कोटा. शहर में मंगलवार को अलग-अलग थाना क्षेत्रों में आत्महत्या के 3 मामले सामने आए हैं. तीनों के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पहला मामला खेडली फाटक स्थित आदर्श कॉलोनी का है. भीमगंजमंडी थाने के एसआई हरदेव सिंह ने बताया कि 35 वर्षीय रामप्यारी मीणा ने अपने घर पर ही खुदकुशी कर ली. महिला को एमबीएस अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. विवाहिता के पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा है. पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.
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रामप्यारी के पिता आनंदीलाल के अनुसार रामप्यारी व पति राजाराम मीणा के दो बेटे हैं. पति मजदूरी का काम करता है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते रामप्यारी ठेला लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही थी. घटना के दिन भी पति काम पर गया था. उन्होंने मृतका के ससुर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
नहर किनारे दी जान : कुन्हाड़ी थाने के एएसआई करतार सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह 8:00 बजे करीब थाने पर सूचना मिली थी कि नांता नहर के नजदीक एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को एमबीएस अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें बीमारी से परेशान होने की बात सामने आई है. पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है. मृतक की पहचान नांता निवासी रामकिशन के रूप में हुई है. तीसरा मामला बोरखेड़ा थाना क्षेत्र का है. हेड कांस्टेबल द्वारका लाल ने बताया कि 54 वर्षीय मदनलाल ने आत्महत्या करने की कोशिश की. तबीयत बिगड़ने पर परिजन अस्पताल लेकर गए जहां उसकी मृत्यु हो गई. उसके शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. मामले में मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.