परबतसर (नागौर). एक ओर राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मंत्रियों व अधिकारियों के साथ विभागवार चार साल के कार्यकाल और योजनाओं की जानकारी ले रहे थे तो दूसरी ओर नागौर के परबतसर में उन्हीं के कैबिनेट मंत्री ने उन पर अप्रत्यक्ष रूप से जुबानी हमला बोल रहे थे. असल में प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सोमवार को नागौर दौरे पर थे. इस दौरान उनके करीबी मंत्री हेमाराम चौधरी भी उनके साथ नजर आए.
परबतसर में किसान सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान मंत्री हेमाराम चौधरी ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि दो दिन बाद वो 75 साल के हो जाएंगे. ऐसी स्थिति में अगर अब भी वो या उनके जैसे साल 1980 से सियासत में सक्रिय नेता युवाओं को मौका नहीं देंगे तो फिर युवा धक्का देकर उन्हें साइड कर देंगे. मंत्री ने कहा कि युवा भी सोचते हैं कि वो भी कभी चुनाव लड़ेंगे. विधायक-मंत्री बनेंगे, लेकिन अगर हम लोग उन्हें मौका नहीं देंगे वो भला कैसे आगे आएंगे.
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यही वजह है कि अब 1980 से सत्ता और संगठन में रहे नेताओं को इस पर विचार करने की जरूरत है. हम विचार नहीं करेंगे तो युवाओं को रास्ता नहीं मिलेगा. वो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. उनका विधायक और मंत्री बनने का सपना टूट सकता है. हमें खुद से पहल कर उन्हें आगे लाने की दिशा में काम करना चाहिए. यदि हम ऐसा नहीं करेंगे तो वो एक दिन हमें ही धक्का मार कर खुद के लिए मौका बनाएंगे. मंत्री ने कहा कि अगर युवाओं ने हमें धक्का देकर मौका लिया तो फिर हमारी क्या शान रह जाएगी ?
कभी एक हाथ से नहीं बजती ताली : इस दौरान मंत्री हेमाराम ने कहा कि जो लोग एक हाथ से ताली बजाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें यह बात दिमाग से निकाल देनी चाहिए, क्योंकि ताली कभी एक हाथ से नहीं बज सकती है. ऐसा सोचने वालों को यह पता होना चाहिए कि ताली बजाने के लिए दोनों हाथों को मिलाना पड़ता है. मंत्री ने आगे किसानों की बिजली कटौती पर कहा कि अगर यह काम हम नहीं करेंगे तो फिर कौन करेगा. यहां हमारी सरकार है और अगर किसानों को बिजली के लिए परेशान होना पड़ रहा है तो इसके लिए जिम्मेदार भी हम ही हैं.
खुद को नहीं, पार्टी को मजबूत बनाएं : हेमाराम ने परबतसर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें कांग्रेस की मजबूती के लिए काम करना चाहिए, न की खुद की मजबूती के लिए. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी मजबूत होगी तो हम राज्य के विकास के लिए बहुत कुछ कर पाएंगे. राज्य और क्षेत्र का विकास तभी संभव होगा, जब हमारे क्षेत्र व राज्य की आम जनता और किसान खुश और समृद्ध होंगे.