नागौर. जिले के खींवसर में मंगलवार सुबह एक अनियंत्रित टेंपो ने रामदेवरा जा रहे दो श्रद्धालुओं को कुचल दिया. हादसे (Road Accident in Nagaur) में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पांचौड़ी के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवाया.
जानकारी के अनुसार यह घटना पांचौड़ी पुलिस थाना क्षेत्र की है. जहां मंगलवार सुबह देऊ फांटा सड़क मार्ग पर टायर फटने के कारण लोडिंग टेंपो अनियंत्रित हो गया. अनियंत्रित होने के बाद टेंपो ने रामदेवरा जा रहे दो श्रद्धालुओं को टक्कर (Road Accident in Nagaur) मार दी. हादसे में दोनों श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद पांचौड़ी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मृतकों के शव को अपने कब्जे में लिया. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए पांचौड़ी के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवाया है.
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पुलिस ने मृतकों के परिजनों को घटना की सूचना दे दी है. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान राजेंद्र (40) पुत्र छोटमल निवासी नागौर और मूलचंद (45) पुत्र रामसिंह निवासी नागौर की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि नागौर से दोनों रामदेवरा के लिए रवाना हुए थे. घटना की सूचना मिलने के बाद अस्पताल परिसर में काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए. हादसे के बाद लोडिंग टेंपो चालक टेंपो को घटनास्थल पर छोड़कर मौके से फरार हो गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
लोक देवता बाबा रामदेव की मान्यता- जैसलमेर जिले के रामदेवरा में लोक देवता बाबा रामदेव की समाधि है. यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों आते हैं. इन्हें रामदेव पीर भी कहा जाता है. मान्यता है कि बाबा रामदेव के मंदिर आने वालों की मन्नत तो पूरी होती ही है, इसके अलावा अगर किसी को कोई शारीरिक कष्ट होते हैं वह भी ठीक हो जाते हैं. जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग भाद्रपद महीने में रामदेवरा आते हैं. राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से लोग यहां आते हैं. एक महीने में दस लाख से ज्यादा लोग पहुंचते हैं. इनमें बड़ी संख्या में पदयात्री भी होते हैं, जो सैकड़ों किमी का सफर तय कर आते हैं.