नागौर. जिला एसीबी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 हजार की रिश्वत के साथ पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. साथ ही मौके से एक दलाल को भी ट्रैप किया गया. दोनों ही आरोपियों की शिनाख्त जाहिर कर दी गई. साथ ही बताया गया कि ढिंगसरा पटवारी कुलदीप बिश्नोई और दलाल सुरेश को मौके से ट्रैप किया गया है. इस मामले में परिवादी ने नागौर एसीबी में शिकायत दी थी कि मुआवजा राशि दिलवाने की एवज में पटवारी रिश्वत की मांग कर रहा है.
इसके बाद जिला एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करने के बाद उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी टीम ने कार्रवाई के दौरान मौके से पटवारी कुलदीप बिश्नोई को 12 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. साथ ही बताया गया कि आरोपी पटवारी दलाल सुरेश के मार्फत रिश्वत लेता था. ऐसे में उसे भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल दोनों से इस मामले में पूछताछ की जा रही है. वहीं, बताया गया कि कार्रवाई के दौरान पकड़े जाने पर पटवारी मौके से भागने की कोशिश किया, लेकिन उसे दबोच लिया गया.
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एसीबी की ओर से बताया गया कि शिकायतकर्ता के मुताबिक दलाल और पटवारी ने 16 हजार की डिमांड की थी और 12 हजार की राशि लेते मंगलवार को पटवारी को ट्रैप किया गया है. जिसके बाद पटवारी को खींवसर थाने ले जाया गया, जहां आगे की कार्रवाई की गई. बता दें कि अजमेर एसीबी के सीआई नरेश चौहान और नागौर एसीबी की टीम ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.
वहीं, चित्तौड़गढ़ में भी एसीबी ने मंगलवार शाम को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. उदयपुर की स्पेशल यूनिट ने यहां कोतवाली थाने में रिश्वत लेते एक सब इंस्पेक्टर और पटवारी को गिरफ्तार कर लिया. रिश्वत की राशि दुष्कर्म के एक मामले को हल्का करने के नाम पर ली गई थी. मजे की बात ये है कि रिश्वत की राशि सब इंस्पेक्टर ने लेकर अपने पटवारी साथी को थमा दी थी और दोनों ही एसीबी के जाल में फंस गए. इतना ही नहीं एसीबी टीम ने दोनों के घरों की तलाशी भी ली. आरोपी उपनिरीक्षक और पटवारी फिलहाल प्रोबेशन पीरियड में बताए गए हैं.
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि एक महिला ने सोमवार को उदयपुर इकाई के समक्ष शिकायत की गई थी. जिसमें उसके पति के विरुद्ध दर्ज दुष्कर्म के मामले में कोतवाली पुलिस थाने के उपनिरीक्षक राम सिंह गुर्जर ने 10000 की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसीबी के उपमहानिरीक्षक उदयपुर राजेंद्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कराया गया. शिकायत की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को निरीक्षक रतन सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में टीम चित्तौड़गढ़ पहुंची. उन्होंने बताया कि परिवादी ने कोतवाली थाने में जैसे ही सब इंस्पेक्टर राम सिंह गुर्जर पुत्र बाबूलाल गुर्जर को रिश्वत के 3000 थमाए, वैसे ही उसे एसीबी टीम ने दबोच लिया.