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चंपालाल मौत मामलाः 8वें दौर की वार्ता रही सफल, 5 दिन बाद खत्म हुआ धरना, परिजनों को सौंपा शव - Champalal death case news

नागौर के खींवसर में पिछले 5 दिनों से चंपालाल गौड़ मौत मामले में चल रहा गतिरोध प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की सफल वार्ता के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया. गतिरोध समाप्त होने के बाद मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.

चंपालाल मौत मामले में खत्म हुआ धरना, Strike ended in Champa Lal death case
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Published : Nov 14, 2019, 11:23 PM IST

नागौर. जिले के खींवसर में पिछले 5 दिनों से चंपालाल गौड़ मौत मामले में चल रहा गतिरोध प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की सफल वार्ता के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया. गतिरोध समाप्त होने के बाद मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. बता दें कि 5 दिन से हो रहे इस धरना में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद और 2 विधायक भी धरने पर बैठे थे.

चंपालाल मौत मामले में खत्म हुआ धरना

जानकारी के अनुसार मृतक चंपालाल गौड़ के परिजन, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, विधायक नारायण बेनीवाल और आईजी संजीव नर्जरी के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की वार्ता कामयाब रही. वहीं, वार्ता में सहमति बनने के बाद परिजनों ने चंपालाल गौड़ के शव का पोस्टमार्टम कराने और शव लेने पर राजी हो गए. जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया गया.

पढ़ें- चंपालाल मौत मामला: 90 घंटे बाद भी नहीं उठाया शव, प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए जारी किया नोटिस

सांसद हनुमान बेनीवाल ने बताया कि उनकी सबसे पहली मांग थी कि खींवसर थाना अधिकारी को हटाया जाए और इस बात को मान लिया गया है. बेनीवाल ने बताया कि मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और सरकार से भी 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग का प्रपोजल जिला प्रशासन के जरिए भिजवाया जाएगा. इसके अलावा चंपालाल की मौत कैसे हुई इस मामले की जांच एसओजी को सौंपने पर सहमति बनी है.

पढे़ं- चंपालाल मौत मामला: 42 घंटे बाद भी ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी, मांगें पूरी होने तक शव नहीं उठाने का एलान

वहीं, अजमेर रेंज आईजी संजीव ने बताया कि खींवसर थाना अधिकारी को अगले कुछ दिनों में प्रशिक्षण के लिए जाना है और इसलिए उन्होंने खुद ही खींवसर से हटने और छुट्टी पर जाने की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. वहीं, इससे जुड़े अन्य मामले की जांच नागौर जिला पुलिस ही करेगी. साथ ही एडीएम मनोज कुमार मामले की विभागीय जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

नागौर. जिले के खींवसर में पिछले 5 दिनों से चंपालाल गौड़ मौत मामले में चल रहा गतिरोध प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की सफल वार्ता के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया. गतिरोध समाप्त होने के बाद मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. बता दें कि 5 दिन से हो रहे इस धरना में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद और 2 विधायक भी धरने पर बैठे थे.

चंपालाल मौत मामले में खत्म हुआ धरना

जानकारी के अनुसार मृतक चंपालाल गौड़ के परिजन, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, विधायक नारायण बेनीवाल और आईजी संजीव नर्जरी के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की वार्ता कामयाब रही. वहीं, वार्ता में सहमति बनने के बाद परिजनों ने चंपालाल गौड़ के शव का पोस्टमार्टम कराने और शव लेने पर राजी हो गए. जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया गया.

पढ़ें- चंपालाल मौत मामला: 90 घंटे बाद भी नहीं उठाया शव, प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए जारी किया नोटिस

सांसद हनुमान बेनीवाल ने बताया कि उनकी सबसे पहली मांग थी कि खींवसर थाना अधिकारी को हटाया जाए और इस बात को मान लिया गया है. बेनीवाल ने बताया कि मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और सरकार से भी 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग का प्रपोजल जिला प्रशासन के जरिए भिजवाया जाएगा. इसके अलावा चंपालाल की मौत कैसे हुई इस मामले की जांच एसओजी को सौंपने पर सहमति बनी है.

पढे़ं- चंपालाल मौत मामला: 42 घंटे बाद भी ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी, मांगें पूरी होने तक शव नहीं उठाने का एलान

वहीं, अजमेर रेंज आईजी संजीव ने बताया कि खींवसर थाना अधिकारी को अगले कुछ दिनों में प्रशिक्षण के लिए जाना है और इसलिए उन्होंने खुद ही खींवसर से हटने और छुट्टी पर जाने की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. वहीं, इससे जुड़े अन्य मामले की जांच नागौर जिला पुलिस ही करेगी. साथ ही एडीएम मनोज कुमार मामले की विभागीय जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Intro:नागौर जिले के खींवसर में पिछले 5 दिनों से चल रहे चंपालाल गौड़ मौत मामले का गतिरोध आखिरकार समाप्त हो गया और मेडीकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनो के सुपर्द कर दियाBody:। खास बात ये है कि 5 दिन तक शव नही लेने और धरना देकर थानाधिकारी को निलबित या लाईन हाजिर करवाने की मांग की जा रही थी, उस मांग को नाटकीय रूप से थाना प्रभारी के छुट्टी पर चले जाने के रूप में ही स्वीकार कर लिया गया । अब सवाल ये है कि फिर आखिर थानाप्रभारी को हटाने की मांग को लेकर 5 दिन तक धरना देने की जरूरत कहाँ थी । इसी मांग को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद और दो विधायक धरने पर बैठे थे लेकिन सरकार ने कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए बीच का रास्ता निकालकर कर मामले का पटाक्षेप कर दिया । जानकारी के मुताबिक खीवसर थानाधिकारी. ने. आईजी अजमेर को प्रार्थना पत्र.पेश. करके स्वेच्छा से छुट्टी लेने. की बात कही ,जिससे मामला पूरी तरह सुलझता नजर आया और मृतक चंपालाल गौड़ के परिजन, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, विधायक नारायण बेनीवाल और आईजी संजीव नर्जरी के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों के आठवें दौर की वार्ता कामयाब रही । वार्ता में सहमति बनने के बाद परिजन चंपा लाल गौड़ के शव का पोस्टमार्टम कराने और शव लेने पर राजी हो गए ।सांसद हनुमान बेनीवाल ने बताया कि उनकी सबसे पहली मांग थी कि खींवसर थाना अधिकारी को हटाया जाए और इस बात को मान लिया गया है । मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी और सरकार से भी 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग का प्रपोजल जिला प्रशासन के जरिए भिजवाया जाएगा इसके अलावा चंपालाल की मौत कैसे हुई इस मामले की जांच एसओजी को सौंपने पर सहमति बनी है । अजमेर रेंज संजीव ने बताया खींवसर थाना अधिकारी को अगले कुछ दिनों में प्रशिक्षण के लिए जाना है और इसलिए उन्होंने खुद ही खींवसर से हटने और छुट्टी पर जाने की मांग की जिसे स्वीकार कर लिया गया है ।

आपको बता दे कि मृतक चंपालाल की और से कूछ महीनो पूर्व खींवसर थाने में रिपोर्ट दी गई व जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष भी परिवाद पेश किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच रविवार को आरोपियों ने खेत में ट्रेक्टर दौड़कर चंपालाल का पीछा किया। और इसी दौरान सदमें में चंपालाल की मौत हो गई। पिछले चार दिन से विभिन्न समाज के लोग थाने के सामने धरने पर बैठे हैं। रालोपा विधायक नारायण बेनीवाल भी धरने पर उनके साथ है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरने मे शामिल हूए । वहां पर मृतक के परिजनों की थानाधिकारी को हटाने की मांग नहीं मानने पर आज थाने का घेराव करने की चेतावनी दी थी । आज खींवसर में भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। दो दिन पहले धरनार्थियों की और से नागौर जोधपुर हाईवे जाम कर टायर जलाने, राजकार्य में बाधा, दुकान से जबरन टायर लेकर जलाने को लेकर मामले दर्ज किए हैं।Conclusion:इससे जुड़े अन्य मामले की जांच नागौर जिला पुलिस ही करेगी साथ ही एडीएम मनोज कुमार मामले की विभागीय जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी

बाईट हनुमान बेनीवाल, सांसद नागौर

बाईट संजीव नर्जरी, आईजी अजमेर रेन्ज
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