कोटा. जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र की सिनोता पंचायत के बांगरोद गांव में ग्रामीणों ने आगामी 29 जनवरी को होने वाले पंचायत चुनाव में मतदान न करने का निर्णय लिया है. इन ग्रामीणों की मांग है कि इनके गांव को नवगठित पंचायत सिनोता में न जोड़कर फिर से बोरदा पंचायत में जोड़ दिया जाए.
वहीं प्रशासन और पंचायत राज मंत्री को अपनी पीड़ा सुनाने के बाद भी इन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं हुई. जिससे नराज होकर ग्रामीणों ने चुनावों में मतदान नहीं करने का संकल्प लिया. ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर सरपंच के साथ जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों में भी मतदान नहीं करने की घोषणा की है.
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इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बोरदा पंचायत गांव से केवल डेढ़ किमी दूर स्थित है. जबकि वर्तमान में हमें सिनोता पंचायत से जोड़ा गया है. जो गांव से 12 किमी की दूरी पर है. ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर सिनोता जाने में असक्षम है. जिसके चलते आगामी पंचायत राज के चुनावों में हम भाग नहीं लेंगे और मतदान का बहिष्कार करेंगे. बता दें कि बांगरोद गांव में 470 मतदाता हैं.