कोटा. राजस्थान में मुख्य तौर पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की ही सरकार रही है. बीते 30 सालों से बात की जाए (Kota division Student election) तो हर 5 साल पर भाजपा या कांग्रेस एक दूसरे को हटाकर सत्तासीन हुई है. वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है, लेकिन हाड़ौती में कांग्रेस स्टूडेंट यूनियन की हालत 35 कॉलेजों में हुए छात्र संघ चुनाव में कमजोर नजर आई है. जबकि भारतीय जनता पार्टी के छात्र विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मजबूत होकर इन चुनावों में जीती है.
कोटा विश्वविद्यालय को मिलाकर 35 शिक्षण संस्थानों में शनिवार को छात्र संघ चुनाव के परिणाम घोषित किए गए. जिनमें 17 जगहों पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया है. जबकि एनएसयूआई केवल पांच जगहों पर ही सिमट कर रह गई. वहीं कोटा विश्वविद्यालय में तो एनएसयूआई के प्रत्याशी ने चुनाव ही नहीं लड़ा. इसके कारण वहां सीधा मुकाबला निर्दलीय और एबीवीपी के बीच था. यहां एबीवीपी को भी हार मिली है. जबकि कोटा विश्वविद्यालय के अलावा 12 कॉलेजों में भी निर्दलीय अध्यक्ष ही चुने गए हैं. कॉलेज शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक डॉ. रघुराज सिंह परिहार ने बताया कि संभाग के सभी कॉलेजों में शांतिपूर्वक मतदान हुआ था और आज मतगणना के बाद सभी विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई है. प्रशासन ने जुलूस निकालने पर रोक लगाई थी. ऐसे में सभी विजयी प्रत्याशियों को उनके घर पर पुलिस सुरक्षा में पहुंचाया गया.
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कोटा में एनएसयूआई के साथ एबीवीपी के समीकरण बिगड़े: कोटा जिले में एबीवीपी के समीकरण बिगड़े हुए (Student Election Result in Kota division) हैं. कोटा विश्वविद्यालय के साथ 13 कॉलेजों में चुनाव हुए थे. इनमें आठ जगहों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे. इनमें संयुक्त मोर्चा के समर्थित एक उम्मीदवार ने जीत हासिल की है. जबकि केवल दो जगहों पर ही एनएसयूआई और तीन जगह पर एबीवीपी काबिज हुई है. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज में निर्दलीय आशीष मीणा, कॉमर्स में अर्पित जैन, लॉ में गौरव मीणा, कनवास में महेंद्र मेहता, इटावा में लक्ष्मी मीणा, सांगोद में कुलदीप पंकज, कोटा विश्वविद्यालय में अजय पारेता, संस्कृत कॉलेज में विनोद कुमार लोधा जीते हैं. जबकि एबीवीपी से गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज में मनीष सामरिया, जेडीबी आर्ट्स से शिवानी दुबे और कॉमर्स से दीप्ति मेवाड़ा विजयी हुए. एनएसयूआई की अंजलि मीणा, जेडीबी साइंस और काजल सुमन रामगंज मंडी ने भी जीत हासिल की है.
झालावाड़ जिले में एबीवीपी का क्लीन स्वीप, एनएसयूआई का पत्ता साफ : झालावाड़ जिले के सभी 8 कॉलेजों में एबीवीपी (NSUI in Kota Student Election) के उम्मीदवार जीत कर आए हैं. यहां पर एनएसयूआई और निर्दलीय खाता भी नहीं खोल पाए. इनमें झालावाड़ में दीपेंद्र सिंह राठौड़, गर्ल्स कॉलेज में जानवी श्रृंगी, बिरला कॉलेज भवानीमंडी में धारा सिंह, खानपुर में आदित्य गोस्वामी, इटावा में नेपाल सिंह, चौमहला में भूपेंद्र सिंह व लॉ कॉलेज में चेतन मेहर जीत कर आए हैं. इसी तरह से बूंदी में भी एनएसयूआई अपने प्रत्याशियों को नहीं जीता पाई है. बूंदी के पांच कॉलेजों में एबीवीपी दो और निर्दलीय तीन जगह पर अध्यक्ष बने हैं. इनमें बूंदी कॉलेज में निर्दलीय मयंक मीणा, लॉ में मनछेती मीणा और हिंडोली में सोनू मीणा अध्यक्ष बने हैं. जबकि बूंदी गर्ल्स कॉलेज में एबीवीपी की निशा हाड़ा व नैनवा में खुशीराम सैनी जीते हैं.
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बारां में भी एबीवीपी रही आगे: बारां जिले में भी एबीवीपी आगे रही है. जिले के 9 में से 4 कॉलेज में एबीवीपी के अध्यक्ष बने हैं. जबकि तीन जगहों पर एनएसयूआई और दो जगह पर निर्दलीयों का कब्जा रहा है. एबीवीपी के 12 कॉलेज में जुगल मीणा, मांगरोल में राजेश गुर्जर, अंता में हिम्मत सिंह, छिपाबड़ोद में हेमंत मीणा जीते हैं. जबकि एनएसयूआई के अटरू में मनीष गुर्जर, केलवाड़ा में सिद्धार्थ शर्मा, शाहबाद में बिरजू सहरिया जीते हैं. निर्दलीयों की बात की जाए तो बारां गर्ल्स कॉलेज में वैशाली वैष्णव व छबड़ा में रविंद्र मालव जीते हैं.
कोटा संभाग के 35 कॉलेज व यूनिवर्सिटी के आंकड़े
संगठन | कोटा | बारां | झालावाड़ | बूंदी | कुल |
ABVP | 3 | 4 | 8 | 2 | 17 |
निर्दलीय | 8 | 2 | 0 | 3 | 13 |
NSUI | 2 | 3 | 0 | 0 | 5 |
कुल | 13 | 9 | 8 | 5 | 35 |