दौसा : जिले के मेहंदीपुर बालाजी में स्थित बालाजी मोड़ पर बीती रात एक कार के ऊपर कंटेनर पलटने के मामले में मंगलवार को मृतकों के परिजन दौसा पहुंचे. वहां उन्होंने प्रदर्शन कर दौसा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. मृतकों के परिजनों का आरोप है कि दौसा के सिकंदरा थाना पुलिस के द्वारा कार सवार लोगों को टॉर्चर किया गया था. बीती रात ग्वालियर निवासी कंचन रावत, सुमित बधोरिया और धौलपुर के निवासी देवेंद्र परमार की हादसे में मौत हो गई थी.
मृतकों के परिजनों ने दौसा की सिकंदरा थाने में कार्यरत एक एएसआई पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि नवंबर माह में उनकी कार से एक एक्सीडेंट हो गया था. इस मामले को रफा-दफा करने के लिए एएसआई ने रुपए भी लिए और गाड़ी को छोड़ दिया था. इस मामले में मानपुर पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीना ने कहा कि फिलहाल मृतकों के परिजनों की ओर से मौखिक रूप से आरोप लगाए गए हैं. लिखित शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच कर जो भी आरोपी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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मुकदमा दर्ज होने की धमकी : मृतकों के परिजन अजीत सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले सिकंदरा थाने के एएसआई का फिर से फोन आया और कहा कि आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है. कोर्ट में आकर राजीनामा करो और मामले को रफा-दफा करवाने के एवज में एक लाख रुपए लाने के लिए कहा था. परिजनों का आरोप है कि एएसआई एक बार ग्वालियर भी पहुंच गया. वहां एएसआई ने पीड़ितों को टॉर्चर भी किया था. उसके बाद दौसा राजीनामा के लिए बुलाया गया था. सोमवार को पीड़ित एएसआई की धमकियों के दबाव में दौसा आए थे. सिकंदरा से लौटते वक्त मेहंदीपुर बालाजी में नेशनल हाईवे 21 पर बालाजी मोड़ पर एक कंटेनर उनकी कार पर पलट गया, जिससे कार में सवार तीनों पीड़ितों की मौत हो गई.
अब मृतकों के परिजनों ने सिकंदरा थाने के एएसआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि हादसे में मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है. साथ ही परिजनों की ओर से ट्रक ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है.