नागौर. जिले के खींवसर में पिछले 5 दिनों से चंपालाल गौड़ मौत मामले में चल रहा गतिरोध प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की सफल वार्ता के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया. गतिरोध समाप्त होने के बाद मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. बता दें कि 5 दिन से हो रहे इस धरना में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद और 2 विधायक भी धरने पर बैठे थे.
जानकारी के अनुसार मृतक चंपालाल गौड़ के परिजन, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, विधायक नारायण बेनीवाल और आईजी संजीव नर्जरी के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों के 8वें दौर की वार्ता कामयाब रही. वहीं, वार्ता में सहमति बनने के बाद परिजनों ने चंपालाल गौड़ के शव का पोस्टमार्टम कराने और शव लेने पर राजी हो गए. जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया गया.
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सांसद हनुमान बेनीवाल ने बताया कि उनकी सबसे पहली मांग थी कि खींवसर थाना अधिकारी को हटाया जाए और इस बात को मान लिया गया है. बेनीवाल ने बताया कि मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और सरकार से भी 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग का प्रपोजल जिला प्रशासन के जरिए भिजवाया जाएगा. इसके अलावा चंपालाल की मौत कैसे हुई इस मामले की जांच एसओजी को सौंपने पर सहमति बनी है.
वहीं, अजमेर रेंज आईजी संजीव ने बताया कि खींवसर थाना अधिकारी को अगले कुछ दिनों में प्रशिक्षण के लिए जाना है और इसलिए उन्होंने खुद ही खींवसर से हटने और छुट्टी पर जाने की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. वहीं, इससे जुड़े अन्य मामले की जांच नागौर जिला पुलिस ही करेगी. साथ ही एडीएम मनोज कुमार मामले की विभागीय जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.