ETV Bharat / state

नागौर के पशु मेले में सबसे ज्यादा ऊंट आए, सबसे महंगा बिका घोड़ा

विश्व विख्यात नागौर के श्रीरामदेव पशु मेले में इस बार 4592 पशु आए. जिनमें से 380 पशुओं की बिक्री हुई. वहीं इससे पशुपालकों को करीब 80 लाख रुपए की आय हुई है. इस मेले में सबसे महंगा पशु घोड़ा रहा, जिसे 90 बेचा गया.

nagaur shreeramdev pashumela, श्रीरामदेव पशु मेला, Nagaur cattle fair, नागौर श्रीरामदेव पशु मेला
पशु मेल में सबसे मंहगा बिका घोड़ा
author img

By

Published : Feb 3, 2020, 10:01 PM IST

नागौर. श्री रामदेव पशुमेले से पशुओं की रवानगी का सिलसिला आज से शुरू हो गया है. इस बार पशु मेले में कुल 4592 पशु आए.इनमें सबसे ज्यादा संख्या ऊंटों की रही. जबकि सबसे कम संख्या में घोड़े इस पशु मेले में आए. पशुपालन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, इस बार मेले में ऊंट वंश के 2228, गोवंश के 1321, अश्व वंश के 517 और भैंस वंश के 526 पशु इस मेले में आए हैं.

पशु मेल में सबसे मंहगा बिका घोड़ा

बता दें किराजस्थान के पशु व्यापारियों ने इस मेले में 194 पशुओं की खरीदारी की है. जबकि प्रदेश के बाहर से आए पशु व्यापारियों ने 186 पशुओं की खरीदारी की है. राजस्थान के व्यापारियों ने इस मेले में गोवंश के 20, भैंस वंश के 37 और ऊंट वंश के 137 पशुओं की खरीदारी की है.जिससे पशुपालकों को 40 लाख 97 हजार 500 रुपए की आय हुई है.

ये पढे़ंः नागौर पशु मेले में 14 करोड़ी 'भीम'...वजन 1200 Kg और उम्र 6 साल

वहीं सबसे महंगा बैल 40 हजार रुपए में और सबसे सस्ता बैल 9 हजार रुपए में बिका.भैंस सबसे महंगी 50 हजार रुपए में और सबसे सस्ती 10 हजार रुपए में बिकी.जबकि ऊंट सबसे महंगा 46 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 7 हजार रुपए में बिका.

ये पढ़ेंः चर्चा में रही 'देव की बेटी'...नागौर पशु मेले में लगी 1.30 करोड़ की कीमत

साथ ही प्रदेश के बाहर से आए व्यापारियों ने इस मेले में 186 पशुओं की खरीदारी की. जिससे पशुपालकों को 39 लाख 12 हजार 300 रुपए की आय हुई है.राजस्थान के बाहर से आए पशुपालकों ने गोवंश के 157, भैंस वंश के 27 और अश्व वंश के 2 पशुओं की खरीदारी की है. प्रदेश के बाहर बिकने वाले पशुओं में बैल सबसे महंगा 56 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 3500 रुपए में बिका. भैंस सबसे महंगी 60 हजार रुपए में और सबसे सस्ती 10 हजार रुपए में बिकी. जबकि घोड़ा सबसे महंगा 90 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 81 हजार रुपए में बिका.

नागौर के श्री रामदेव पशु मेले में अब तक हुई खरीद फरोख्त की तुलना करें तो सबसे महंगा बिकने वाला पशु घोड़ा है. जो इस मेले में सबसे ज्यादा 90 हजार रुपए में खरीदा गया है. हालांकि,सोमवार से इस मेले में पशुओं की रवानगी शुरू हो गई है. लेकिन 9 फरवरी तक यहां पशुओं की खरीद-फरोख्त का सिलसिला जारी रहेगा.

नागौर. श्री रामदेव पशुमेले से पशुओं की रवानगी का सिलसिला आज से शुरू हो गया है. इस बार पशु मेले में कुल 4592 पशु आए.इनमें सबसे ज्यादा संख्या ऊंटों की रही. जबकि सबसे कम संख्या में घोड़े इस पशु मेले में आए. पशुपालन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, इस बार मेले में ऊंट वंश के 2228, गोवंश के 1321, अश्व वंश के 517 और भैंस वंश के 526 पशु इस मेले में आए हैं.

पशु मेल में सबसे मंहगा बिका घोड़ा

बता दें किराजस्थान के पशु व्यापारियों ने इस मेले में 194 पशुओं की खरीदारी की है. जबकि प्रदेश के बाहर से आए पशु व्यापारियों ने 186 पशुओं की खरीदारी की है. राजस्थान के व्यापारियों ने इस मेले में गोवंश के 20, भैंस वंश के 37 और ऊंट वंश के 137 पशुओं की खरीदारी की है.जिससे पशुपालकों को 40 लाख 97 हजार 500 रुपए की आय हुई है.

ये पढे़ंः नागौर पशु मेले में 14 करोड़ी 'भीम'...वजन 1200 Kg और उम्र 6 साल

वहीं सबसे महंगा बैल 40 हजार रुपए में और सबसे सस्ता बैल 9 हजार रुपए में बिका.भैंस सबसे महंगी 50 हजार रुपए में और सबसे सस्ती 10 हजार रुपए में बिकी.जबकि ऊंट सबसे महंगा 46 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 7 हजार रुपए में बिका.

ये पढ़ेंः चर्चा में रही 'देव की बेटी'...नागौर पशु मेले में लगी 1.30 करोड़ की कीमत

साथ ही प्रदेश के बाहर से आए व्यापारियों ने इस मेले में 186 पशुओं की खरीदारी की. जिससे पशुपालकों को 39 लाख 12 हजार 300 रुपए की आय हुई है.राजस्थान के बाहर से आए पशुपालकों ने गोवंश के 157, भैंस वंश के 27 और अश्व वंश के 2 पशुओं की खरीदारी की है. प्रदेश के बाहर बिकने वाले पशुओं में बैल सबसे महंगा 56 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 3500 रुपए में बिका. भैंस सबसे महंगी 60 हजार रुपए में और सबसे सस्ती 10 हजार रुपए में बिकी. जबकि घोड़ा सबसे महंगा 90 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 81 हजार रुपए में बिका.

नागौर के श्री रामदेव पशु मेले में अब तक हुई खरीद फरोख्त की तुलना करें तो सबसे महंगा बिकने वाला पशु घोड़ा है. जो इस मेले में सबसे ज्यादा 90 हजार रुपए में खरीदा गया है. हालांकि,सोमवार से इस मेले में पशुओं की रवानगी शुरू हो गई है. लेकिन 9 फरवरी तक यहां पशुओं की खरीद-फरोख्त का सिलसिला जारी रहेगा.

Intro:नागौरी नस्ल के बैलों के साथ ही अश्व, भैंस और ऊंट वंश के पशुओं की बिक्री के लिए विश्व विख्यात नागौर के श्रीरामदेव पशु मेले में इस बार 4592 पशु आए। जिनमें से 380 पशुओं की बिक्री हुई। इससे पशुपालकों को करीब 80 लाख रुपए की आय हुई है।


Body:नागौर. श्री रामदेव पशुमेले से पशुओं की रवानगी का सिलसिला आज से शुरू हो गया है। इस बार पशु मेले में कुल 4592 पशु आए। इनमें सबसे ज्यादा संख्या ऊंटों की रही। जबकि सबसे कम संख्या में घोड़े इस पशु मेले में आए। पशुपालन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, इस बार मेले में ऊंट वंश के 2228, गोवंश के 1321, अश्व वंश के 517 और भैंस वंश के 526 पशु इस मेले में आए हैं।
बात अगर पशुओं की बिक्री की करें तो राजस्थान के पशु व्यापारियों ने इस मेले में 194 पशुओं की खरीदारी की है। जबकि प्रदेश के बाहर से आए पशु व्यापारियों ने 186 पशुओं की खरीदारी की है।
राजस्थान के व्यापारियों ने इस मेले में गोवंश के 20, भैंस वंश के 37 और ऊंट वंश के 137 पशुओं की खरीदारी की है। जिससे पशुपालकों को 40 लाख 97 हजार 500 रुपए की आय हुई है। सबसे महंगा बैल 40 हजार रुपए में और सबसे सस्ता बैल 9 हजार रुपए में बिका। भैंस सबसे महंगी 50 हजार रुपए में और सबसे सस्ती 10 हजार रुपए में बिकी। जबकि ऊंट सबसे महंगा 46 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 7 हजार रुपए में बिका।
इसी तरह प्रदेश के बाहर से आए व्यापारियों ने इस मेले में 186 पशुओं की खरीदारी की। जिससे पशुपालकों को 39 लाख 12 हजार 300 रुपए की आय हुई है। राजस्थान के बाहर से आए पशुपालकों ने गोवंश के 157, भैंस वंश के 27 और अश्व वंश के 2 पशुओं की खरीदारी की है। प्रदेश के बाहर बिकने वाले पशुओं में बैल सबसे महंगा 56 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 3500 रुपए में बिका। भैंस सबसे महंगी 60 हजार रुपए में और सबसे सस्ती 10 हजार रुपए में बिकी। जबकि घोड़ा सबसे महंगा 90 हजार रुपए में और सबसे सस्ता 81 हजार रुपए में बिका।


Conclusion:नागौर के श्री रामदेव पशु मेले में अब तक हुई खरीद फरोख्त की तुलना करें तो सबसे महंगा बिकने वाला पशु घोड़ा है। जो इस मेले में सबसे ज्यादा 90 हजार रुपए में खरीदा गया है। हालांकि, आज से इस मेले में पशुओं की रवानगी शुरू हो गई है। लेकिन 9 फरवरी तक यहां पशुओं की खरीद-फरोख्त का सिलसिला जारी रहेगा।
.......
बाईट- रामजीत भाटी, प्रभारी अधिकारी, मेला भंडार।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.