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कोटाः सांगोद में सफाई कर्मचारियों को 3 महीने से नहीं मिला वेतन, धरने पर बैठे पार्षद

कोटा जिले के सांगोद उपखंड में सफाई व्यवस्था को लेकर नगर पालिका में ठेके पर कार्यरत अस्थाई सफाई कर्मचारियों को बीते तीन माह से मानदेय नहीं मिला. कर्मचारियों की किसी ने नहीं सुनी तो मौजूदा बोर्ड के ही दो कांग्रेसी पार्षदों को सफाई कर्मचारियों के साथ नगर पालिका कार्यालय में धरने पर बैठना पड़ा.

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Published : Dec 26, 2019, 9:37 PM IST

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धरने पर बैठे बोर्ड के 2 पार्षद

सांगोद (कोटा). जिले के सांगोद उपखंड में गुरुवार को नगर पालिका पर कार्यरत अस्थाई सफाई कर्मचारियों को बीते तीन माह से मानदेय नहीं मिला. जिसके चलते उपखंड बोर्ड के दो पार्षद धरने पर बैठ गए.

सफाई कर्मचारियों को 3 महीने से नहीं मिला वेतन

इस दौरान मौके पर पहुंचे अन्य पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर से मिलकर कर्मचारियों को जल्द मानदेय दिलाने पर चर्चा की. अधिशासी अधिकारी द्वारा एक सप्ताह में मानदेय दिलाने के आश्वासन के बाद पार्षद और कर्मचारी धरने से उठे.

उपखंड के पच्चीस वार्डो में सफाई व्यवस्था को लेकर पालिका ने चालीस कर्मचारी ठेकेदार के जरिए लगा रखे है. ठेकेदार कर्मचारियों से काम तो पूरा करवा रहा है, लेकिन मानदेय के नाम पर इन्हे बीते तीन माह से टरकाया जा रहा है. इन अस्थाई कर्मचारियों को सितंबर, अक्टूबर और नवंबर का ठेकेदार ने अभी तक भुगतान नहीं किया.

पढ़ेंः चित्तौड़गढ़: पुरानी पेंशन की मांग को लेकर शिक्षक संघ ने किया प्रदर्शन

वहीं पार्षद विपिन नंदवाना ने बताया कि बीते 3 महीने से कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं हो रहा था. जिस कारण सफाई कर्मचारीयो का घर चलाना भी मुश्किल हो रहा था, जिसको लेकर कर्मचरियों के साथ मिलकर पालिका भवन में धरना दिया है.

बता दें कि नगर अध्यक्ष और अधिशाषी अधिकारी ने आश्वाशन दिया है कि 7 दिन के समय के अंदर वेतन कर्मचारियों को मिल जाएगा. दूसरी ओर अधिशाषी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर ने बताया कि कर्मचारियों का तीन महीने का वेतन बकाया चल रहा था. जिसमें से 1 माह के वेतन का भुगतान कर दिया है और आने वाले 4 से 5 दिन के अंतराल में बाकी वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा.

सांगोद (कोटा). जिले के सांगोद उपखंड में गुरुवार को नगर पालिका पर कार्यरत अस्थाई सफाई कर्मचारियों को बीते तीन माह से मानदेय नहीं मिला. जिसके चलते उपखंड बोर्ड के दो पार्षद धरने पर बैठ गए.

सफाई कर्मचारियों को 3 महीने से नहीं मिला वेतन

इस दौरान मौके पर पहुंचे अन्य पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर से मिलकर कर्मचारियों को जल्द मानदेय दिलाने पर चर्चा की. अधिशासी अधिकारी द्वारा एक सप्ताह में मानदेय दिलाने के आश्वासन के बाद पार्षद और कर्मचारी धरने से उठे.

उपखंड के पच्चीस वार्डो में सफाई व्यवस्था को लेकर पालिका ने चालीस कर्मचारी ठेकेदार के जरिए लगा रखे है. ठेकेदार कर्मचारियों से काम तो पूरा करवा रहा है, लेकिन मानदेय के नाम पर इन्हे बीते तीन माह से टरकाया जा रहा है. इन अस्थाई कर्मचारियों को सितंबर, अक्टूबर और नवंबर का ठेकेदार ने अभी तक भुगतान नहीं किया.

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वहीं पार्षद विपिन नंदवाना ने बताया कि बीते 3 महीने से कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं हो रहा था. जिस कारण सफाई कर्मचारीयो का घर चलाना भी मुश्किल हो रहा था, जिसको लेकर कर्मचरियों के साथ मिलकर पालिका भवन में धरना दिया है.

बता दें कि नगर अध्यक्ष और अधिशाषी अधिकारी ने आश्वाशन दिया है कि 7 दिन के समय के अंदर वेतन कर्मचारियों को मिल जाएगा. दूसरी ओर अधिशाषी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर ने बताया कि कर्मचारियों का तीन महीने का वेतन बकाया चल रहा था. जिसमें से 1 माह के वेतन का भुगतान कर दिया है और आने वाले 4 से 5 दिन के अंतराल में बाकी वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा.

Intro:Body:सांगोद(कोटा)
मोतीलाल सुमन
सफाई कर्मचारियों के 3 महीने से मानदेय नही मिलने को लेकर धरने पर बैठे बोर्ड के 2 पार्षद

सांगोद नगर में सफाई व्यवस्था को लेकर नगर पालिका में ठेके पर कार्यरत अस्थाई सफाई कर्मचारियों को बीते तीन माह से मानदेय नहीं मिला। कर्मचारियों की किसी ने नहीं सुनी तो मौजूदा बोर्ड के ही दो कांग्रेसी पार्षदों को सफाई कर्मचारियों के साथ नगर पालिका कार्यालय में धरने पर बैठना पड़ा। बाद में मौके पर पहुंचे अन्य पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर से मिलकर कर्मचारियों को जल्द मानदेय दिलाने पर चर्चा की। अधिशासी अधिकारी द्वारा एक सप्ताह में मानदेय दिलाने के आश्वासन के बाद पार्षद एवं कर्मचारी धरने से उठे। कस्बे के पच्चीस वार्डो में सफाई व्यवस्था को लेकर पालिका ने चालीस कर्मचारी ठेकेदार के जरिए लगा रखे है। ठेकेदार कर्मचारियों से काम तो पूरा करवा रहा है लेकिन मानदेय के नाम पर इन्हे बीते तीन माह से टरकाया जा रहा है।  इन अस्थाई कर्मचारियों को सितम्बर, अक्टूबर व नवम्बर का ठेकेदार ने अभी तक भुगतान नहीं किया।


पार्षद विपिन नंदवाना ने बताया कि बीते 3 महीने से कर्मचारियों को वेतन भुगतान नही हो रहा था। जिस कारण सफाई कर्मचारीयो का घर चलाना भी मुस्किल हो रहा था जिसको लेकर आज कर्मचरियों के साथ मिलकर पालिका भवन में धरना दिया है। ओर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को इस बारे में अवगत कराया। पालिका कर्मचारियों का वेतन भाजपा बोर्ड के समय से अटका हुआ है ऐसी ही परिस्थिति रही तो कोई भी कर्मचारी काम नही करेगा। कांग्रेस नगर अध्यक्ष और अधिशाषी अधिकारी ने आश्वाशन दिया है कि 7 दिन के समय के अंदर वेतन कर्मचारियों को मिल जाएगा। अगर 7 दिन के अंदर कर्मचारियों को वेतन नही दिया जाता है तो वापस हड़ताल की जाएगी और सफाई के कार्य पूर्ण रूप से बंद रहेंगे।

दूसरी ओर अधिशाषी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर ने बताया कि कर्मचारियों का तीन महीने का वेतन बकाया चल रहा था। जिसमे से 1 माह के वेतन का भुगतान आज कर दिया है। ओर आने वाले 4 से 5 दिन के अंतराल में बाकी वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा साथ ही कहा कि संबंधित ठेकेदार द्वारा कर्मचारियों का PF समय पर जमा नही करवाया गया। इस कारण ये परेशानी आ रही है इस सम्बन्ध में ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया है साथ ही उसको ब्लेक लिस्ट किया जाएगा ।


बाईट  विपिन नंदवाना पार्षद

बाईट  सुरेश कुमार रेगर अधिशाषी अधिकारीConclusion:
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