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कोटाः बांगरोद के ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार करने का फैसला - kota news

कोटा के इटावा में स्थित बांगरोद गांव में ग्रामीणों ने गांव को सिनोता पंचायत में नहीं जोड़कर बोरदा में फिर से जोड़ने की मांग रखी है. साथ ही ऐसा नहीं होने पर आने वाले ग्राम पंचायत चुनावों में मतदान नहीं करने का फैसला किया है.

पंचायत चुनावों का बहिष्कार, Boycott panchayat elections
पंचायत चुनावों का बहिष्कार
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Published : Jan 12, 2020, 5:35 PM IST

कोटा. जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र की सिनोता पंचायत के बांगरोद गांव में ग्रामीणों ने आगामी 29 जनवरी को होने वाले पंचायत चुनाव में मतदान न करने का निर्णय लिया है. इन ग्रामीणों की मांग है कि इनके गांव को नवगठित पंचायत सिनोता में न जोड़कर फिर से बोरदा पंचायत में जोड़ दिया जाए.

बांगरोद गांव के ग्रामीणों ने पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने का लिया निर्णय

वहीं प्रशासन और पंचायत राज मंत्री को अपनी पीड़ा सुनाने के बाद भी इन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं हुई. जिससे नराज होकर ग्रामीणों ने चुनावों में मतदान नहीं करने का संकल्प लिया. ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर सरपंच के साथ जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों में भी मतदान नहीं करने की घोषणा की है.

पढ़ें: पंचायत राज चुनाव फतेह करने की तैयारी में जुटी भाजपा, सोमवार को बुलाई अहम बैठक

इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बोरदा पंचायत गांव से केवल डेढ़ किमी दूर स्थित है. जबकि वर्तमान में हमें सिनोता पंचायत से जोड़ा गया है. जो गांव से 12 किमी की दूरी पर है. ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर सिनोता जाने में असक्षम है. जिसके चलते आगामी पंचायत राज के चुनावों में हम भाग नहीं लेंगे और मतदान का बहिष्कार करेंगे. बता दें कि बांगरोद गांव में 470 मतदाता हैं.

कोटा. जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र की सिनोता पंचायत के बांगरोद गांव में ग्रामीणों ने आगामी 29 जनवरी को होने वाले पंचायत चुनाव में मतदान न करने का निर्णय लिया है. इन ग्रामीणों की मांग है कि इनके गांव को नवगठित पंचायत सिनोता में न जोड़कर फिर से बोरदा पंचायत में जोड़ दिया जाए.

बांगरोद गांव के ग्रामीणों ने पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने का लिया निर्णय

वहीं प्रशासन और पंचायत राज मंत्री को अपनी पीड़ा सुनाने के बाद भी इन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं हुई. जिससे नराज होकर ग्रामीणों ने चुनावों में मतदान नहीं करने का संकल्प लिया. ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर सरपंच के साथ जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों में भी मतदान नहीं करने की घोषणा की है.

पढ़ें: पंचायत राज चुनाव फतेह करने की तैयारी में जुटी भाजपा, सोमवार को बुलाई अहम बैठक

इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बोरदा पंचायत गांव से केवल डेढ़ किमी दूर स्थित है. जबकि वर्तमान में हमें सिनोता पंचायत से जोड़ा गया है. जो गांव से 12 किमी की दूरी पर है. ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर सिनोता जाने में असक्षम है. जिसके चलते आगामी पंचायत राज के चुनावों में हम भाग नहीं लेंगे और मतदान का बहिष्कार करेंगे. बता दें कि बांगरोद गांव में 470 मतदाता हैं.

Intro:बांगरोद गांव के लोगो ने गांव में लगाया बेनर बना चर्चा
आगामी गांव की सरकार में वोट नही देने का लगा है बेनर
ग्रामीणों ने बेनर लगाकर किया मतदान का बहिष्कार
बोरदा पंचायत से हटाकर सिनोता में जोड़ने का है विरोध
470मतदाताओ का गांव है बांगरोदBody:कोटा जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र की सिनोता पंचायत के बांगरोद गांव के लोगो ने प्रशासन व पंचायत राज मंत्री को अपनी पीड़ा सुनाने के बाद भी उनकी सुनवाई नही होने से नाराज होकर आगामी 29जनवरी को गांव की सरकार के लिये होने वाले चुनावों में मतदान नही करने का निर्णय लेते हुए चुनाव का बहिष्कार करने का संकल्प लिया ग्रामीणों ने नवगठित पंचायत सिनोता में जोड़ने का विरोध करते हुए पुनः बोरदा पंचायत में जोड़ने की मांग की है अन्यथा सरपंच के साथ जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनावों में भी मतदान नही करने की घोषणा की है इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बोरदा पंचायत गांव से केवल डेढ़ किमी दूर स्थित है जबकि वर्तमान में हमें सिनोता पंचायत से जोड़ा गया है जो गांव से 12किमी की दूरी पर है ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर सिनोता जाने में असक्षम है जिसके चलते आगामी पंचायत राज के चुनावों में हम भाग नही लेंगे व मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की हैConclusion:बाइट 01 रामस्वरूप मीणा ग्रामीण बांगरोद
बाइट 02 गिर्राज गौचर ग्रामीण बांगरोद
बाइट 03 शांतिबाई ग्रामीण बांगरोद
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