कोटा. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा बुधवार को कोटा जिले के सांगोद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस सरकार और राहुल गांधी पर जमकर बरसे. पेपर लीक प्रकरण पर बोलते हुए मीणा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की टीम राजस्थान आएगी और पेपर लीक में शामिल कांग्रेस के लोगों को नहीं छोड़ेगी. सांसद मीणा ने कहा कि मोदीजी की ईडी इस मसले पर जल्द ही राजस्थान आ रही है और अशोक गहलोत के एक भी आदमी को नहीं छोड़ेगी.
कोरोड़ी लाल ने कहा कि कांग्रोस के लोगों ने (RPSC Paper Leak Case) जो भी खाया है, इस मुंह से खाए को नाक से निकाल लेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि निठल्ली और निकम्मी सरकार राजस्थान में चल रही है. यहां पर कानून का नहीं जंगलराज है. इस दौरान पूर्व विधायक हीरालाल नागर, सांगोद प्रधान जयवीर सिंह अमृत कुआं और देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर भी मंच पर मौजूद थे.
कोटा पुलिस को दी चुनौती- दम है तो गिरफ्तार कर दिखाए : सांसद मीणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता कुछ भी इस संबंध में बोलता है तो उस पर मुकदमा लगाकर जेल में डाल दिया जाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं चुनौती देकर कोटा के सांगोद में कह रहा हूं कि पेपर लीक हुआ है. कोटा की पुलिस में दम है तो वह मुझे गिरफ्तार करके बताए. एक बच्चा मेहनत करता है, लेकिन वह पटवारी, थानेदार, सिपाही और मास्टर नहीं बन सकता है.
हालांकि, जिसने मेहनत नहीं कि वह पेपर लेकर नौकरी में आ जाता है. राजस्थान की सरकार (Corruption in Rajasthan) बेरोजगारों के साथ अन्याय कर रही है. राहुल गांधी आए थे, मुद्दा बनाया कि देश में बेरोजगारी बहुत फैल रही है. लेकिन अशोक गहलोत की सरकार ने कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के 28000 लोगों को एक झटके में नौकरी से निकाल दिया. कई महीनों तक ये बेरोजगार प्रदर्शन करते रहे, लेकिन उनकी एक सुनवाई नहीं हुई. इन सभी लोगों ने कोविड-19 के समय लोगों को बचाने में अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर सेवाएं दी.
भरत सिंह का सम्मान नहीं करते अशोक गहलोत : सांसद मीणा ने कहा कि सांगोद के एमएलए भरत सिंह का मैं काफी सम्मान करता हूं, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनका सम्मान नहीं करते हैं. उन्होंने कई दर्जन पत्र भ्रष्टाचार के खिलाफ लिखे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच नहीं करना चाहते हैं. रीट की परीक्षा में (RPSC 2nd grade teacher exam paper leak) सामने आया था कि बाड़ी खेत को खा रही है. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष डीपी जारोली ही पेपर लीक कांड में शामिल रहा है.
इसमें मैंने यह बताया था कि पेपर कहां छपा, कहां से लीक हुआ व किसको पकड़ो. यह पेपर राजीव गांधी स्टडी सर्किल से पेपर लीक हुआ था, जिसका चेयरमैन खुद अशोक गहलोत हैं. इसकी जांच हुई और डीपी जारोली को बर्खास्त कर दिया. बच्चों से लाखों रुपये लेकर सरकार ने करोड़ों कमाए हैं. जिस तरह से पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी गिरफ्तार हुए थे, सेंट्रल एजेंसी ने छापा मारकर करोड़ों रुपये बरामद किए थे, वैसे ही हालात राजस्थान के हैं. सीबीआई की जांच होती तब 5 एमएलए, चार मंत्री, कई ब्यूरोक्रेट्स और कांग्रेस के नेता जेल जाते. डीपी जारोली ने कहा था कि मैंने कुछ नहीं लिया, कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं ने लिया है. इसलिए एसओजी ने उन्हें पूछताछ में क्लीन चिट दी.