कोटा. जिले के बूढ़ादीत थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भारतमाला प्रोजेक्ट (Road accident on Delhi Mumbai express way) निर्माण में लगे डंपर की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. चालक पर लापरवाही बरतने और तेज रफ्तार में डंपर चलाने का आरोप है. वहीं, घटना के बाद से ही आरोपी डंपर चालक फरार है. मामला मंगलवार सुबह 6 बजकर 15 मिनट के आसपास का है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची बूढ़ादीत थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान बूढ़ादीत निवासी 57 वर्षीय धनराज मीणा के रूप में हुई है, जो हादसे के दौरान डेयरी से दूध लेकर घर जा रहा था. तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार डंपर की चपेट (Dumper accident in Budhadeet of Kota) में आ गया. इस हादसे में व्यक्ति की मौत हो गई. हादसे के बाद मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और शव को एक्सप्रेस-वे पर रख धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए बतौर मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
साथ ही ग्रामीण इलाकों से तेज गति से निकलने वाले डंपरों पर रोक लगाने की भी मांग की है. मौके पर मौजूद कांग्रेस नेता लोकेश बांवता व अन्य आक्रोशितों ने मृतक का शव नहीं उठाने दिया. जिसके बाद घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है, ताकि कोई अप्रिय वाकया सामने न आए. पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर रही है.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से यहां बन रहे आठ लेन एक्सप्रेस-वे से वे काफी परेशान हैं. उनके गांव से दिन-रात ओवरलोड डंपर निकलते हैं. जिससे रास्ते खराब हो गए हैं. आलम यह है कि उनके घरों में भी दरारें पड़ने लगी हैं. ग्रामीणों ने कहा कि वो कई बार सड़कों को दुरुस्त कराने के लिए अधिकारियों से अपील कर चुके हैं, लेकिन कोई उनकी समस्या पर ध्यान नहीं देता है.