रामगंजमंडी(कोटा). शहर में डंपिंग यार्ड का मामला सुलझता हुआ नजर नहीं आ रहा है. एक और बापू कॉलोनी के निवासियों ने अपने यहां कचरा डालने से साफ इनकार कर दिया है. इसके बाद नगरपालिका ने नालोदिया के समीप डंपिंग यार्ड बनाने की योजना बनाई थी उस पर भी विवाद छिड़ गया है. गुरुवार को नालोदिया के ग्रामीणों ने नालोदिया के निकट कचरा डंपिंग के लिए चयनित की गई भूमि को कचरा डंपिंग के लिए अलॉट ना किए जाने की मांग पर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर डंपिंग यार्ड बनाने से इसके पास जो एनीकट बना हुआ है. जहां जानवर पानी पीते और गांव के व्यक्ति स्नान करते हैं वह पानी भी खराब होगा और जिससे बीमारियां फैलने की संभावना है. कचरे की थैलियां व बैग उड़ने से आसपास के खेतों पर भी असर पड़ेगा वह बंजर हो जाएंगे. उक्त भूमि के पास लगे चारागाह भूमि में नालोदिया जुल्मी कुम्भकोट आदि गांव के जानवर चरते हैं और जानवरों द्वारा बेकार प्लास्टिक की थैलियां खाने से जानवरों में भयंकर बीमारी फैलने की संभावना होगी.
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वहीं दूसरी और पालिकाध्यक्ष हेमलता शर्मा का कहना है पिछले चार वर्षों से वे डंपिंग यार्ड के लिए प्रयास कर रही हैं. बापू कॉलोनी का निर्माण बाद में हुआ जबकि डंपिंग यार्ड वहां पहले से मौजूद था, और अब यदि नई जगह पर भी बेवजह विवाद किया जाता है तो नागरिकों के लिए है परेशानी होगी. वहीं राजेन्द्रसिंह सिसोदिया ने बताया कि नलोदिया गांव व कुम्भकोट गांव के बीच बन्द पड़ी खदानों में कोटा स्टोन इकाई संचालक उसमें कोटा स्टोन वेस्टेज मालवा डालने का प्रयास कर रहे और किसान के उपयोग में आने वाले पानी को समाप्त करने का काम किया जा रहा है.