नागौर. कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव को लेकर नागौर जिला प्रशासन की ओर से हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं कोई भी काम में किसी तरह की चूंक ना हो, जिसके लिए जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में बैठक आयोजित की गई.
बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अजमेर सत्तार खान, जिला परिषद के सीईओ जवाहर चौधरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर मनोज कुमार, एडिशनल एसपी नागौर रामकुमार कस्वां के साथ कोविड-19 के वर्तमान व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई.
चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अब तक 8 हजार 379 सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से 7 हजार 356 की रिपोर्ट अब तक प्राप्त हुई है. वहीं नागौर जिले में कुल 48 कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार वर्तमान में जारी है. वहीं 116 मरीज ठीक होकर अस्पताल आइसोलेशन से क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजे जा चुके हैं. अब नागौर जिले में 1 हजार 23 की सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है. कोरोना मरीजों का जिले में अब तक आंकड़ा 172 तक पहुंच चुका है.
बैठक में अब तक नागौर जिले भर में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भोजन , सैनिटाइजेशन, हेल्थ चेकअप की व्यवस्थाओं को सुचारू रखते हुए गुणवत्तापूर्ण व्यवस्थाओं को सुचारू रखते हुए प्रगति रिपोर्ट पर जिला कलेक्टर ने समीक्षा की. बैठक में जिले में बाहरी राज्य से आ रहे जिले के मूल निवासियों को राजकीय बी आर मिर्धा कॉलेज में विकसित किए गए टाजिट सेंटर पर हर समय हेल्थ स्कैनिंग की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी.
नागौर ब्लॉक के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महेंद्र कुमार मीणा ने बैठक में बताया कि नागौर जिला मुख्यालय पर बाहरी राज्य से आ रहे लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग के बाद लक्षण के आधार पर सैंपल लेने की व्यवस्था विवेकानंद मॉडल स्कूल के साथ धनराज स्कूल में भी की गई है.
पढ़ेंः डायमंड व्यापारी ने पेश की मानवता की मिसाल, गरीब और असहाय लोगों तक पहुंचा रहे राशन
सैंपल लेने की व्यवस्था अब राजकीय JLN अस्पताल प्रशासन की ओर से वर्तमान में की जा रही है. वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक दुग सिंह उदावत ने नागौर जिला मुख्यालय पर संचालित तुरंत सेंटर और रांझे सेंटर पर संचालित व्यवस्था के बारे में जानकारियां दी.