुलिस पर लगे आरोपों के मामले में डीडवाना एएसपी जांच कर रहे हैं।
.........
बाइट 1- दुष्कर्म पीड़िता दिव्यांग महिला।
बाइट 2- डॉ. विकास पाठक, एसपी, नागौर।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.