कोटा. जिले के बोरखेड़ा थाना इलाके की चंद्रलोई नदी में मिले शव के मामले में घटना के 72 घंटों के भीतर कोटा पुलिस ने मामले की गुत्थी को सुलझा दिया और बेहद सनसनीखेज खुलासा किया है. पत्रकार वार्ता में घटना का खुलासा करते हुए सिटी एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि चंद्रलोई नदी में जिस कुन्हाड़ी निवासी हेमराज का शव मिला था. वह हत्या कर फेंका गया था.
दरअसल, मृतक खेमराज के कुन्हाड़ी स्थित मकान में कुसुम, खुशबू और उसकी अन्य बहने अपने परिवार के साथ रहती थी. कुसुम और खुशबू की अन्य बहन का मृतक खेमराज से अवैध संबंध था. जिसका वीडियो खेमराज ने बना लिया. इसी वीडियो को दिखाकर खेमराज कुसुम और खुशबू पर अपने अन्य दोस्तों के साथ अवैध संबंध बनाने का दबाव डालता था. जिससे कुसुम और खुशबू मानसिक अवसाद में थी.
जिससे तंग आकर दोनों बहनों ने अपने एक अन्य साथी अभिषेक जो खुशबू के साथ कोटा के एमबीएस अस्पताल की लैब में कार्यरत है उसके साथ मिलकर खेमराज को रास्ते से हटाने का खौफनाक प्लान बनाया. जिसके तहत घटना के दिन कुसुम ने खेमराज को किसी बहाने से देवली अरब रोड बोरखेड़ा बुलाया.
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जहां अभिषेक नींद की गोलियां और शराब लेकर पहले से मौजूद था. फिर तीनों किसी सुनसान जगह पर पार्टी की योजना बनाकर चंद्रलोई नदी के नजदीक गए. फिर चारों ने शराब पी इस दौरान मौका मिलते ही उन्होंने खेमराज की शराब में नींद की गोलियां मिला दी. जिसके चलते वह असंतुलित होकर गिरने लगा.
तभी कुसुम, खुशबू और अभिषेक ने मिलकर खेमराज को चंद्रलोई नदी में फेंक दिया. सबूत मिटाने के लिए तीनों ने मृतक खेमराज की स्कूटी को झाड़ियों में छिपा दिया और शराब की बोतलों को दूर फेंक दिया. जिससे कोई शक ना कर सके. वहीं, हत्या के बाद तीनों अपने घर निकल गए. इधर, खेमराज के दादा विधानचंद ने कुन्हाड़ी थाने में अपने पोते की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
जिसके अगले दिन बोरखेड़ा थाना पुलिस को सूचना मिली कि चंद्रलोई नदी के नजदीक एक लाश मिली है. जिस पर खेमराज के दादा को भी मौके पर बुलाया गया. वहीं, दादा ने खेमराज की शिनाख्त की तो बोरखेड़ा थाना पुलिस ने मृतक के दादा की शिकायत पर मामले की जांच शुरू की. जांच में पुलिस ने इलाके की फोन लोकेशन और बहनों से पूछताछ की, तो दोनों बहनों ने वारदात कबूल ली. जिस पर दोनों बहनों और उसके दोस्त अभिषेक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
वहीं, इस मामले में शहर एसपी दीपक भार्गव का कहना है कि दो सगी बहनों के साथ उनके सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया है. घटना अवैध संबंध का दबाव बनाने के लिए ब्लैकमेलिंग से जुड़ी हुई है. दोनों बहनों ने अपनी अस्मत की रक्षा के लिए इस तरह की खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है.