नागौर. घर परिवार की जिम्मेदारी निभाने के बोझ के चक्कर में न जाने कितने बेरोजगार युवक काम काज की तलाश में अपने परिवार से हजारों किलोमीटर दूर चले जाते हैं. लेकिन जब देश छोड़कर विदेश में किसी कारणवश फंस जाते हैं तो उनके लिए समस्या बढ़ जाती है.
लाडनूं के रहने वाले युवक को अपने मुल्क लौटने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. स्थानीय तेली रोड़ के गली नम्बर 10 के निवासी इकबाल पुत्र फारुख बड़गुजर पिछले 10 महीनों से रियाद में फंसे हुए हैं.
इकबाल 18 महीने पहले सालोनी सऊदिया कम्पनी में कार्य के लिए गए थे. लेकिन 6 महीने बाद ही इन्हें निकाल दिया गया व वापस देश भेजने की व्यवस्था भी नहीं की. क्योंकि इकबाल के हकामे अर्थात उनके आईडी कार्ड में डिटेल तकनीकी कारणों से मिसमैच है. इस कारण पिछले 10 महीने से इकबाल वहीं फंसे हुए हैं.
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इकबाल का कहना है कि कम्पनी एम्बेसी और लेबर कोर्ट में भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. वहीं अब तो उनके खाने पीने के लिए भी काफी समस्या हो रही है. लाडनूं में इनके परिवार में 4 बच्चे हैं और कुछ समय पहले ही इनके पिता का भी निधन हो चुका है. वृद्ध माता सहित परिवार के सदस्यों को काफी चिंता सता रही है. इकबाल अपनी दास्तां सुनाते हुए ही रोने लग गए.
पीड़ित इकबाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्रालय, राजस्थान के मुख्यमंत्री, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और लाडनूं विधायक मुकेश भाकर और पीसीसी सचिव रवि पटेल से भी वतन वापसी के लिए मदद करने की अपील कर चुके हैं. पीड़ित वीडियो में अपने आप को काफी परेशान बताते हुए सिर्फ वतन लौटने की गुहार कर रहा है.
इकबाल का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मदद की उम्मीद जागी है. विधायक मुकेश भाकर ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री और विदेश मंत्री को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है. वहीं पीसीसी सचिव रवि पटेल ने भी यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया है. इसके अतिरिक्त आमजन भी अपने स्तर पर मदद करने में मुहिम से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं.