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Nagaur Big News: मेवड़स की श्री अच्छी नाथ गौशाला में 33 गायों की अकाल मौत, फूड प्वॉयजनिंग बताई जा रही वजह - गोवंश की फूड पॉइजनिंग से मौत

नागौर के डेगाना उपखण्ड में गोवंशों का लगातार काल का ग्रास बनना जारी (cows death in Nagaur) है. पहले डेगाना के जाखेड़ा गांव की एक गौशाला में 150 से ज्यादा गायों की मौतें और उसके बाद मेवड़स में अच्छीनाथ गोशाला में 33 गायों की अकाल मौत से क्षेत्र के गोशाला संचालकों और गोपालकों में दहशत फैल गई है.

Cows death due to food poisoning in Nagaur
डेगाना में 150 गोवंश की मौत के बाद मेवड़ा में 35 गायों की हुई अकाल मौत, गोशाला संचालकों में दहशत
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Published : Jun 5, 2022, 8:11 PM IST

Updated : Jun 5, 2022, 8:50 PM IST

नागौर. डेगाना उपखण्ड क्षेत्र में गोवंश मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले दिनों डेगाना उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम जाखेड़ा की सेठ बंकट लाल मालू गौशाला ट्रस्ट में लगभग 150 गोवंश की फूड पॉइजनिंग की वजह से मौत हो गई थी. यह मामला अभी गर्म ही था कि उपखण्ड के ग्राम मेवड़स की अच्छी नाथ गौशाला में करीब 33 गायों की फूड पॉयजनिंग से मौत होने का मामला सामने आया (Cows death due to food poisoning in Nagaur) है.

ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी तब प्रशासन हरकत आया. गौशाला की देखरेख करने वाली गोसेवा प्रबंधन समिति के लोग गोवंशों को दफनाने लगे, जब इसकी भनक लोगों को लगी तो ग्रामीणों ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद पहुंची प्रशासन ने टीम का गठन कर पशुपालन एवं चिकित्सा विभाग की टीमें मौके पर भेजी. डॉ.कमल सोनी ने बताया कि गोशाला में शनिवार दोपहर को गोवंशों अचानक बीमार होने की जानकारी मिली थी. गोशाला पहुंचने के बाद गायों का उपचार किया गया. इस दरम्यान करीब 10 से 12 गायों ने दम तोड़ दिया.

डेगाना में गोवंश की मौत

पढ़ें: Barmer news: गोवंश की मौत के मामले में राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने लिया संज्ञान, कलेक्टर को दिए जांच के निर्देश

कुछ और गायें भी बीमार हैं. हालांकि उनमें से ज्यादातर की हालत ठीक बताई गई है, जो बीमार गायें हैं उनका दो-तीन दिन लगातार इलाज जारी रहेगा. ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार को गौशाला प्रशासन ने 2-3 पहले लाया हुआ हरा चारा खिलाया. जिसकी वजह से गोवंशों को फूड पॉयजनिंग हुई. ग्रामीणों का कहना है कि गोवंश को पुराना हरा चारा खिलाने के लिए जिम्मेदार कौन है, इसकी जांच की जाए. ग्रामीणों की मांग है कि पिछले दिनों जाखेड़ा की गौशाला में मरी गायों की मौत होने के बाद हर गोशाला की गायों की जांच करना स्थानीय प्रशासन का दायित्व बनता था. लेकिन प्रशासन के गौशाला की गायों की जांच नहीं करने की वजह से इस बार मेवड़ा की गोशाला की गायें मरी हैं. यदि आगे भी प्रशासन क्षेत्र की हर गौशाला की गायों की जांच नहीं करेगा, तो बड़ी संख्या में गोवंश बिना चारा, पानी के मर सकती हैं.

पढ़ें: चूरू: श्रीराम गौशाला में 83 गोवंश ने तोड़ा दम, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं

भेरुन्दा के नोडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन लटियाल का कहना है कि शनिवार को मेवड़स की श्री अच्छी नाथ गौशाला में अचानक 33 गोवंशों की मौत होने की खबर विभाग के डॉक्टर कमल सोनी को मिली थी. इस पर तुरन्त मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और बीमार गोवंशों की जांच की गई. इसके बाद कोई गोवंश की मौत नहीं हुई है. रविवार को मृत गायों का पोस्टमार्टम कर जांच के लिए सैंपल जयपुर भेज दिया गया है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का स्पष्ट पता चल पाएगा.

नागौर. डेगाना उपखण्ड क्षेत्र में गोवंश मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले दिनों डेगाना उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम जाखेड़ा की सेठ बंकट लाल मालू गौशाला ट्रस्ट में लगभग 150 गोवंश की फूड पॉइजनिंग की वजह से मौत हो गई थी. यह मामला अभी गर्म ही था कि उपखण्ड के ग्राम मेवड़स की अच्छी नाथ गौशाला में करीब 33 गायों की फूड पॉयजनिंग से मौत होने का मामला सामने आया (Cows death due to food poisoning in Nagaur) है.

ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी तब प्रशासन हरकत आया. गौशाला की देखरेख करने वाली गोसेवा प्रबंधन समिति के लोग गोवंशों को दफनाने लगे, जब इसकी भनक लोगों को लगी तो ग्रामीणों ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद पहुंची प्रशासन ने टीम का गठन कर पशुपालन एवं चिकित्सा विभाग की टीमें मौके पर भेजी. डॉ.कमल सोनी ने बताया कि गोशाला में शनिवार दोपहर को गोवंशों अचानक बीमार होने की जानकारी मिली थी. गोशाला पहुंचने के बाद गायों का उपचार किया गया. इस दरम्यान करीब 10 से 12 गायों ने दम तोड़ दिया.

डेगाना में गोवंश की मौत

पढ़ें: Barmer news: गोवंश की मौत के मामले में राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने लिया संज्ञान, कलेक्टर को दिए जांच के निर्देश

कुछ और गायें भी बीमार हैं. हालांकि उनमें से ज्यादातर की हालत ठीक बताई गई है, जो बीमार गायें हैं उनका दो-तीन दिन लगातार इलाज जारी रहेगा. ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार को गौशाला प्रशासन ने 2-3 पहले लाया हुआ हरा चारा खिलाया. जिसकी वजह से गोवंशों को फूड पॉयजनिंग हुई. ग्रामीणों का कहना है कि गोवंश को पुराना हरा चारा खिलाने के लिए जिम्मेदार कौन है, इसकी जांच की जाए. ग्रामीणों की मांग है कि पिछले दिनों जाखेड़ा की गौशाला में मरी गायों की मौत होने के बाद हर गोशाला की गायों की जांच करना स्थानीय प्रशासन का दायित्व बनता था. लेकिन प्रशासन के गौशाला की गायों की जांच नहीं करने की वजह से इस बार मेवड़ा की गोशाला की गायें मरी हैं. यदि आगे भी प्रशासन क्षेत्र की हर गौशाला की गायों की जांच नहीं करेगा, तो बड़ी संख्या में गोवंश बिना चारा, पानी के मर सकती हैं.

पढ़ें: चूरू: श्रीराम गौशाला में 83 गोवंश ने तोड़ा दम, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं

भेरुन्दा के नोडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन लटियाल का कहना है कि शनिवार को मेवड़स की श्री अच्छी नाथ गौशाला में अचानक 33 गोवंशों की मौत होने की खबर विभाग के डॉक्टर कमल सोनी को मिली थी. इस पर तुरन्त मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और बीमार गोवंशों की जांच की गई. इसके बाद कोई गोवंश की मौत नहीं हुई है. रविवार को मृत गायों का पोस्टमार्टम कर जांच के लिए सैंपल जयपुर भेज दिया गया है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का स्पष्ट पता चल पाएगा.

Last Updated : Jun 5, 2022, 8:50 PM IST
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