नागौर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को विधानसभा से निष्कासित आरएलपी के तीन विधायकों को विधानसभा से निष्कासित करने के मामले में स्पीकर और भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि स्पीकर सत्ता पक्ष के इशारे पर काम कर रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि इस दौरान भाजपा के विधायक मूकदर्शक बने रहे. उन्हें आरएलपी का साथ देना चाहिए था.
बेनीवाल ने इस मामले को लेकर ट्वीट भी किए. इनमें उन्होंने भाजपा को घेरा और विधानसभा अध्यक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि एक तरफ विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी जी लोकतंत्र की व्यवस्था को सशक्त करने की बात करते हैं, दूसरी तरफ निष्पक्ष भूमिका निभाने के स्थान पर राज्य सरकार के इशारे से युवाओं की आवाज उठाने वाले आरएलपी विधायकों को सदन से निष्कासित करते हैं.
बेनीवाल ने कहा कि आज भाजपा का दोहरा चरित्र पुन: सदन में सामने आया. चूंकि जब मार्शल RLP के विधायकों को बाहर निकाल रहे थे तब भाजपा के विधायक मूकदर्शक बनकर बैठे रहे. जबकि पूर्व में कभी ऐसा कोई वाक्या सदन में होता था, तो समूचा विपक्ष, विपक्ष के सभी विधायकों का संरक्षण करता आता रहा है. चाहे वो किसी भी दल से हो. भाजपा पेपर लीक मामलो में सीबीआई जांच की मांग केवल औपचारिक रूप से कर रही है. अंदरखाने कांग्रेस के साथ है.
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उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि पेपर लीक मामलों की सीबीआई से जांच करवाने की मांग को लेकर विधानसभा में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल व मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी लोकतांत्रिक रूप से प्रदर्शन करके राजस्थान के युवाओं की पीड़ा को आसन के समक्ष रख रहे थे. मगर सत्ता के इशारे पर आसन ने आरएलपी के विधायकों को मार्शल बुलाकर बाहर निकाला और एक दिन के लिए निष्कासित किया. यह लोकतंत्र की व्यवस्था का अपमान है.
बेनीवाल ने नागौर पशु मेले के लिए विशेष ट्रेन चलाने को लेकर भी ट्वीट किए. उन्होंने नागौर में आयोजित हो रहे पशु मेले में पशुओं के परिवहन के लिए विशेष ट्रेन चलाने को लेकर उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक से फोन पर वार्ता कर ट्रेन चलाने के संबंध में कार्यवाही के लिए निर्देशित किया. वहीं सांसद ने ट्वीट कर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी इस मांग को दोहराया. सांसद ने कहा कि पशु मेले हमारी धरोहर भी हैं. ये मेले किसानों और पशुपालकों की आजीविका का मुख्य साधन भी है.