नागौर. नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा हमला बोला है. एक के बाद एक लगातार चार ट्वीट करके उन्होंने सीएम गहलोत के भाई पर फर्टिलाइजर स्कैम का आरोप लगाया है. बेनीवाल ने लिखा है कि इससे साबित होता है कि मुख्यमंत्री गहलोत किसान विरोधी हैं.
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राजस्थान के CM श्री @ashokgehlot51 के भाई की कंपनी द्वारा जोधपुर में किये गए फर्टिलाइजर स्कैम से यह साबित होता है की गहलोत जी किसान विरोधी है,बिहार में चारा घोटाला की तर्ज पर यह फर्टिलाइजर घोटाला अन्नदाताओं के साथ धोखा था !#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan #Jodhpur
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) July 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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">राजस्थान के CM श्री @ashokgehlot51 के भाई की कंपनी द्वारा जोधपुर में किये गए फर्टिलाइजर स्कैम से यह साबित होता है की गहलोत जी किसान विरोधी है,बिहार में चारा घोटाला की तर्ज पर यह फर्टिलाइजर घोटाला अन्नदाताओं के साथ धोखा था !#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan #Jodhpur
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4/1राजस्थान के CM श्री @ashokgehlot51 के भाई की कंपनी द्वारा जोधपुर में किये गए फर्टिलाइजर स्कैम से यह साबित होता है की गहलोत जी किसान विरोधी है,बिहार में चारा घोटाला की तर्ज पर यह फर्टिलाइजर घोटाला अन्नदाताओं के साथ धोखा था !#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan #Jodhpur
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इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए बेनीवाल ने ट्वीट किया कि, साल 2007 से 2009 के बीच मुख्यमंत्री के भाई की कंपनी ने उर्वरक बनाने में काम आने वाला एक अहम उत्पाद किसानों को बांटने के नाम पर सरकार से सब्सिडी पर खरीदा. उस उत्पाद को किसानों में बांटने की बजाए निजी कंपनियों को बेचकर भारी मुनाफा कमाया गया. सांसद बेनीवाल ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि इस मामले में कमिश्नर ऑफ कस्टम द्वारा 5 करोड़ से भी अधिक की राशि का जुर्माना लगाया जाना यह साबित करता है कि किसानों के नाम पर कितनी बड़ी ठगी राजनीतिक रसूख से की गई है.
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वर्ष 2007 से 2009 के मध्य सीएम गहलोत जी के भाई की कंपनी ने उर्वरक बनाने में काम आने वाले एक अहम उत्पाद को किसानों में बांटने के नाम पर सरकार से सब्सिडी पर खरीदा तथा उसी उत्पाद को किसानों में बांटने की बजाय निजी कंपनियों को बेचकर भारी मुनाफा कमाया#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan
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">वर्ष 2007 से 2009 के मध्य सीएम गहलोत जी के भाई की कंपनी ने उर्वरक बनाने में काम आने वाले एक अहम उत्पाद को किसानों में बांटने के नाम पर सरकार से सब्सिडी पर खरीदा तथा उसी उत्पाद को किसानों में बांटने की बजाय निजी कंपनियों को बेचकर भारी मुनाफा कमाया#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan
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3/1वर्ष 2007 से 2009 के मध्य सीएम गहलोत जी के भाई की कंपनी ने उर्वरक बनाने में काम आने वाले एक अहम उत्पाद को किसानों में बांटने के नाम पर सरकार से सब्सिडी पर खरीदा तथा उसी उत्पाद को किसानों में बांटने की बजाय निजी कंपनियों को बेचकर भारी मुनाफा कमाया#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan
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मीडिया के अनुसार इस मामले में कमिश्नर ऑफ कस्टम द्वारा 5 करोड से भी अधिक राशि का जुर्माना इस कम्पनी पर लगा रखा था जो यह साबित करता है की किसानों के नाम पर कितनी बड़ी ठगी राजनैतिक रसूख से की गई थी#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan #Jodhpur
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">मीडिया के अनुसार इस मामले में कमिश्नर ऑफ कस्टम द्वारा 5 करोड से भी अधिक राशि का जुर्माना इस कम्पनी पर लगा रखा था जो यह साबित करता है की किसानों के नाम पर कितनी बड़ी ठगी राजनैतिक रसूख से की गई थी#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan #Jodhpur
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2/1मीडिया के अनुसार इस मामले में कमिश्नर ऑफ कस्टम द्वारा 5 करोड से भी अधिक राशि का जुर्माना इस कम्पनी पर लगा रखा था जो यह साबित करता है की किसानों के नाम पर कितनी बड़ी ठगी राजनैतिक रसूख से की गई थी#फर्टिलाइजर_स्कैम #Rajasthan #Jodhpur
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सांसद ने कहा, ऐसे में ईडी सहित अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई को राजनीतिक नजरिए से जोड़ना गलत है. सांसद बेनीवाल ने कहा कि जिस तरह बिहार में चारा घोटाला हुआ था उसी तर्ज पर यह फर्टिलाइजर घोटाला हुआ है जो अन्नदाताओं के साथ धोखा है. उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि वे सीएम गहलोत की किसान विरोधी नीतियों को लगातार जनता के सामने लाते रहे हैं.
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