नागौर. मकराना में पेयजल की किल्लत से आमजन में गुस्सा फूटने लगा है. जिसके बाद महिलाओं ने रास्ते पर रस्सियां और चारपाई लगाकर आम रास्ता जाम कर दिया. साथ ही वाहन चालकों को गंतव्य की ओर जाने से विकल्प मार्गों का सहारा लेना पड़ा. इस दौरान महिलाओं ने बताया कि जलदाय विभाग की ओर से केवल एक सप्ताह से अधिक अंतराल से 15 मिनट के लिए पेयजल सप्लाई खोली जा रही है, जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर है.
वहीं, जाम की सूचना पाकर जलदाय विभाग के सहायक अभियंता देवेंद्र सिंह, पुलिस थाना के सहायक थाना प्रभारी दिलीप सहल, नगर परिषद के उपसभापति समद सिसोदिया मौके पर पहुंचे और लोगों की मांग को जायज मानते हुए समाधान का आश्वासन दिया. लेकिन फिर भी अपनी मांग को लेकर महिला गुस्सा जताती रही. PHED विभाग के कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए पानी की सप्लाई खोलने वाले कर्मचारी को निलंबित करने की मांग की. गुस्साए लोगों ने विधायक रूपाराम मुरावतिया को समस्या से अवगत करवाया. जिस पर विधायक ने तत्काल PHED अधिकारियों को फोन पर लताड़ लगाई और समस्या समाधान नहीं होने पर आगामी दिनों में धरना प्रदर्शन की खुली चेतावनी दी.
उधर सहायक अभियंता ने जैसे तैसे करके समझाइश की जिसके बाद महिलाओं ने जाम खोला. हालांकि इस मोहल्ले के लोगों ने पहले भी कई बार जलदाय विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों को पानी की समस्या से अवगत कराया है. इससे पहले वसुंधरा सरकार ने विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले आनन-फानन में इंदिरा गांधी नहर का पर्याप्त पानी देने की घोषणा की थी और इंदिरा गांधी नहर परियोजना के पंप हाउस का उद्घाटन भी किया था. मकराना में जलदाय विभाग के अधिकारियों की अनदेखी लगातार सामने आ रही है आखिरकार पानी के लिए परेशान हो रहे लोगों को मजबूरी में रास्ता जाम करके अपना विरोध जताना पड़ा.