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नागौर: पत्र लेखन प्रतियोगिता के विजेता अपूर्वा और अमृत को डाक विभाग करेगा सम्मानित - पत्र लेखन प्रतियोगिता

नागौर में डाक विभाग की पत्र लेखन प्रतियोगिता में लाडनू कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रथम स्थान हासिल कर जिले का मान बढ़ाया है.

अपूर्वा जैन
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Published : Apr 4, 2019, 7:55 AM IST

नागौर. डाक विभाग की पत्र लेखन प्रतियोगिता में लाडनू कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रथम स्थान हासिल कर जिले का मान बढ़ाया है. वहीं कैटेगरी लिफाफा वर्ग में बड़ी खाटू क्षेत्र के अमृत जांगिड़ ने प्रथम स्थान पर रहे. डाक परिमंडल जयपुर और नागौर डाक अधीक्षक ने अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को चयन होने का पत्र दिया है.

दरअसल भारतीय डाक विभाग द्वारा पत्र लेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जून से सितंबर 2018 में अखिल भारतीय ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. प्रतियोगिता में राजस्थान डाक परिमंडल का परिणाम घोषित हो चुका है. इस प्रतियोगिता में अंतर्देशीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में नागौर जिले के लाडनू कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रथम स्थान हासिल किया है. वहीं दूसरी कैटेगरी लिफाफा वर्ग में भी नागौर जिले के बड़ी खाटू क्षेत्र के अमृत जांगिड़ ने प्रथम स्थान पर रहे हैं. पुरुस्कार में प्रथम स्थान पर चयन होने का राजस्थान डाक परिमंडल जयपुर और नागौर डाक अधीक्षक द्वारा अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को चयन होने का पत्र मिला है.

आने वाले दिनों में अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को प्रदेश स्तरीय सम्मान समारोह में पुरुस्कृत किया जाएगा. पुरस्कार स्वरूप अपूर्वा को डाक विभाग 25 हजार की राशि भी दी जाएगी. वहीं अमृत जांगिड़ को भी 25 हजार की राशि बतौर पुरस्कार मिलेगी.

गौरतलब है कि सूचना और संचार के साधनों के बढ़ने के बाद पत्र लेखन लगभग खत्म सा हो गया है. इंटरनेट के जमाने मे लोग अपनी बातों और जज्बातों का आदान प्रदान कर अपना संवाद करते हैं. एक जमाना था जब चिट्ठियां दूरदराज के लोगों से संवाद का सबसे बड़ा साधन मानी जाती थी. लेकिन डिजिटल दौर में बहुत कम लोग चिट्ठियां लिखते हैं.

भारतीय डाक विभाग ने देशभर में ‘ढाई आखर’ अभियान के तहत ‘मेरे देश के नाम खत’ नाम से पत्र लेखन प्रतियोगिता 15 जून से शुरू की है. जिसका मुख्य मकसद लोगो को पत्र लेखन की और प्रेरित करना है. 15 जून 2018 से 30 सितंबर 2018 के बीच रविन्द्र नाथ ठाकुर की पुस्तक "आमार देशेर माटी" से प्रेरित मेरे देश के नाम खत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता दो आयु वर्ग में दो श्रेणियों में आयोजन किया गया. 18 वर्ष से कम और 18 वर्ष से ऊपर के लोगो के लिए अंतर्देशीय पत्र श्रेणी और लिफाफा श्रेणी रखा गया. पत्र किसी भी भाषा मे हस्तलिखित लिखा जाना था. प्रत्येक सर्कल पर प्रत्येक श्रेणी में तीन सर्वश्रेष्ठ पत्रों का चुनाव किया गया है. जिसमे अंतर्देशीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में नागौर के लाडनूं कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान हासिल किया है तो लिफाफा वर्ग में भी नागौर जिले के बड़ी खाटू को प्रथम स्थान मिला है.






Conclusion:

नागौर. डाक विभाग की पत्र लेखन प्रतियोगिता में लाडनू कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रथम स्थान हासिल कर जिले का मान बढ़ाया है. वहीं कैटेगरी लिफाफा वर्ग में बड़ी खाटू क्षेत्र के अमृत जांगिड़ ने प्रथम स्थान पर रहे. डाक परिमंडल जयपुर और नागौर डाक अधीक्षक ने अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को चयन होने का पत्र दिया है.

दरअसल भारतीय डाक विभाग द्वारा पत्र लेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जून से सितंबर 2018 में अखिल भारतीय ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. प्रतियोगिता में राजस्थान डाक परिमंडल का परिणाम घोषित हो चुका है. इस प्रतियोगिता में अंतर्देशीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में नागौर जिले के लाडनू कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रथम स्थान हासिल किया है. वहीं दूसरी कैटेगरी लिफाफा वर्ग में भी नागौर जिले के बड़ी खाटू क्षेत्र के अमृत जांगिड़ ने प्रथम स्थान पर रहे हैं. पुरुस्कार में प्रथम स्थान पर चयन होने का राजस्थान डाक परिमंडल जयपुर और नागौर डाक अधीक्षक द्वारा अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को चयन होने का पत्र मिला है.

आने वाले दिनों में अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को प्रदेश स्तरीय सम्मान समारोह में पुरुस्कृत किया जाएगा. पुरस्कार स्वरूप अपूर्वा को डाक विभाग 25 हजार की राशि भी दी जाएगी. वहीं अमृत जांगिड़ को भी 25 हजार की राशि बतौर पुरस्कार मिलेगी.

गौरतलब है कि सूचना और संचार के साधनों के बढ़ने के बाद पत्र लेखन लगभग खत्म सा हो गया है. इंटरनेट के जमाने मे लोग अपनी बातों और जज्बातों का आदान प्रदान कर अपना संवाद करते हैं. एक जमाना था जब चिट्ठियां दूरदराज के लोगों से संवाद का सबसे बड़ा साधन मानी जाती थी. लेकिन डिजिटल दौर में बहुत कम लोग चिट्ठियां लिखते हैं.

भारतीय डाक विभाग ने देशभर में ‘ढाई आखर’ अभियान के तहत ‘मेरे देश के नाम खत’ नाम से पत्र लेखन प्रतियोगिता 15 जून से शुरू की है. जिसका मुख्य मकसद लोगो को पत्र लेखन की और प्रेरित करना है. 15 जून 2018 से 30 सितंबर 2018 के बीच रविन्द्र नाथ ठाकुर की पुस्तक "आमार देशेर माटी" से प्रेरित मेरे देश के नाम खत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता दो आयु वर्ग में दो श्रेणियों में आयोजन किया गया. 18 वर्ष से कम और 18 वर्ष से ऊपर के लोगो के लिए अंतर्देशीय पत्र श्रेणी और लिफाफा श्रेणी रखा गया. पत्र किसी भी भाषा मे हस्तलिखित लिखा जाना था. प्रत्येक सर्कल पर प्रत्येक श्रेणी में तीन सर्वश्रेष्ठ पत्रों का चुनाव किया गया है. जिसमे अंतर्देशीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में नागौर के लाडनूं कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान हासिल किया है तो लिफाफा वर्ग में भी नागौर जिले के बड़ी खाटू को प्रथम स्थान मिला है.






Conclusion:

Intro:Body:

अतंर्देशीय पत्र लेकिन प्रतियोगिता में लाडनूँ के अपूर्वा जैन रही प्रदेश में अव्वल,





नागौर - अंतर्देशीय पत्र लेकिन प्रतियोगिता में लाडनूँ के अपूर्वा जैन रही प्रदेश में अव्वल,





तो लिफाफा कैटेगरी में बड़ी खाटू के अमृत जांगिड़ रहे प्रथम,





भारतीय डाक विभाग की थी प्रतियोगिता,





"मेरे देश के नाम खत" था प्रतियोगिता का विषय,





अपूर्वा और अमृत को डाक विभाग करेगा सम्मानित,





25000 रुपये की इनामी राशि भी मिलेगी अपूर्वा को,





तो 25000 की राशि से नवाजा जाएगा अमृत जांगिड़ ,





पत्र लेखन को बढ़ावा देने के लिए डाक विभाग द्वारा आयोजित की गई थी प्रतियोगिता। भारतीय डाक विभाग द्वारा पत्र लेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जून से सितंबर 2018 में अखिल भारतीय ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था प्रतियोगिता में राजस्थान डाक परिमंडल का परिणाम घोषित हो चुका है और इस प्रतियोगिता में अंतर्देशीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में नागौर जिले के लाडनू कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रथम स्थान हासिल किया है। तो दूसरी कैटेगरी लिफाफा वर्ग में भी नागौर जिले के बड़ी खाटू क्षेत्र के अमृत जांगिड़ ने प्रथम स्थान पर रहे है। पुरुस्कार में प्रथम स्थान पर चयन होने का राजस्थान डाक परिमंडल जयपुर और नागौर डाक अधीक्षक द्वारा अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को चयन होने का पत्र मिला है। आने वाले दिनों में अपूर्वा जैन और अमृत जांगिड़ को प्रदेश स्तरीय सम्मान समारोह में पुरुस्कृत किया जाएगा पुरस्कार स्वरूप अपूर्वा को डाक विभाग 25 हजार की राशि भी दी जाएगी तो अमृत जांगिड़ को भी 25 हजार की राशि बतौर पुरस्कार मिलेगी।  गौरतलब है कि सूचना और संचार के साधनों के बढ़ने के बाद पत्र लेखन लगभग खत्म सा हो गया है। और आजकल इंटरनेट के जमाने मे लोग अपनी बातों और जज्बातों का आदान प्रदान कर अपना संवाद करते है। एक जमाना था जब चिट्ठियां दूरदराज के लोगों से संवाद का सबसे बड़ा साधन मानी जाती थीं। लेकिन डिजिटल दौर में बहुत कम लोग चिट्ठियां लिखते हैं। इसके मद्देनजर भारतीय डाक विभाग ने लोगों में पत्र लेखन की आदत डालने और इसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से देशभर में ‘ढाई आखर’ अभियान के तहत ‘मेरे देश के नाम खत’ नाम से पत्र लेखन प्रतियोगिता 15 जून से शुरू की है गई थी मुख्य मकसद लोगो को पत्र लेखन की और प्रेरित करना है। भारतीय डाक विभाग ने पत्र लेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 15 जून 2018 से 30 सितंबर 2018 के बीच रविन्द्र नाथ ठाकुर की पुस्तक "आमार देशेर माटी" से प्रेरित मेरे देश के नाम खत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता दो आयु वर्ग में दो श्रेणियों में आयोजन किया गया 18 वर्ष से कम और 18 वर्ष से ऊपर के लोगो के लिए अंतर्देशीय पत्र श्रेणी और लिफाफा श्रेणी रखा गया। पत्र किसी भी भाषा मे हस्तलिखित लिखा जाना था। प्रत्येक सर्कल पर प्रत्येक श्रेणी में तीन सर्वश्रेष्ठ पत्रों का चुनाव किया गया है। जिसमे अंतर्देशीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में नागौर के लाडनूं कस्बे की अपूर्वा जैन ने प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान हासिल किया है। तो लिफाफा वर्ग में भी नागौर जिले के बड़ी खाटू को प्रथम स्थान मिला है।






         
                  
                  
         

Conclusion:
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