नागौर. कोरोना काल में खाद्य सुरक्षा से जुड़े लोगों को सरकार ने गेहूं और चना दाल देने की घोषणा की है. लेकिन नागौर में फिलहाल उचित मूल्य की दुकानों पर गेहूं ही दिया जा रहा है. चना दाल नहीं दी जा रही है. राशन डीलरों का कहना है कि चना दाल आगे से ही नहीं आई है.
प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे (Below Poverty Line) जीवनयापन करने वाले लोगों को कोरोना काल में राहत देने के लिए सरकार ने गेहूं के साथ चने की दाल देने की घोषणा की है. इसके तहत खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े लाभार्थी परिवारों को प्रति सदस्य दस किलो गेहूं और प्रति परिवार दो किलो चने की दाल देने का प्रावधान किया गया है, लेकिन नागौर में राशन की दुकानों पर सिर्फ गेहूं ही मिल रहा है. राशन की दुकान पर आने वाले लाभार्थियों का कहना है कि उन्हें गेहूं और चने की दाल मिलने का मैसेज मोबाइल पर मिला है, लेकिन दुकान पर पहुंचने पर केवल गेहूं ही दिया जा रहा है. लाभार्थियों का कहना है कि खाने को नहीं है. ऐसे में शनिवार को चना दाल लेने को कहा जा रहा है.
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इस संबंध में राशन डीलरों का कहना है कि अभी सिर्फ गेहूं का ही स्टॉक आया हुआ है. चने दाल का स्टॉक मिला नहीं है. इसलिए लाभार्थी परिवारों को गेहूं ही दिया जा रहा है. चने की दाल का स्टॉक एक-दो दिन तक मिलने की संभावना है. इसलिए दाल का वितरण बाद में किया जाएगा. इधर, डीएसओ पार्थसारथी का कहना है कि गेहूं और चना दाल की खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. शुक्रवार की शाम को ही स्टॉक नागौर पहुंचा है. जिसे राशन डीलर तक पहुंचाया जा रहा है.
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ऐसे में शनिवार से चने की दाल का भी वितरण शुरू करवा दिया जाएगा. वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी परिवारों को चने की दाल का वितरण शनिवार से शुरू करवा दिया जाएगा.