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नागौर: ऐतिहासिक रामदेव पशु मेला का 25 जनवरी से आयोजन

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Published : Jan 21, 2020, 5:35 PM IST

नागौर का ऐतिहासिक श्री रामदेव पशु मेला 25 जनवरी से शुरू होने वाला है. यह मेला 9 फरवरी तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और पशु प्रतियोगिताएं भी शामिल है. इस दौरान सोमवार को पशुपालन विभाग की ओर से मेला स्थल पर 140 दुकानों की नीलामी की गई.

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रामदेव पशु मेला का 25 जनवरी को होगा आयोजन

नागौर. पशुओं की खरीद-फरोख्त के साथ ही सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए विख्यात जिले के श्री रामदेव पशु मेले का आगाज 25 जनवरी को होगा. इस दिन झंडारोहण के साथ इस ऐतिहासिक आयोजन की शुरुआत होगा, जो 9 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, पशु प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियां आकर्षण का खास केंद्र होगी.

रामदेव पशु मेला का 25 जनवरी को होगा आयोजन

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सीआर मेहरड़ा ने बताया कि 25 जनवरी को झंडारोहण होगा. जबकि चौकियों की स्थापना 23 जनवरी को ही हो जाएंगी. साथ ही बताया कि यह मेला 9 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान 29 व 30 जनवरी और 1 व 4 फरवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. जबकि 30 जनवरी से लेकर 1 फरवरी को विभिन्न पशु प्रतियोगिताएं होंगी. विजेता पशुओं के मालिकों को 2 फरवरी को होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा. इसके बाद पशुओं की रवानगी शुरू हो जाएगी.

पढ़ें- नागौर: बाल मेले में फूड स्टॉल पर उमड़ी बच्चों की भीड़

विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. मेहरड़ा का कहना है कि मेले की व्यवस्थाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही मेला मैदान में विभिन्न वस्तुओं की दुकानों के लिए जगह के आवंटन के लिए सोमवार को नीलामी प्रक्रिया के जरिए किया गया है. उन्होंने बताया कि मेला मैदान में फिलहाल 140 दुकानों के लिए जगह चिन्हित कर निशान लगाए गए हैं. वहीं खुली नीलामी प्रक्रिया के जरिए दुकानों का आवंटन किया जा रहा है.

इसके साथ ही मेले में आने वाले पशुपालकों और व्यापारियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं करने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया की गई है. इसके साथ ही मेला मैदान में साफ-सफाई, पशुओं के लिए पीने के पानी आदि की व्यवस्थाओं को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

नागौर. पशुओं की खरीद-फरोख्त के साथ ही सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए विख्यात जिले के श्री रामदेव पशु मेले का आगाज 25 जनवरी को होगा. इस दिन झंडारोहण के साथ इस ऐतिहासिक आयोजन की शुरुआत होगा, जो 9 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, पशु प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियां आकर्षण का खास केंद्र होगी.

रामदेव पशु मेला का 25 जनवरी को होगा आयोजन

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सीआर मेहरड़ा ने बताया कि 25 जनवरी को झंडारोहण होगा. जबकि चौकियों की स्थापना 23 जनवरी को ही हो जाएंगी. साथ ही बताया कि यह मेला 9 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान 29 व 30 जनवरी और 1 व 4 फरवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. जबकि 30 जनवरी से लेकर 1 फरवरी को विभिन्न पशु प्रतियोगिताएं होंगी. विजेता पशुओं के मालिकों को 2 फरवरी को होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा. इसके बाद पशुओं की रवानगी शुरू हो जाएगी.

पढ़ें- नागौर: बाल मेले में फूड स्टॉल पर उमड़ी बच्चों की भीड़

विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. मेहरड़ा का कहना है कि मेले की व्यवस्थाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही मेला मैदान में विभिन्न वस्तुओं की दुकानों के लिए जगह के आवंटन के लिए सोमवार को नीलामी प्रक्रिया के जरिए किया गया है. उन्होंने बताया कि मेला मैदान में फिलहाल 140 दुकानों के लिए जगह चिन्हित कर निशान लगाए गए हैं. वहीं खुली नीलामी प्रक्रिया के जरिए दुकानों का आवंटन किया जा रहा है.

इसके साथ ही मेले में आने वाले पशुपालकों और व्यापारियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं करने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया की गई है. इसके साथ ही मेला मैदान में साफ-सफाई, पशुओं के लिए पीने के पानी आदि की व्यवस्थाओं को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

Intro:नागौर का ऐतिहासिक श्री रामदेव पशु मेला 25 जनवरी से शुरू होगा। यह मेला 9 फरवरी तक चलेगा। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और पशु प्रतियोगिताएं भी होंगी। आज पशुपालन विभाग की ओर से मेला स्थल पर 140 दुकानों की नीलामी की गई।


Body:नागौर. पशुओं की खरीद-फरोख्त के साथ ही सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए विख्यात नागौर के श्री रामदेव पशु मेले का आगाज 25 जनवरी को होगा। इस दिन झंडारोहण के साथ इस ऐतिहासिक आयोजन की शुरुवात होगी। जो 9 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, पशु प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियां आकर्षण का खास केंद्र होंगी।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ सीआर मेहरड़ा ने बताया कि 25 जनवरी को झंडारोहण होगा। जबकि चौकियों की स्थापना 23 जनवरी को हो जाएंगी। यह मेला 9 फरवरी तक चलेगा। इस बीच 29-30 जनवरी और 1 व 4 फरवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जबकि 30-31 जनवरी और 1 फरवरी को विभिन्न पशु प्रतियोगिताएं होंगी। विजेता पशुओं के मालिकों को 2 फरवरी को होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा। इसके बाद पशुओं की रवानगी शुरू हो जाएगी।


Conclusion:विभाग के संयुक्त निदेशक मेहरड़ा का कहना है कि मेले की व्यवस्थाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मेला मैदान में विभिन्न वस्तुओं की दुकानों के लिए जगह आवंटन भी आज नीलामी प्रक्रिया के जरिए किया गया है। उन्होंने बताया कि मेला मैदान में फिलहाल 140 दुकानों के लिए जगह चिन्हित कर निशान लगाए गए हैं। खुली नीलामी प्रक्रिया के जरिए दुकानों का आवंटन किया जा रहा है।
इसके साथ ही मेले में आने वाले पशुपालकों और व्यापारियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं करने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया की गई है। इसके साथ ही मेला मैदान में साफ-सफाई, पशुओं के लिए पीने के पानी आदि की व्यवस्थाओं को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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बाईट- सीआर मेहरड़ा, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग।
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