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कोटा: भामाशाह मंडी में संगठन की ओर से अखिल भारतीय किसान कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

कोटा के भामाशाह मंडी में किसान संगठन की ओर से अखिल भारतीय किसान कार्यकर्ता का पिछले दो दिनों से तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया जा रहा है, इसमें राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.

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Published : Jan 11, 2020, 8:14 PM IST

kota news, कोटा की खबर
भारतीय किसान कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

कोटा. जिले में भामाशाह मंडी के किसान भवन में पिछले दो दिनों गुरुवार से राष्ट्रीय किसान संगठन का तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर चल रहा है. इस शिविर में देशभर से संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुट रहे है. यह संगठन आगामी दिनों में केंद्र सरकार से किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने की रूपरेखा तैयार कर रहा है.

भारतीय किसान कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

इस संगठन की मुख्य मांग यह है कि किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिले. साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पूरी तरह से लागू की जाए. संगठन ने कहा कि खेती, किसानी का स्ट्रक्चर सरकार सुधारती है और उस पर से युवा कृषि से मुंह मोड रहे है. लगभग 70 से 80 फीसदी युवाओं को कृषि से रोजगार मिलेगा. साथ ही संगठन के पदाधिकारियों ने कृषि पर नोटबंदी का बुरा असर पड़ने और इससे उभारने के लिए सरकार से मांग की है. इस संगठन के पदाधिकारियों ने यह सारी मांगे प्रशिक्षण शिविर के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा.

पढ़ें- कोटा पुलिस की पहल से लोगों के खिले चेहरे, 50 मोबाइल रिकवर कर मालिकों को सौंपे

राष्ट्रीय किसान संगठन के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों ने कहा कि किसानों को सरकार उपज का लाभकारी मूल्य दे दें और स्वामीनाथन रिपोर्ट वह लागू कर दें. इसके बाद किसानों को किसी सरकार की सब्सिडी और लोन की जरूरत नहीं है. किसानों की इन दोनों योजनाओं से आर्थिक उन्नति हो जाएगी, जिन्हें सरकार वादे पर वादे कर बदल जाएगी है. लेकिन देश का किसान अब जागरूक हो गया है. वह सरकारों से संघर्ष के लिए तैयार है. कल रविवार को इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन होगा.

कोटा. जिले में भामाशाह मंडी के किसान भवन में पिछले दो दिनों गुरुवार से राष्ट्रीय किसान संगठन का तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर चल रहा है. इस शिविर में देशभर से संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुट रहे है. यह संगठन आगामी दिनों में केंद्र सरकार से किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने की रूपरेखा तैयार कर रहा है.

भारतीय किसान कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

इस संगठन की मुख्य मांग यह है कि किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिले. साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पूरी तरह से लागू की जाए. संगठन ने कहा कि खेती, किसानी का स्ट्रक्चर सरकार सुधारती है और उस पर से युवा कृषि से मुंह मोड रहे है. लगभग 70 से 80 फीसदी युवाओं को कृषि से रोजगार मिलेगा. साथ ही संगठन के पदाधिकारियों ने कृषि पर नोटबंदी का बुरा असर पड़ने और इससे उभारने के लिए सरकार से मांग की है. इस संगठन के पदाधिकारियों ने यह सारी मांगे प्रशिक्षण शिविर के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा.

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राष्ट्रीय किसान संगठन के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों ने कहा कि किसानों को सरकार उपज का लाभकारी मूल्य दे दें और स्वामीनाथन रिपोर्ट वह लागू कर दें. इसके बाद किसानों को किसी सरकार की सब्सिडी और लोन की जरूरत नहीं है. किसानों की इन दोनों योजनाओं से आर्थिक उन्नति हो जाएगी, जिन्हें सरकार वादे पर वादे कर बदल जाएगी है. लेकिन देश का किसान अब जागरूक हो गया है. वह सरकारों से संघर्ष के लिए तैयार है. कल रविवार को इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन होगा.

Intro:राष्ट्रीय किसान संगठन अखिल भारतीय कार्यकर्ता प्रक्षिक्षण शिविर

कोटा भामाशाह मंडी में किसान संगठन के द्वारा अखिल भारतीय किसान कार्यकर्ता का तीन दिवसीय प्रक्षिक्षण शिविर लगाया जा रहा है।इसमे राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता उपस्थित रहे।
Body:कोटा में भामाशाहमंडी के किसान भवन में पिछले दो दिनों से राष्ट्रीय किसान संगठन का तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। शिविर में देशभर से संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुटे है। संगठन आगामी दिनों में केंद्र सरकार से किसानों के विभिन्न मुददों को लेकर आरपार की लडाई लडने की रूपरेखा तैयार कर रहा है। संगठन की मुख्य मांग है कि किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिले। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पूरी तरह से लागू की जाए। संगठन ने कहा खेती किसानी का स्ट्रक्चर सरकार सुधारती है तो जो युवा कृषि से मुंह मोड रहे है, 70 से 80 फीसदी युवाओं को कृषि से रोजगार मिलेगा। साथ ही संगठन के पदाधिकारियों ने कृषि पर नोटबंदी का बुरा असर पडने ओर इससे उभारने के लिए सरकार से मांग की।
Conclusion:संगठन के पदाधिकारियों ने यह सारी मांगे प्रशिक्षण शिविर के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। राष्ट्रीय किसान संगठन के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों ने कहा किसानों को सरकार उपज का लाभकारी मूल्य दे दे और स्वामीनाथन रिपोर्ट वह लागू कर दे, इसके बाद किसानों को किसी सरकार की सब्सिडी और लोन की जरूरत नहीं है। किसानों की इन दोनों योजनाओं से आर्थिक उन्नति हो जाएगी, जिन्हें सरकारें वादे पर वादे करके बदल जाएगी है, लेकिन देश का किसान अब जागरूक हो गया है वह सरकारों से संघर्ष के लिए तैयार है। कल इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन होगा। 
बाईट-बीएस भास्कर राव, पदाधिकारी
बाईट-देशराज मोदगिल, पदाधिकारी 
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