नागौर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की अनुपालना में संक्रमित हो रहे कोविड रोगियों के लिए जिला मुख्यालय एवं जिले के सभी राजकीय एवं निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेण्डर एवं बेड की कमी नहीं होने दी जाएगी. नागौर जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में यह दावा किया.
इस मौके पर जिला कलक्टर ने कहा कि अस्पतालों में इसकी उपलब्धता के लिए प्रतिदिन दो बार ऑनलाइन सूचना जारी कर लोगों को सचेत किया जाएगा. इसके अलावा अस्पतालों में बेडस की उपलब्धता के लिए जिला स्तरीय दल का गठन भी किया गया है. जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र सोनी ने कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में उपस्थित आपदा से जुड़े अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा की राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में उपलब्ध रिक्त बेडस की रियल टाइम सूचना प्रतिदिन दिन में दो बार अस्पताल के डिस्पले बोर्ड पर प्रदर्शित की जाएगी और ये सूचना ऑनलाइन सीएम हेल्पलाइन 181 एवं जिला स्तरीय वाॅर रूम से नियमितरूप से प्रातः 10 बजे एवं सायं 5 बजे जारी होगी. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेडस की समूचित व्यवस्था के लिए जिला स्तरीय दल का गठन किया है जिसमें जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (9829441699) अध्यक्ष होगें एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (8290812736) प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जेएलएन अस्पताल नागौर (9414880075) तथा राज्य बीमा एवं प्रायधायी निधि विभाग के सहायक प्रशासनिक अधिकारी (9414463583) सदस्य होंगे.
वे मरीजों को बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर नजर बनाये रखेंगे. अस्पतालों में भर्ती मरीजो के लिए ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए समुचित रूप से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए सहायक कलक्टर एवं कार्यपाल मजिस्ट्रेट (9414128681) की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टीम का गठन किया गया है. जिसमें सहायक औषधि नियंत्रक (7727022576) एवं रिको के महाप्रबंधक (9829046813) को सदस्य बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय गठित दल कोविड मरीज एंव उसके परिजन द्वारा बेड की मांग की जाने पर मरीज की मेडिकल स्थिति के अनुरूप राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों मेें उपलब्ध रिक्त कोविड बेड की स्थिति से अवगत कराया जाए और मरीज एवं उसके परिजन की सहमति पर ही बेड खाली होने की स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया जाना सुनिश्चित करें. यह दल जिले में बेड एवं एम्बुेलेंस की उपलब्धता के संबंध में प्राप्त होने वाली सभी शिकायतों को संकलन कर 24 घंटे में उसका निराकरण होगा.
जिले के राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में 471 बैड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध हैं. जिनमें कोरोना के गम्भीर मरीजों के लिए 160 ऑक्सीजन सपोर्ट बैड, 67 आइसीयू एवं वेंटीलेंटर बैड उपलब्ध हैं. जिले के सभी राजकीय चिकित्सालयों में 593 आक्सीजन सेलेण्डर उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आवश्यकता पड़ने पर कोविड केयर सेंटरों में उपलब्ध 574 अतिरिक्त बैड को आक्सीजनयुक्त बैड बनाया जा सकता है. जिले के राजकीय चिकित्सालयों में आने वाले साधारण कोरोना मरीजों के लिए 244 बैड उपलब्ध हैं.
कोरोना मरीजों के लिए नागौर शहर के पुराने चिकित्सालय में 50 एवं भास्कर अस्पताल में 35 अतिरिक्त बैड उपलब्ध हैं. नागौर के जेएलएन अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन का निर्माण हो रहा है तथा डीडवाना में ऑक्सीजन प्लांट प्रगति पर है. जिसमें शीघ्र ही ऑक्सीजन मिलनी शुरू हो जाएगी. कुचामन और लाडनूं में ऑक्सीजन मेन फोल्ड रूम बनाया गया है जिसके माध्यम से उच्च क्षमता के दबाव में आक्सीजन का भराव सिलेण्डरों में हो सकेगा.