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Lumpy Disease: शेखावत और कैलाश चौधरी ने ली बैठक, कलेक्टर के नहीं आने से हुए नाराज - ETV Bharat rajasthan news

राजस्थान में लंपी स्किन डिजीज का कहर देखने को मिल रहा है. इसके चलते प्रदेश में हजारों गायों की मौत हो चुकी है. रविवार को (Lumpy Cases in Rajasthan) केंद्रीय मंत्री शेखावत और कैलाश चौधरी ने जोधपुर संभाग के जिला कलेक्टरों की बैठक ली. इस दौरान बैठक में कलेक्टर्स के नहीं आने को लेकर नाराजगी जताई. वहीं, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया रविवार को नागौर जिले के दौरे पर रहे.

Lumpy Disease
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Published : Aug 7, 2022, 7:16 PM IST

Updated : Aug 7, 2022, 10:42 PM IST

जोधपुर/नागौर. केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने राजस्थान में गोवंश में फैले खतरनाक संक्रामक रोग लंपी वायरस संक्रमण को लेकर आज बैठक ली. उन्होंने डीआरडीए हॉल में जोधपुर, पाली, जालोर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों के अधिकारियों से विस्तार से चर्चा कर जानकारी ली. लंपी डिजीज को लेकर बैठक में कलेक्टर्स के नहीं आने को लेकर शेखावत और चौधरी ने नाराजगी जताई.

खास तौर से संभाग में सर्वाधिक गोवंशों की मौत बाड़मेर में हो रही है. इस जिले के कलेक्टर के नहीं आने को लेकर दोनों मंत्री काफी नाराज हुए. शेखावत ने कहा कि इस बारे में मुख्य सचिव को पत्र लिखूंगा. उन्होंने कहा कि अहसान किया है कि जिले के बालोतरा एसडीएम को भेजा है. शेखावत ने सभी अधिकारियों से कहा कि इस दौर को कोरोना की चुनौती की तरह लेने की जरूरत है. किसी को कुछ पता नहीं है. परंपरागत सरकारी तरीका नहीं अपनाएं.

कलेक्टर के नहीं आने से हुए नाराज

पढ़ें- लम्पी के कहर के बीच गहलोत सरकार से सवाल- कब भरे जाएंगे खाली पद, बेरोजगारों ने फिर की मांग

शेखावत ने कहा कि सभी को यह समझना होगा कि गरीब की एक गाय की मौत होती है तो उसका दर्द कैसा होता है. दवाइयां अस्पतालों में रखने से कुछ नहीं होगा गांव तक पहुंचाइए. तकनीक का सहारा लीजिए पशुपालक किसान कैसे उपचार से जुड़े इस को लेकर जागरूकता के वीडियो बनाकर भेजिए, जिससे गोवंश को बचाया जा सके. शेखावत ने मुख्यमंत्री से लंपी वायरस के कारण अपना पशुधन गंवाने वाले पशुपालकों और किसानों को मुआवजा देने का आग्रह किया.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हालात जितना सरकार ले रही है, उससे कहीं ज्यादा गंभीर और चिंताजनक हैं. जून में बीमारी शुरू हुई थी, तब से अब तक 20% पशुओं का ही सर्वे हो पाया है. जैसलमेर जिले में 70% पद खाली पड़े हैं. शेखावत ने निर्देश दिए कि जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले में अधिकारियों को लगाकर हरेक गांव में कितना पशु संक्रमित हुआ है, कितनी गाय मरी हैं, उसका आंकड़ा और सूचना एकत्रित करें.

तकनीक का सहारा लें अधिकारी- केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि लंपी वायरस महामारी से लड़ने के लिए हमको टेक्नोलॉजी का सहारा लेना होगा. एक-एक वॉट्सएप ग्रुप पांचों जिलों में बनाया जाए, जिस पर ग्रामवासी सीधा सूचित कर सकें. वीडियो कॉल के माध्यम से गांव के जनप्रतिनिधि संक्रमित पशु का एक बार डॉक्टर से निरीक्षण कराएं और तुरंत उपचार सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो. दवाइयों की खरीद के लिए सरकार ने पैसा दिया है, उसका भी समुचित उपयोग हो. सब लोग टीम भावना के साथ इस पर काम करें. शेखावत ने यह बीमारी दूसरे जानवरों में ना फैले, इसे लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए.

नागौर दौरे पर मंत्री प्रमोद जैन भाया- वहीं, रविवार को गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया नागौर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कुचामन, मकराना नावा और परबतसर ग्रामीण क्षेत्रों के आसपास के गौशाला संचालक से बातचीत की. मंत्री ने संचालकों से गौशाला में साफ-सफाई रखने के साथ ही संक्रमित गोवंशों को स्वस्थ्य गायों से अलग रखने (Pramod Jain Bhaya visits Nagaur) के निर्देश दिए हैं. मंत्री भाया ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से उपलब्धता के आधार पर वैक्सीन भेजा जा रहा है. जहां स्थिति ज्यादा खराब है, उन जगहों को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने कहा कि समय पर टीके लगाए जाएंगे ताकि इस वायरस के कहर से गायों को बचाया जा सके.

नागौर दौरे पर प्रमोद जैन भाया

पढ़ें. Lumpy Disease: प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 1511 गायों की मौत, आंकड़ा बढ़कर हुआ 5807

प्रमोद भाया ने आवारा गोवंशों को गौशाला परिसर में अलग से जगह बनाकर रखने के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग गोवंशों का प्राथमिक उपचार करवा रहा है. विभाग की टीम ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक काम कर रही है.

जोधपुर/नागौर. केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने राजस्थान में गोवंश में फैले खतरनाक संक्रामक रोग लंपी वायरस संक्रमण को लेकर आज बैठक ली. उन्होंने डीआरडीए हॉल में जोधपुर, पाली, जालोर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों के अधिकारियों से विस्तार से चर्चा कर जानकारी ली. लंपी डिजीज को लेकर बैठक में कलेक्टर्स के नहीं आने को लेकर शेखावत और चौधरी ने नाराजगी जताई.

खास तौर से संभाग में सर्वाधिक गोवंशों की मौत बाड़मेर में हो रही है. इस जिले के कलेक्टर के नहीं आने को लेकर दोनों मंत्री काफी नाराज हुए. शेखावत ने कहा कि इस बारे में मुख्य सचिव को पत्र लिखूंगा. उन्होंने कहा कि अहसान किया है कि जिले के बालोतरा एसडीएम को भेजा है. शेखावत ने सभी अधिकारियों से कहा कि इस दौर को कोरोना की चुनौती की तरह लेने की जरूरत है. किसी को कुछ पता नहीं है. परंपरागत सरकारी तरीका नहीं अपनाएं.

कलेक्टर के नहीं आने से हुए नाराज

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शेखावत ने कहा कि सभी को यह समझना होगा कि गरीब की एक गाय की मौत होती है तो उसका दर्द कैसा होता है. दवाइयां अस्पतालों में रखने से कुछ नहीं होगा गांव तक पहुंचाइए. तकनीक का सहारा लीजिए पशुपालक किसान कैसे उपचार से जुड़े इस को लेकर जागरूकता के वीडियो बनाकर भेजिए, जिससे गोवंश को बचाया जा सके. शेखावत ने मुख्यमंत्री से लंपी वायरस के कारण अपना पशुधन गंवाने वाले पशुपालकों और किसानों को मुआवजा देने का आग्रह किया.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हालात जितना सरकार ले रही है, उससे कहीं ज्यादा गंभीर और चिंताजनक हैं. जून में बीमारी शुरू हुई थी, तब से अब तक 20% पशुओं का ही सर्वे हो पाया है. जैसलमेर जिले में 70% पद खाली पड़े हैं. शेखावत ने निर्देश दिए कि जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले में अधिकारियों को लगाकर हरेक गांव में कितना पशु संक्रमित हुआ है, कितनी गाय मरी हैं, उसका आंकड़ा और सूचना एकत्रित करें.

तकनीक का सहारा लें अधिकारी- केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि लंपी वायरस महामारी से लड़ने के लिए हमको टेक्नोलॉजी का सहारा लेना होगा. एक-एक वॉट्सएप ग्रुप पांचों जिलों में बनाया जाए, जिस पर ग्रामवासी सीधा सूचित कर सकें. वीडियो कॉल के माध्यम से गांव के जनप्रतिनिधि संक्रमित पशु का एक बार डॉक्टर से निरीक्षण कराएं और तुरंत उपचार सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो. दवाइयों की खरीद के लिए सरकार ने पैसा दिया है, उसका भी समुचित उपयोग हो. सब लोग टीम भावना के साथ इस पर काम करें. शेखावत ने यह बीमारी दूसरे जानवरों में ना फैले, इसे लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए.

नागौर दौरे पर मंत्री प्रमोद जैन भाया- वहीं, रविवार को गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया नागौर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कुचामन, मकराना नावा और परबतसर ग्रामीण क्षेत्रों के आसपास के गौशाला संचालक से बातचीत की. मंत्री ने संचालकों से गौशाला में साफ-सफाई रखने के साथ ही संक्रमित गोवंशों को स्वस्थ्य गायों से अलग रखने (Pramod Jain Bhaya visits Nagaur) के निर्देश दिए हैं. मंत्री भाया ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से उपलब्धता के आधार पर वैक्सीन भेजा जा रहा है. जहां स्थिति ज्यादा खराब है, उन जगहों को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने कहा कि समय पर टीके लगाए जाएंगे ताकि इस वायरस के कहर से गायों को बचाया जा सके.

नागौर दौरे पर प्रमोद जैन भाया

पढ़ें. Lumpy Disease: प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 1511 गायों की मौत, आंकड़ा बढ़कर हुआ 5807

प्रमोद भाया ने आवारा गोवंशों को गौशाला परिसर में अलग से जगह बनाकर रखने के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग गोवंशों का प्राथमिक उपचार करवा रहा है. विभाग की टीम ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक काम कर रही है.

Last Updated : Aug 7, 2022, 10:42 PM IST
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