कोटा. शहर के आरकेपुरम थाना इलाके के गेपरनाथ महादेव मंदिर के नजदीक चंबल नदी से जुड़े हुए कुंड में नहाते हुए दो कोचिंग छात्र डूब (students died due to drowning in Chambal river) गए. ये तीन दोस्त गुरुवार को गेपरनाथ झरने व कुंड में नहाने के लिए गए थे, जहां पर दो दोस्त गहरे पानी में चले गए और डूब गए. इसकी जानकारी तीसरे छात्र ने स्थानीय लोगों और हॉस्टल संचालक के जरिए पुलिस तक पहुंचाई.
घटना की सूचना मिलने के बाद देर रात को ही नगर निगम की गोताखोर टीम ने रेस्क्यू शुरू किया था, लेकिन अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू नहीं हो पाया. शुक्रवार सुबह से ही ऑपरेशन को शुरू कर दिया गया, जिसके बाद स्कूबा डाइविंग कर करीब 30 फीट नीचे से दोनों के शवों को बाहर निकाला गया.
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पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि मृतक छात्रों में बिहार के बुंदेलखंड निवासी रवि मेहरान (20) और मध्य प्रदेश के सागर जिले निवासी नैतिक (17) है. वहीं सूचना देने वाला छात्र मयंक मिश्रा है. तीनों इंद्र विहार स्थित एक हॉस्टल में रहते थे. मृतक दोनों छात्र इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कोटा के अलग-अलग कोचिंग संस्थानों में कर रहे थे. गोताखोरों ने दोनों के शव बाहर निकाल कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है. मृतक छात्रों के परिजनों को भी सूचना दे दी गई है.
तैरना आता था, इसलिए बाहर आ गयाः उज्जैन निवासी छात्र मयंक मिश्रा ने बताया कि वह नैतिक के साथ एक ही हॉस्टल में रहता है. जबकि रवि दूसरे हॉस्टल में रह रहा था. मयंक ने हादसे के बारे में बताया कि वे शाम को 4 बजे नहाने के लिए गए थे. जहां पर 6 बजे के करीब यह हादसा हुआ था. जिसमें नैतिक सोनी चट्टान को पकड़कर नहा रहा था. इसी दौरान वह नीचे जमीन देख रहा था, ताकि वहां पर खड़े होकर नहाया जा सके. इसी दौरान उसके हाथ चट्टान से स्लिप हो गए और वह कुंड में अंदर चला गया और डूबने लगा. मयंक ने बताया कि उसको बचाने के लिए रवि और मैं भी कूद गया, लेकिन रवि और नैतिक कुंड में ही डूब गए. जबकि मैं उनको तलाश रहा था, बाद में बाहर आकर अन्य लोगों से मदद ली. एएसआई घनश्याम का कहना है कि नैतिक और रवि को तैरना नहीं आता था जबकि उनके साथ गए मयंक मिश्रा को थोड़ा तैरना आता था इसके चलते वह किनारे आ गया था.