नागौर. मारवाड़ मूंडवा में अब लोगों को डीजे का शोर नागवार गुजरने लगा है. जिससे परेशान होकर इस प्रचलन को रोकने के लिए कई समाज इसके विरोध में आगे आ रहे हैं. डीजे के शोर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण और इसके अन्य दुष्परिणामों से बचाने के लिए लगातार मांग उठने लगी (Memorandum submitted to collector for not playing DJ) है.
पहले से हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार डीजे पर कानूनी रूप से पाबंदी लगाई गई है और लगातार पुलिस प्रशासन को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. परंतु इनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से तथा कहीं न कहीं राजनीतिक संरक्षण के चलते लगातार नागौर व आसपास के गांवों में डीजे की बाढ़ आई हुई है. जिससे अब हर कोई परेशान हो चुका है. इसी के चलते शुक्रवार को समाज मा. मूण्डवा की ओर से, साउण्ड डी.जे. और डान्स फ्लोर पर प्रतिबंध लगाने में प्रशासनिक सहयोग दिलवाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
मूण्डवा के मोजीज व्यक्तियों और युवाओं की ओर से समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को मिटाने हेतु पहल की है. समाज में विवाह, सगाई, मायरा, सावा,जन्मदिन और अन्य समारोह में डीजे साउण्ड और डान्स फ्लोर बजाने की कुप्रथा विद्यमान है, जिससे समाज के युवाओं में फिजुलखर्ची और डीजे की ध्वनि से ध्वनि प्रदूषण होने के कारण काफी नुकसान हो रहा है. इसलिए समाज के मोजीज व्यक्तियों और युवाओं ने डीजे बजाने पर प्रतिबंध की पहल की है.
प्रतिबंध के दौरान उक्त समाज में यदि कोई डीजे साउण्ड, डीजे और डान्स फ्लोर बजाया जाता है, तो उक्त व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता होगी. जिसे लेकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए प्रशासनिक सहयोग मुहैया कराने की मांग की गई है.