कोटा. भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने एक हत्या के प्रकरण का खुलासा किया है. 18 मार्च को होली पर पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की जूते की लैस से गला घोंटकर हत्या कर दी (Wife killed husband with her lover in Kota) थी. गले पर लगे निशान मिटाने के इरादे से मृतक के गले पर मार्कर से कलर लगा दिया था. पुलिस ने हत्या के आरोप में निजी अस्पताल में नर्सिंगकर्मी सुनीता मीणा और उसके प्रेमी प्रमोद खटीक उर्फ पवन को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार, 19 मार्च को खेडली फाटक पर रहने वाले नरेश मीणा का शव लेकर परिजन एमबीएस अस्पताल पहुंचे. इसकी सूचना भीमगंजमंडी थाना पुलिस को एमबीएस अस्पताल से मिली. तब उसकी पत्नी सुनीता और उसके अन्य ससुराल पक्ष के परिजनों ने कहा कि नरेश रात में खाना खाकर सोया था. जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई. उन्होंने मौत की वजह हृदयाघात बताया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. इसी बीच मृतक नरेश की भतीजी संजना मीणा ने पुलिस को 25 मार्च को एक अन्य रिपोर्ट दी, जिसमें बताया कि उसके चाचा नरेश की मृत्यु की जानकारी उसे 19 मार्च को मिली.
भतीजी संजना उनके घर खेडली फाटक गई थी. जहां उसे पड़ोसियों से पता चला कि 18 मार्च की रात को चाचा की मौत हुई थी, उस रात चाची का परिचित छावनी निवासी प्रमोद खटीक उर्फ पवन भी वहां पर आया था. इस पर पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया. तब पूरे मामले का खुलासा हुआ कि मृतक की पत्नी सुनीता और प्रमोद के बीच अवैध संबंध हैं. इसी के चलते उन्होंने नरेश को रास्ते से हटाने के लिए यह पूरा प्लान बनाया और उसकी हत्या कर दी.
पढ़ें: पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर रची पति की हत्या की साजिश, पुलिस ने किया पर्दाफाश...
सालों से चल रहा था दोनों के बीच प्रेम प्रसंग: पुलिस का कहना है कि मृतक नरेश 2011 में छावनी इलाके में टेलरिंग का काम करता था. उसकी पत्नी भी इस काम में साथ देती थी. इसी दौरान उसे काम सीखाने के लिए प्रमोद वहां पर आया था. सुनीता और प्रमोद के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया. बाद में सुनीता की नर्सिंगकर्मी के तौर पर निजी अस्पताल में नौकरी लग गई. प्रमोद से उसका प्रेम प्रसंग जारी था. इसकी जानकारी पति नरेश को लग गई. इससे नरेश नाराज हो गया था. दोनों में संपर्क समाप्त करने के लिए नरेश ने घर बदल लिया. लेकिन सुनीता और प्रमोद के बीच में दूरियां कम नहीं हुई. उन्होंने नरेश को रास्ते से हटाने के लिए धुलंडी की रात नरेश को मौत के घाट उतार दिया. घटना के समय नरेश और सुनीता के दोनों बच्चे घर पर नहीं थे. उनका 13 वर्षीय बेटा अपनी मौसी के घर गया था. उनकी 5 वर्षीय बेटी अपने ननिहाल में ही रहती है.