चूरू : राजस्थान के चूरू में उपचार के अभाव में वन्य जीवों की मृत्यु हो रही है. वन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही और अनदेखी का आरोप लगाते हुए वन्य जीव रक्षक दल के संगठनों ने आक्रोश जताया है. ताजा मामला चूरू जिले के सरदारशहर का है, जहां हिरण की मौत के बाद वन्य जीव प्रेमियों का आक्रोश फूट पड़ा. उन्होंने कान्हा जी जीव रक्षक दल ने एडवोकेट राजेंद्र राजपुरोहित के नेतृत्व में प्रदर्शन किया.
सूचना मिली थी कि हिरण रेस्क्यू कर लाया गया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. आरोप था कि प्रोपर इलाज नहीं मिला. हालांकि, चिकित्सकों ने कहा कि इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इसको लेकर अधिकारी को रिपोर्ट करूंगा. भविष्य में ऐसा न हो, ये सुनिश्चित किया जाएगा. : प्रहलाद पारीक, तहसीलदार
प्रदर्शन कर रहे वन्य जीव संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पिछले 15 दिन में 3 हिरण और 2 नीलगाय घायल अवस्था में यहां पर लाए गए, लेकिन यहां उपचार के अभाव में सभी की मौत हो गई. संगठन का आरोप है कि वन विभाग की ओर से यहां पर इन वन्य जीव प्राणियों का सही इलाज होता तो शायद सभी को बचाया जा सकता था.
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मामले ने इस कदर तूल पकड़ा है कि कड़कड़ाती सर्दी में ही वन्य जीव प्रेमी सरदारशहर वन विभाग के अंदर ही धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे. सूचना पर मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और वन्य जीव प्रेमियों से समझाइश की और धरने को समाप्त करवाया. संगठन के पदाधिकारी की मांग है कि मृत हिरणों का पोस्टमार्टम करवाया जाए और हिरणों की मौत की असल वजह सामने लाई जाए.