कोटा. मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी करने आई झारखंड निवासी कोचिंग छात्रा के आत्महत्या के मामले को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने प्रेम प्रसंग से जोड़ते हुए बयान दिया था. इस पर छात्रा के परिजनों ने आपत्ति जताई है. कोटा पहुंचे छात्रा के परिजनों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए सबूत मांगा है. वहीं, इस मामले में विज्ञान नगर थाने के एएसआई ने भी किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने और प्रेम प्रसंग का मामला होने से इनकार किया है.
प्रशासन को करना चाहिए खुलासाः छात्रा के पिता ने शांति धारीवाल के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जिस तरह की बात की जा रही है, अगर वैसा मामला है तो प्रशासन को इसका खुलासा करना चाहिए. साथ ही कहा कि इसके सबूत मुझे भी दिखाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी बेटी ऐसी बिल्कुल नहीं थी, इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. पिता ने कहा कि बेटी घर से जिद करके कोटा आई थी और उससे 12 सितंबर को बातचीत हुई थी. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी पढ़ाई में काफी होशियार थी और सुसाइड करने जैसी कोई स्थिति नहीं थी. वहीं, इस मामले में एएसआई अमरचंद का कहना है कि सुसाइड नोट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि परिजन जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं, वह भी नहीं बताए गए हैं. उन्होंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के प्रेम प्रसंग और सुसाइड नोट मिलने की बात पर भी किसी भी प्रकार की जानकारी होने से इनकार किया है. एएसआई ने कहा कि सुसाइड का कोई स्पष्ट कारण अभी सामने नहीं आया है.
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यह कहा था मंत्री शांति धारीवाल नेः छात्र की आत्महत्या के मामले में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा था कि यह प्रेम प्रसंग का मामला था. इसमें एक सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला है, जिसमें इस तरह की बातें लिखी हुई थी. उन्होंने कहा था कि कोटा में कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्या रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कोटा में सुसाइड के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें लव अफेयर भी कारण हैं.
मां बोली कोटा नहीं आती तो जिंदा रहतीः मृतका के शव को लेन के लिए पहुंची मृतका की मां के साथ ही उसके पिता और बड़ी बहन रोती-बिलखती रही. मां ने कहा कि अगर उनकी बेटी कोटा आने की जिद नहीं करती तो आज वह उनके साथ में होती. कोटा आने की जिद ने उसकी जान ले ली. उन्होंने बताया कि 5 महीने पहले ही कोटा भेजा था.
परिजनों ने लगाया फब्तियां कसने का आरोपः मृतका के चाचा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोटा में कई लड़के उसे परेशान कर रहे थे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हॉस्टल और कोचिंग में बेरोकटोक लड़के पहुंच जाते हैं. कोचिंग से हॉस्टल आते समय कई स्थानीय लड़के फब्तियां कसते हुए लगातार उसे परेशान कर रहे थे. मृतका के चाचा ने बताया कि इस तरह की शिकायत उसने अपनी बड़ी बहन से की थी.