नागौर. विपरीत हालातों में नागौर में होने जा रहे निकाय चुनाव की परीक्षा में पास होने के लिए भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है. नागौर नगर परिषद चुनाव के लिए बढ़ी राजनीतिक सरगर्मियां के बीच नागौर में भाजपा का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित हुआ.
गठबंधन टूटने के बाद भाजपा पहली बार नागौर जिलें में पहला चुनाव अपने दम पर लड़ेगी. निकाय चुनाव के पार्षद पद के सभी दावेदारों को व्यक्तिगत रूप से बुलाकर भाजपा नेताओं ने जमीनी हकीकत और जनहित के मुद्दों को जानने की कोशिश की. जिला चुनाव प्रभारी और राज्य सभा सांसद राजेन्द्र गहलोत व पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी आर चौधरी, नागौर विधायक मोहन राम चौधरी, भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष मनीष बंसल की मौजूदगी में टिकट के प्रबल दावेदारों को बुलाकर मंथन किया गया.
खास तौर पर बूथ स्तर तक पकड़ मजबूत करने की हिदायतें भी टिकट के मजबूत दावेदारों को दी गईं. पूर्व में चुनाव लड़ चुके और जीते उम्मीदवारों ने चुनाव जीतने की टिप्स भी चुनाव लड़ने के इच्चुक उम्मीदवारों को दी. साथ ही उन्हें चुनावी जोड़-तोड़ तथा वोटों के गणित कैसे बनाने व बिगाड़ने हैं इसे लेकर भी जागरुक किया गया. बैठक में जनहित के मुद्दों को टटोलने के साथ नागौर जिले में 8 निकायों में होने जा रहे चुनाव की रणनीति पर मंथन किया गया.
मंडल अध्यक्ष मनीष बंसल का कहना है कि हमारी कोशिश है कि निकाय चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर पार्टी के जनाधार को और मजबूती प्रदान करें. इसके लिए पार्टी की तरफ से आने वाले दिशानिर्देशों पर काम शुरू कर दिया गया है. बैठक में नगर निकाय चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की गई, जिसमें अध्यक्ष पद के दावेदार, वार्ड पार्षद दावेदार एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे. वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में बताया कि नगरीय निकाय चुनाव में कार्यकर्ता संगठित होकर जीत के लक्ष्य के साथ कार्य करें. वार्ड स्तर पर समितियों का गठन करने के साथ प्रत्येक वार्ड में 100 कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करके जिसमें महिला मोर्चा, युवा मोर्चा व वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता शामिल किया गया है. नागौर जिलें में भविष्य की सियासत में यह चुनाव भाजपा के लिए चुनौती भरा है यही वजह है कि भाजपा की कोर टीम की तरफ से चुनावी तैयारियों को हर स्तर पर प्रयास तेज कर दिए गए हैं.