नागौर. नागौर आबकारी विभाग द्वारा आवंटित शराब ठेकों में नियमों के विपरीत संचालित हो रहे हैं. शराब के ठेकों में ना सिर्फ आम आदमी और महिलाओं को खामियाजा भुगतना पड़ता है बल्कि स्कूल और कॉलेज की छात्र-छात्राओं को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. ऐसा ही एक मामला नागौर के भदवासी गांव से सामने आया है. इसमें आज बड़ी संख्या में महिलाएं, कॉलेज-स्कूल की छात्र-छात्राएं और स्थानीय निवासी बड़ी तादाद में जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. इसके बाद गांव में संचालित शराब ठेके के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया गया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शराब ठेका नियमों के विपरीत संचालित किया जा रहा है.
यह शराब के ठेके मंदिर, बाजार और स्कूल-कॉलेज के आने-जाने के रास्ते पर संचालित हो रहे हैं. भदवासी ठेके के कारण सभी को परेशानी उठानी पड़ रही है. शराबी आए दिन महिलाओं और स्कूली छात्राओं को परेशान करते हैं. आमजन से भी बिना मतलब की गाली-गलौज तक की नौबत आ जाती है. ऐसे में ग्रामीणों ने गांव में संचालित हो रहे शराब के ठेकों को तुरंत प्रभाव से हटाने की गुहार नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से की है.
ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्दी ही शराब के ठेकों का स्थान हटा कर उनको राहत नहीं दी गई तो वो आंदोलन पर उतर सकते हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि आबकारी विभाग इन शराब के ठेकों पर कब और कैसे कार्रवाई करता है. अब देखने वाली बात यह होगी कि आबकारी विभाग इन शराब के ठेकों पर कब और कैसे कार्रवाई करता है.