नागौर. जिले के पांचौड़ी थाना के करनूं गांव में सर्विस सेंटर पर दो दलित युवकों के साथ मारपीट की घटना के विरोध में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने पूरे प्रदेश भर में प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी ओर पार्टी के सुप्रीमो नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पीड़ित परिवार के घर तांतवास जाकर उनसे मुलाकात की. साथ ही दोनों परिवारों को एक-एक लाख की रुपये की आर्थिक सहायता भी दी.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मौके पर घटना की पूरी जानकारी ली. पीड़ितों के परिजनों से इस मामले में अब तक सरकार के द्वारा दी गई सहायता के बारे में विस्तार से चर्चा की. इस मौके पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मीडिया से रूबरू होते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है.
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री संवेदनशील नहीं हैं. इतनी बड़ी घटना के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात तक नहीं की. सांसद ने कहा कि पीड़ित परिवारों को थानागाजी मामले में पीड़िता को जो पैकेज मिला, उसी की तर्ज पर इन दोनों युवकों को देने की मांग सरकार से की है. वहीं इस मामले में पीड़ित परिवारों की एफआईआर समय पर दर्ज नहीं करने पर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया.
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सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मामले में नागौर पुलिस अधीक्षक सहित थाना अधिकारी रैंक के दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है. साथ ही इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पूरे मामले पर भारतीय जनता पार्टी को सद्बुद्धि भगवान दे. इस मामले को विधानसभा सत्र में पुरजोर तरीके से उठाए जाने की बात की जा रही है.
बता दें कि 16 फरवरी को पांचौड़ी थाना क्षेत्र के करनू बाइक सर्विस सेंटर पर चोरी करने का आरोप लगाते हुए सर्विस सेंटर पर काम कर रहे कर्मचारियों ने बाबर्रता पूर्वक दोनों दलित युवकों के साथ मारपीट की.19 फरवरी को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद दलित समाज और पुलिस हरकत में आए थे.