कोटा. नगर निगम भ्रष्ट अफसरों को किस तरह बचाने में जुटा हुआ है. इसका पता आपको इस बात से चल जाएगा कि ACB ने फायर ऑफिसर अमजद खान को ट्रैप किया था. लेकिन उसे बचाने के लिए कोटा कमिश्नर की ओर से डीएलबी निदेशक को पत्र लिखा गया है. जिसमें आरोपी फायर ऑफिसर के खिलाफ ना केवल अभियोजन की स्वीकृति देने से इनकार किया गया है. बल्कि, उसके निलंबन को समाप्त कर उसे बहाल करने के लिए भी लिखा गया है.
वहीं, मामले में ACB के एडिशनल एसपी चंद्रशील का कहना है कि ACB को इसकी भनक तक नहीं लगी और ना ही नगर निगम की तरफ से इसकी कोई सूचना दी गई. डीएलबी से मिले पत्र के आधार पर ACB को ये जानकारी मिली है कि आरोपी अमजद खान के खिलाफ विभाग की ओर से अभियोजन स्वीकृति नहीं दी जा रही है.
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बता दें कि दरा स्टेशन पर निजी स्कूल चलाने वाले शरद चतुर्वेदी की शिकायत पर 4 मई 2018 को अमजद खान को ACB ने 7 हजार की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया था. वहीं, ACB की कार्रवाई के दौरान अमजद खान ने ACB के सिपाही सतेंद्र पर गाड़ी चढ़ा दी थी, जिसमें सतेंद्र घायल हो गया था.
जिसके बाद सतेंद्र की शिकायत पर कोटा के आर के पुरम थाने में अमजद खान के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था. जिसमें चालान भी पेश हो चुका है. जिसके लिए कोटा ACB ने विभाग को कई बार पत्र लिखकर अभियोजन की स्वीकृति मांगी थी. लेकिन इसके बावजूद नगर निगम अधिकारियों ने मिलकर अमजद खान को बचाने के लिए ACB को अभियोजन की स्वीकृति देने से इनकार कर दिया है.